देहरादून के सीएमआई अस्पताल में नर्सों से छेड़छाड़ करने वाले मरीज के परिजन को महिला स्टाफ ने पीटा, वीडियो वायरल।

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में सीएमआई अस्पताल में एक शर्मनाक घटना ने महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यहां एक मरीज के परिजन ने नर्सिंग

Oct 18, 2025 - 15:52
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देहरादून के सीएमआई अस्पताल में नर्सों से छेड़छाड़ करने वाले मरीज के परिजन को महिला स्टाफ ने पीटा, वीडियो वायरल।
देहरादून के सीएमआई अस्पताल में नर्सों से छेड़छाड़ करने वाले मरीज के परिजन को महिला स्टाफ ने पीटा, वीडियो वायरल।

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में सीएमआई अस्पताल में एक शर्मनाक घटना ने महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यहां एक मरीज के परिजन ने नर्सिंग स्टाफ के साथ अश्लील हरकतें कीं जिसके जवाब में महिला कर्मचारियों ने उसे कड़ी सजा दी। वीडियो में साफ दिख रहा है कि आरोपी को कई थप्पड़ मारे जा रहे हैं जबकि वह माफी मांगता नजर आता है। यह वाकया 17 अक्टूबर 2025 को दोपहर के समय का है जब अस्पताल में मरीजों की संख्या अधिक थी। आरोपी एक रिटायर्ड आर्मी जवान है जिसकी सास का इलाज चल रहा था। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है और मामला दर्ज कर लिया गया है। सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से फैल रहा है और लोग नर्सों की बहादुरी की तारीफ कर रहे हैं।

सीएमआई अस्पताल देहरादून का एक प्रमुख निजी स्वास्थ्य केंद्र है जो शहर के अजबपुर मोड़ पर स्थित है। यहां रोजाना सैकड़ों मरीज भर्ती होते हैं और नर्सिंग स्टाफ दिन-रात सेवा देता है। आरोपी का नाम रमेश सिंह है जो 43 वर्ष का है। वह हरिद्वार जिले के रहने वाले हैं और रिटायर्ड आर्मी जवान हैं। रमेश सिंह की सास को कुछ दिनों पहले अस्पताल में भर्ती किया गया था। वे रातोंरात अस्पताल में ड्यूटी देते थे। रिपोर्ट्स के अनुसार, रमेश सिंह शराब के नशे में धुत था जब उसने यह हरकत की। गुरुवार रात को उसने पहली बार नर्सों से गलत बातें कीं लेकिन स्टाफ ने नजरअंदाज कर दिया। लेकिन शुक्रवार सुबह वह फिर अस्पताल पहुंचा और अपनी गलती दोहरा दी। वीडियो के अनुसार, वह एक नर्स से कह रहा था कि पांच से दस हजार रुपये ले लो और मेरे साथ चलो। यह सुनते ही अन्य महिला स्टाफ भड़क गईं।

वीडियो में दिख रहा है कि एक नर्स आगे आती है और रमेश सिंह को जोरदार थप्पड़ मारती है। फिर अन्य नर्सें भी शामिल हो जाती हैं। आरोपी जमीन पर गिर जाता है और हाथ जोड़कर माफी मांगने लगता है। वह बार-बार कहता है कि गलती हो गई, पुलिस मत बुलाओ। एक नर्स चिल्लाती है कि तूने ऐसा कैसे बोल दिया। आसपास के लोग इकट्ठा हो जाते हैं और कुछ तो ताली बजाते हैं। अस्पताल मैनेजर भुवन चंद्र डिमरी ने बताया कि आरोपी नशे में था इसलिए उसके व्यवहार में सुधार की उम्मीद नहीं थी। स्टाफ ने पहले ही चेतावनी दी थी लेकिन वह नहीं माना। घटना के बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया। मरीजों के परिजन डर गए लेकिन ज्यादातर ने नर्सों का साथ दिया। वीडियो किसी ने मोबाइल से बनाया और सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। ट्विटर पर यह वायरल हो गया और लाखों व्यूज आ चुके हैं।

पुलिस को सूचना मिलते ही कैंट थाने की टीम मौके पर पहुंची। एसआई ने बताया कि रमेश सिंह को हिरासत में ले लिया गया है। उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 354 ए के तहत मामला दर्ज किया गया है जो महिलाओं के साथ छेड़छाड़ से संबंधित है। अगर जरूरी हुआ तो अन्य धाराएं भी लगाई जा सकती हैं। आरोपी को थाने ले जाया गया जहां पूछताछ जारी है। उसके परिवार वाले पहुंचे लेकिन कोई बयान नहीं दिया। पुलिस ने अस्पताल से सीसीटीवी फुटेज मांगे हैं। एसएसपी देहरादून ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा प्राथमिकता है और सख्त कार्रवाई होगी। अस्पताल प्रबंधन ने भी स्टाफ को धन्यवाद दिया और सुरक्षा उपाय मजबूत करने का वादा किया। अब वहां सीसीटीवी कैमरे बढ़ाए जा रहे हैं और रात की ड्यूटी पर पुरुष गार्ड तैनात होंगे।

यह घटना उत्तराखंड में महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों की याद दिलाती है। हाल ही में अगस्त 2024 में रुद्रपुर में एक नर्स के साथ बलात्कार और हत्या का मामला सामने आया था। वह निजी अस्पताल से ड्यूटी करके लौट रही थी जब एक मजदूर ने उस पर हमला किया। आरोपी धर्मेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया गया था। इसी तरह मई 2024 में एआईआईएमएस ऋषिकेश में एक नर्सिंग ऑफिसर ने महिला डॉक्टर से छेड़छाड़ की थी। पुलिस ने अस्पताल के अंदर ही वाहन चला कर उसे गिरफ्तार किया था। इन घटनाओं से साफ है कि स्वास्थ्य क्षेत्र में महिलाओं को खतरा बढ़ रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि नर्सें और डॉक्टर अकेले काम करती हैं इसलिए ट्रेनिंग और कानूनी सहायता जरूरी है। उत्तराखंड महिला आयोग ने इस मामले पर नजर रखी है और रिपोर्ट मांगी है।

सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं मिली-जुली हैं। कुछ यूजर्स नर्सों को हीरो बता रहे हैं और कह रहे हैं कि पुरुषों को सबक मिलना चाहिए। एक ट्वीट में लिखा गया कि जब पुलिस देर करती है तो महिलाओं को खुद बचना पड़ता है। लेकिन कुछ लोग कह रहे हैं कि हिंसा का जवाब हिंसा नहीं है, कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। वायरल वीडियो में नर्स का डायलॉग बोल कैसे तू यह वायरल हो गया है। देहरादून में महिलाओं के संगठनों ने अस्पताल का दौरा किया और स्टाफ से बात की। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं से नर्सों का मनोबल टूटता है। अस्पताल ने प्रभावित नर्सों को दो दिन की छुट्टी दी है। रमेश सिंह का बैकग्राउंड चेक किया जा रहा है। पता चला है कि वह पहले भी शराब के मामले में पकड़ा गया था।

देहरादून एक शांत शहर है लेकिन अपराध की घटनाएं बढ़ रही हैं। शहर में निजी अस्पतालों की संख्या अधिक है और स्टाफ पर दबाव रहता है। सीएमआई अस्पताल 2005 से चल रहा है और कैंसर तथा हृदय रोगों में विशेषज्ञता रखता है। यहां 200 से ज्यादा बेड हैं। प्रबंधन ने कहा कि मरीजों के परिजनों को कोविड के बाद गाइडलाइंस का पालन करना चाहिए। इस घटना के बाद अन्य अस्पताल सतर्क हो गए हैं। उत्तराखंड सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए हैं कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए हेल्पलाइन मजबूत करें। राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी टिप्पणी की है कि स्वास्थ्यकर्मियों को विशेष सुरक्षा मिलनी चाहिए।

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