बिहार विधानसभा चुनाव 2025: दूसरे चरण के नामांकन अंतिम दिन आरजेडी ने 143 उम्मीदवारों की सूची जारी की, राघोपुर से तेजस्वी यादव फिर मैदान में।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की सरगर्मियां तेज हो गई हैं। राष्ट्रीय जनता दल ने दूसरे चरण के नामांकन के अंतिम दिन 20 अक्टूबर को अपने 143 उम्मीदवारों की आधिकारिक सूची
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की सरगर्मियां तेज हो गई हैं। राष्ट्रीय जनता दल ने दूसरे चरण के नामांकन के अंतिम दिन 20 अक्टूबर को अपने 143 उम्मीदवारों की आधिकारिक सूची जारी कर दी। यह सूची महागठबंधन के सीट बंटवारे की अनिश्चितता के बीच आई है, लेकिन इससे विपक्षी गठबंधन की रणनीति साफ होने लगी है। सबसे बड़ा चेहरा नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव को वैशाली जिले की राघोपुर विधानसभा सीट से फिर टिकट दिया गया है। यह सीट यादव परिवार का पारंपरिक गढ़ मानी जाती है, जहां तेजस्वी 2015 और 2020 में जीत चुके हैं। आरजेडी का यह फैसला पार्टी की मजबूत पकड़ को बनाए रखने का प्रयास है।
बिहार में कुल 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव दो चरणों में हो रहे हैं। पहला चरण 6 नवंबर को 85 सीटों पर होगा, जबकि दूसरा चरण 11 नवंबर को शेष 158 सीटों पर। मतगणना 14 नवंबर को होगी। नामांकन प्रक्रिया पहले चरण के लिए 17 अक्टूबर को समाप्त हो चुकी है, और दूसरे चरण के लिए 20 अक्टूबर अंतिम तिथि थी। निर्वाचन आयोग ने 6 अक्टूबर को चुनाव कार्यक्रम घोषित किया था। इस बार चुनाव में विकास, बेरोजगारी, महंगाई और जातिगत समीकरण मुख्य मुद्दे हैं। एनडीए और महागठबंधन के बीच कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है।
आरजेडी की सूची में 24 महिलाओं और 18 मुस्लिम उम्मीदवारों को जगह दी गई है। पार्टी ने जातिगत संतुलन का ध्यान रखा है। प्रमुख उम्मीदवारों में तेजस्वी यादव के अलावा चंद्रशेखर प्रसाद को मधेपुरा से, वीणा देवी को मोकामा से, उदय नारायण चौधरी को झाझा से टिकट मिला है। छपरा से भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव, सिवान के रघुनाथपुर से ओसामा साहब, बिहारीगंज से रेनू कुशवाहा, हसनपुर से माला पुष्पम, वारसलिगंज से अनीता देवी महतो, मदुबन से संध्या रानी कुशवाहा, इमामगंज से रितु प्रिया चौधरी, बरचट्टी से तनुश्री मांझी, बानियापुर से चंदनी देवी सिंह, सरायरंजन से अरविंद साहनी, पातेपुर से प्रेमा चौधरी, ब्रह्मपुर से शंबू नाथ, बाजपट्टी से मुकेश यादव जैसे नाम शामिल हैं। बैसी से अब्दुस सुभान, बोचहा से अमर पासवान जैसे उम्मीदवार भी हैं।
यह सूची जारी होने से महागठबंधन का स्वरूप स्पष्ट हो गया। आरजेडी 143 सीटों पर लड़ेगी, कांग्रेस को 61, सीपीआई-एमएल को 20 और बाकी मुकेश साहनी की विकासशील इंसान पार्टी को मिलेंगी। हालांकि, औपचारिक घोषणा नहीं हुई है। कांग्रेस ने 17 अक्टूबर को 48 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी। कसबा से इरफान आलम, पूर्णिया से जितेंद्र यादव, गया टाउन से मोहन श्रीवास्तव, सुपौल से मिन्नत रहमानी जैसे नाम आरजेडी की सूची में हैं। लेकिन कुटुंबा सीट पर कांग्रेस को जगह दी गई है, जहां राजेश राम नामांकन भरेंगे।
महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर तनाव रहा। नामांकन की अंतिम घड़ी तक अनिश्चितता बनी हुई थी। आरजेडी ने कई सीटों पर सिंबल बांट दिए थे, लेकिन सूची देरी से आई। कांग्रेस और आरजेडी के बीच चार सीटों पर आमने-सामने की स्थिति बनी, जिन्हें फ्रेंडली फाइट कहा जा रहा है। जेएमएम ने गठबंधन छोड़ दिया, जिससे विपक्ष की एकजुटता पर सवाल उठे। तेजस्वी यादव ने कहा कि गठबंधन मजबूत है और बिहार को समृद्ध बनाएंगे। उन्होंने राघोपुर को अपनी कर्मभूमि बताया। लालू प्रसाद और राबड़ी देवी 15 अक्टूबर को तेजस्वी के नामांकन के समय मौजूद थे।
दूसरी ओर, एनडीए ने सीट बंटवारा पूरा कर लिया। भाजपा 101, जेडीयू 101, एलजेपी (रामविलास) 29, एचएएम 6 और आरएलएम 6 सीटों पर लड़ेगी। जेडीयू ने 57 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की। भाजपा ने तीन सूचियों में कुल 101 नाम घोषित किए। राघोपुर से सतीश कुमार यादव को टिकट देकर तेजस्वी को चुनौती दी गई। सतीश 2010 में जेडीयू से जीते थे, लेकिन बाद में हार गए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 16 अक्टूबर से प्रचार शुरू किया। भाजपा के इन-चार्ज विनोद तावड़े ने कहा कि गठबंधन एकजुट है।
राघोपुर सीट पर हाई वोल्टेज ड्रामा है। तेजस्वी यहां तीसरी बार लड़ रहे हैं। 2020 में उन्होंने भाजपा के सतीश यादव को 40 हजार वोटों से हराया था। जन सुराज पार्टी के प्रशांत किशोर ने पहले राघोपुर से लड़ने की बात कही, लेकिन बाद में पीछे हट गए। उनकी पार्टी ने दूसरा उम्मीदवार उतारा। तेजस्वी ने नामांकन के समय कहा कि वे 243 सीटों से लड़ रहे हैं। राघोपुर में यादव, मुस्लिम और दलित वोट बैंक मजबूत है। विकास के मुद्दे पर नीतीश सरकार पर निशाना साधा जा रहा है।
आरजेडी की रणनीति युवा और महिलाओं पर केंद्रित है। 24 महिलाओं को टिकट देकर पार्टी ने समावेशी छवि बनाई। मुस्लिम उम्मीदवारों से सीमांचल और मिथिला क्षेत्र मजबूत होंगे। खेसारी लाल जैसे स्टार को उतारकर युवाओं को लुभाने की कोशिश है। पार्टी ने कहा कि यह सूची बिहार की जनता की आवाज है। लालू परिवार की पकड़ वैशाली में गहरी है। तेजस्वी ने प्रचार में बेरोजगारी और पलायन पर जोर दिया।
चुनाव में अन्य दल भी सक्रिय हैं। एआईएमआईएम ने 25 उम्मीदवारों की सूची जारी की, मुख्यतः सीमांचल में। जन सुराज ने सभी 243 सीटों पर उम्मीदवार उतारे। एलजेपी के एक उम्मीदवार का नामांकन रद्द हुआ। पहले चरण में 1375 नामांकन स्वीकार हुए। दूसरे चरण में नामांकन वापसी 23 अक्टूबर तक।
यह चुनाव बिहार की राजनीति बदल सकता है। महागठबंधन अगर एकजुट रहा तो एनडीए को चुनौती मिलेगी। तेजस्वी को मुख्यमंत्री पद का दावेदार माना जा रहा है। राहुल गांधी ने समर्थन जताया। एनडीए विकास के नाम पर प्रचार कर रहा है। अमित शाह ने सभा की। नीतीश ने एकजुटता पर जोर दिया।
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