हैदराबाद एयरपोर्ट पर डीआरआई ने 1.8 किलो सोना जब्त किया, कुवैत से शारजाह होते हुए आए यात्री को गिरफ्तार।
तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गुरुवार 16 अक्टूबर 2025 को एक बड़ा स्मगलिंग कांड पकड़ा गया। निर्देशालय राजस्व खुफिया (डीआरआई) की हैदराबाद
तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गुरुवार 16 अक्टूबर 2025 को एक बड़ा स्मगलिंग कांड पकड़ा गया। निर्देशालय राजस्व खुफिया (डीआरआई) की हैदराबाद जोनल यूनिट ने कुवैत से शारजाह के रास्ते आए एक पुरुष यात्री से 1.8 किलोग्राम सोना जब्त कर लिया। यह सोना सात बारों के रूप में छिपाया गया था और इसकी कीमत करीब 2.37 करोड़ रुपये आंकी गई है। खुफिया जानकारी के आधार पर डीआरआई अधिकारियों ने यात्री को हिरासत में लिया और उसके सामान की तलाशी ली। विदेशी मूल का यह सोना सीमा शुल्क नियमों का उल्लंघन करते हुए देश में लाया गया था। यात्री को सीमा शुल्क अधिनियम 1962 के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है। यह घटना सोने की तस्करी के बढ़ते मामलों को उजागर करती है जहां तस्कर हवाई मार्ग का इस्तेमाल कर रहे हैं।
हैदराबाद एयरपोर्ट, जिसे शमशाबाद एयरपोर्ट भी कहा जाता है, दक्षिण भारत का सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है। यहां प्रतिदिन हजारों यात्री आते-जाते हैं, खासकर मध्य पूर्व के देशों से। डीआरआई की टीम को सुबह ही खुफिया इनपुट मिला कि एक संदिग्ध यात्री एयर अरेबिया की फ्लाइट जी9 467 से कुवैत होते हुए शारजाह आ रहा है। फ्लाइट दोपहर करीब 1:30 बजे हैदराबाद पहुंची। जैसे ही यात्री इमिग्रेशन काउंटर से गुजरा, डीआरआई अधिकारियों ने उसे रोक लिया। यात्री का नाम गोपीनाथ बताया जा रहा है, जो आंध्र प्रदेश के कडपा जिले का रहने वाला है। वह कुवैत में मजदूरी करता था और छुट्टियों में भारत लौट रहा था। अधिकारियों ने उसके चेक-इन बैगेज की गहन जांच की तो उसके अंदर पांच सोने की बारें और दो कटे हुए टुकड़े मिले। कुल वजन 1798 ग्राम था। सोना 24 कैरेट का था और विदेशी मार्किंग्स वाली बारें थीं। यह सब एक ताले जैसी संरचना में छिपाया गया था ताकि एक्स-रे मशीन में न दिखे।
डीआरआई के अतिरिक्त निदेशक ने बताया कि तलाशी के दौरान यात्री घबरा गया और बहाने बनाने लगा। लेकिन सबूतों के सामने वह टिक नहीं पाया। पूछताछ में गोपीनाथ ने कबूल किया कि उसे कुवैत में एक हैंडलर ने यह सामान सौंपा था। हैंडलर ने निर्देश दिए थे कि बैग को एयरपोर्ट पर ही छोड़ देना है ताकि कोई अन्य व्यक्ति उठा ले। लेकिन डीआरआई ने चालाकी भांप ली। सोना जब्त होने के बाद पैकिंग सामग्री भी बरामद की गई। यात्री को गिरफ्तार कर थाने ले जाया गया जहां सीमा शुल्क अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। अदालत में पेशी के बाद उसे रिमांड पर लिया जा सकता है। डीआरआई ने कहा कि जांच जारी है और अंतरराष्ट्रीय तस्करी नेटवर्क का पर्दाफाश करने की कोशिश हो रही है। इस मामले में कोई अन्य आरोपी अभी सामने नहीं आया है लेकिन कुवैत में छापेमारी की संभावना है।
सोने की तस्करी भारत में एक बड़ी समस्या बनी हुई है। हर साल करोड़ों रुपये का सोना अवैध तरीके से देश में लाया जाता है। मध्य पूर्व के देश जैसे कुवैत, दुबई और शारजाह मुख्य हॉटस्पॉट हैं क्योंकि वहां सोना सस्ता मिलता है। भारत में सोने पर 15 प्रतिशत कस्टम ड्यूटी लगती है जो तस्करों को चोरी का मौका देती है। हैदराबाद एयरपोर्ट पर ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं क्योंकि यह गल्फ देशों का प्रमुख गेटवे है। सितंबर 2025 में ही डीआरआई ने दो अलग-अलग मामलों में 3.38 किलोग्राम सोना जब्त किया था जिसकी कीमत 3.36 करोड़ रुपये थी। उन मामलों में कुवैत से आए यात्रियों के बैग छोड़ दिए गए थे और सोना लोहे के डिब्बों में छिपा था। तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इसी तरह अगस्त 2025 में 2.11 करोड़ का सोना पकड़ा गया। ये घटनाएं दिखाती हैं कि तस्कर अब बैग छोड़ने या बॉडी में छिपाने जैसे नए तरीके अपना रहे हैं। डीआरआई ने एयरपोर्ट पर निगरानी बढ़ा दी है और एआई आधारित स्कैनर लगाए जा रहे हैं।
इस जब्ती से सरकार को राजस्व का नुकसान टल गया। अगर सोना बाजार में बिक जाता तो तस्करों को मोटा मुनाफा होता। वित्त मंत्रालय ने डीआरआई को सराहना दी है। एयरपोर्ट अधिकारियों ने कहा कि फ्लाइट जी9 467 पर सख्त चेकिंग होगी। गोपीनाथ के परिवार को सूचना दे दी गई है। उसके रिश्तेदार कडपा से हैदराबाद आ सकते हैं। स्थानीय मीडिया ने घटना को प्रमुखता से दिखाया और सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। एक वीडियो में दिखाया गया कि कैसे अधिकारी बैग खोलते हैं और सोने की चमक बाहर आती है। लोग कमेंट कर रहे हैं कि तस्करी रोकने के लिए सजा सख्त होनी चाहिए। विशेषज्ञों का कहना है कि सोने की कीमत बढ़ने से तस्करी बढ़ी है। वर्तमान में प्रति 10 ग्राम सोने की कीमत 78 हजार रुपये के आसपास है। इस जब्ती से 2370 ग्राम का मूल्यांकन इसी आधार पर किया गया।
हैदराबाद जोनल यूनिट डीआरआई का मुख्यालय शमशाबाद में है। यह यूनिट तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और पड़ोसी राज्यों में तस्करी रोकने का काम करती है। पिछले एक साल में इसने 50 किलोग्राम से ज्यादा सोना जब्त किया है। टीम में 20 से ज्यादा अधिकारी हैं जो 24 घंटे ड्यूटी देते हैं। इस घटना के बाद एयरलाइंस को अलर्ट किया गया है। एयर अरेबिया ने सहयोग का वादा किया है। कस्टम्स विभाग ने यात्रियों को सलाह दी है कि सामान की घोषणा करें वरना सजा हो सकती है। गोपीनाथ को जमानत मिलना मुश्किल है क्योंकि यह पहला मामला नहीं लगता। जांच में उसके पुराने यात्रा रिकॉर्ड मिले हैं। तस्करी का नेटवर्क सऊदी अरब तक फैला हो सकता है। डीआरआई ने इंटरपोल से संपर्क साधा है।
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