सहारनपुर के देवबंद में स्पाइडरमैन बनकर रील्स बनाने वाला युवक गिरफ्तार, महिलाओं को डराने वाली हरकतों पर पुलिस ने लगाई सेंध।
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के देवबंद क्षेत्र में एक युवक ने स्पाइडरमैन का किरदार अपनाकर सोशल मीडिया पर रील्स बनाने के चक्कर में ऐसी हरकतें कीं जो महिलाओं के लिए डरावनी
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के देवबंद क्षेत्र में एक युवक ने स्पाइडरमैन का किरदार अपनाकर सोशल मीडिया पर रील्स बनाने के चक्कर में ऐसी हरकतें कीं जो महिलाओं के लिए डरावनी साबित हुईं। नाम तुषार कुमार ने स्पाइडरमैन का मुखौटा पहनकर मीनू बाजार में दीवारों और खंभों पर चढ़ना शुरू कर दिया। वह बाजार में घूमती महिलाओं के सामने अचानक उछलकूद करता और स्टंट दिखाता, जिससे वे घबरा जातीं। यह सब वह इंस्टाग्राम पर वीडियो अपलोड करने के लिए कर रहा था ताकि उसके फॉलोअर्स बढ़ें। लेकिन स्थानीय लोगों की शिकायत पर पुलिस ने उसे धर दबोचा। यह घटना 12 अक्टूबर 2025 को हुई जब बाजार में हड़कंप मच गया। तुषार को गिरफ्तार कर थाने ले जाया गया और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू हो गई।
देवबंद थाना क्षेत्र के कायस्थवाड़ा गांव का रहने वाला तुषार कुमार 22 वर्ष का युवक है। उसके पिता नरेश कुमार एक छोटे से कारोबार से परिवार चलाते हैं। तुषार पढ़ाई छोड़कर सोशल मीडिया पर सक्रिय हो गया था। उसके इंस्टाग्राम अकाउंट पर पहले से ही कुछ वीडियो थे जहां वह साधारण स्टंट दिखाता था। लेकिन हाल ही में उसने स्पाइडरमैन का कॉस्ट्यूम खरीदा और मीनू बाजार में उतर पड़ा। बाजार महिलाओं का मुख्य शॉपिंग एरिया है जहां कपड़े और सौंदर्य प्रसाधन की दुकानें लगी रहती हैं। दोपहर के समय बाजार में भीड़ थी। तुषार ने लाल-नीले रंग का स्पाइडरमैन सूट पहना, चेहरे पर मास्क लगाया और एक खंभे पर चढ़ गया। फिर वहां से कूदकर महिलाओं के पास पहुंचा और पोज देकर फोटो खिंचवाई। एक महिला ने बताया कि वह अचानक उसके सामने आ गया और हाथ पकड़कर सेल्फी लेने लगा। इससे वह डर गई और चीख पड़ी। आसपास की अन्य महिलाएं भी भागने लगीं।
घटना का वीडियो स्थानीय लोगों ने अपने मोबाइल पर रिकॉर्ड कर लिया। बाजार में अफरा-तफरी मच गई। दुकानदारों ने तुरंत पुलिस को फोन किया। देवबंद थाने की टीम मौके पर पहुंची और तुषार को पकड़ लिया। उसके पास से स्पाइडरमैन का सूट, मोबाइल फोन और एक छोटा कैमरा बरामद हुआ। पूछताछ में तुषार ने कबूल किया कि वह वायरल होने के लिए ऐसा कर रहा था। उसके अकाउंट पर पहले 500 फॉलोअर्स थे, लेकिन इस स्टंट से 2000 तक पहुंच गए थे। वह कहता रहा कि उसकी मंशा किसी को नुकसान पहुंचाना नहीं थी, बस रील्स अच्छी बनानी थीं। लेकिन पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया क्योंकि इससे सार्वजनिक शांति भंग हुई और महिलाओं में भय का माहौल बन गया। थाना प्रभारी ने बताया कि तुषार के खिलाफ आईपीसी की धारा 290 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है जो सार्वजनिक उपद्रव से संबंधित है। अगर जरूरी हुआ तो अन्य धाराएं भी जोड़ी जा सकती हैं।
यह पहली बार नहीं है जब सोशल मीडिया की होड़ में युवा ऐसी खतरनाक हरकतें कर रहे हैं। सहारनपुर जिले में ही अप्रैल 2025 में एक युवक रमन ने रेलवे ट्रैक पर लेटकर ट्रेन के नीचे से वीडियो बनाया था। वह भी फॉलोअर्स बढ़ाने के चक्कर में जान जोखिम में डाल बैठा। जीआरपी ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इसी तरह मेरठ में अगस्त 2025 में फराज नामक युवक ने स्पाइडरमैन बनकर घंटाघर पर चढ़कर स्टंट किया। वह ऊंची इमारतों पर चढ़ता और वीडियो बनाता था। उसके वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने उसे पकड़ लिया। इन घटनाओं से साफ है कि युवा वायरल कंटेंट के नाम पर कानून तोड़ रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को जिम्मेदारी लेनी चाहिए और खतरनाक कंटेंट को तुरंत हटाना चाहिए। सहारनपुर पुलिस ने स्थानीय स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता अभियान चलाने का फैसला किया है ताकि युवाओं को सोशल मीडिया के सही उपयोग के बारे में बताया जा सके।
तुषार की गिरफ्तारी के बाद उसके परिवार वाले थाने पहुंचे। मां ने रोते हुए कहा कि बेटा गलत संगत में पड़ गया है। पिता ने बताया कि तुषार बेरोजगार था और मोबाइल पर ही समय बिताता था। पड़ोसियों का कहना है कि वह शांत स्वभाव का था लेकिन रील्स के चक्कर में बिगड़ गया। पुलिस ने उसके फोन की जांच की तो पाया कि वह कई अन्य स्टंट वीडियो प्लान कर रहा था। एक वीडियो में वह ट्रेन के ऊपर चढ़ने की बात कर रहा था। इससे बचने के लिए उसके अकाउंट को ब्लॉक करने का अनुरोध इंस्टाग्राम को भेजा गया है। देवबंद बाजार संघ के अध्यक्ष ने कहा कि ऐसी घटनाएं व्यापार को प्रभावित करती हैं। महिलाएं अब बाजार में आने से हिचक रही हैं। पुलिस ने बाजार में सीसीटीवी कैमरे लगाने का आश्वासन दिया है।
इस मामले ने पूरे सहारनपुर में चर्चा छेड़ दी है। सोशल मीडिया पर लोग तुषार के वीडियो शेयर कर रहे हैं लेकिन ज्यादातर कमेंट्स नकारात्मक हैं। एक यूजर ने लिखा कि वायरल होना अच्छा है लेकिन दूसरों की जान जोखिम में डालना गलत है। एक अन्य ने कहा कि युवाओं को सकारात्मक कंटेंट बनाना सिखाया जाए। राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी इस पर नजर रखी है और उत्तर प्रदेश पुलिस से रिपोर्ट मांगी है। स्थानीय विधायक ने कहा कि ऐसे मामलों में सख्ती जरूरी है ताकि उदाहरण बने। तुषार को कोर्ट में पेश किया जाएगा और जमानत मिलने तक जेल
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