हापुड़ में 300 रुपये की उधारी को लेकर हिंसक झड़प, कई घायल, पुलिस ने चार को हिरासत में लिया।

उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के बहादुरगढ़ थाना क्षेत्र में रविवार को 300 रुपये की उधारी को लेकर शुरू हुआ विवाद हिंसक झड़प में बदल गया। यह घटना कस्बे की एक गली में हुई, जहां दो

Sep 2, 2025 - 13:28
Sep 2, 2025 - 13:29
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हापुड़ में 300 रुपये की उधारी को लेकर हिंसक झड़प, कई घायल, पुलिस ने चार को हिरासत में लिया।
हापुड़ में 300 रुपये की उधारी को लेकर हिंसक झड़प, कई घायल, पुलिस ने चार को हिरासत में लिया।

उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के बहादुरगढ़ थाना क्षेत्र में रविवार को 300 रुपये की उधारी को लेकर शुरू हुआ विवाद हिंसक झड़प में बदल गया। यह घटना कस्बे की एक गली में हुई, जहां दो पक्षों के बीच बहस इतनी बढ़ गई कि दोनों ने एक-दूसरे पर लाठी-डंडों और पत्थरों से हमला कर दिया। इस झगड़े में कई लोग घायल हो गए। सूचना मिलते ही बहादुरगढ़ थाना प्रभारी मनोज बालियान पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस ने चार लोगों को शांति भंग करने की धाराओं में हिरासत में लिया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें लोग एक-दूसरे पर पत्थर फेंकते और लाठी-डंडों से हमला करते नजर आ रहे हैं। बाद में दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से मामले को सुलझाने का फैसला किया। फिलहाल, क्षेत्र में शांति बनी हुई है, और पुलिस ने गश्त बढ़ा दी है।

यह घटना बहादुरगढ़ कस्बे की एक गली में उस समय शुरू हुई, जब एक स्थानीय दुकानदार ने अपने पड़ोस में रहने वाले व्यक्ति से 300 रुपये की उधारी वापस मांगी। दुकानदार का कहना था कि उसने कुछ समय पहले यह राशि उधार दी थी, लेकिन सामने वाला व्यक्ति पैसे लौटाने में आनाकानी कर रहा था। इस बात को लेकर दोनों के बीच पहले तो कहासुनी हुई, जो जल्द ही गाली-गलौज और धक्का-मुक्की में बदल गई। देखते ही देखते दोनों पक्षों के परिवार और समर्थक मौके पर इकट्ठा हो गए। स्थिति तब और बिगड़ गई, जब दोनों पक्षों ने लाठी-डंडों और पत्थरों से एक-दूसरे पर हमला शुरू कर दिया। इस हिंसक झड़प में कई लोगों को चोटें आईं, जिनमें से कुछ को मामूली चोटें थीं, जबकि कुछ को गंभीर चोटों के कारण नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

घटना की सूचना मिलते ही बहादुरगढ़ थाना प्रभारी मनोज बालियान अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने दोनों पक्षों को अलग-अलग कर स्थिति को काबू में किया। शुरुआती जांच में पता चला कि विवाद की जड़ 300 रुपये की छोटी-सी राशि थी, जो समय पर न चुकाने के कारण इतना बड़ा रूप ले लिया। पुलिस ने दोनों पक्षों के कुछ लोगों को पूछताछ के लिए थाने लाया और चार व्यक्तियों को शांति भंग करने की धाराओं के तहत हिरासत में लिया। थाना प्रभारी ने बताया कि दोनों पक्षों ने बाद में आपसी सहमति से मामले को निपटाने की बात कही, जिसके बाद कोई औपचारिक मुकदमा दर्ज नहीं किया गया।

इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ दिखाई देता है कि दोनों पक्षों के लोग गली में एक-दूसरे पर पत्थर फेंक रहे हैं और लाठी-डंडों से हमला कर रहे हैं। कुछ लोग चिल्लाते हुए एक-दूसरे को रोकने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है। इस वीडियो ने स्थानीय लोगों में चर्चा का माहौल पैदा कर दिया। कई लोगों ने सोशल मीडिया पर इस घटना की निंदा की और कहा कि इतनी छोटी राशि के लिए इस तरह की हिंसा बिल्कुल गलत है। कुछ लोगों ने पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना की, लेकिन कुछ ने यह भी कहा कि पुलिस को पहले से ही ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए और सतर्क रहना चाहिए।

इस घटना ने एक बार फिर छोटे-मोटे विवादों के हिंसक रूप लेने की समस्या को सामने ला दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि हापुड़ में हाल के महीनों में इस तरह की कई घटनाएं सामने आई हैं, जहां छोटी-छोटी बातों पर लोग हिंसा पर उतर आए। कुछ महीने पहले हापुड़ के ही हाफिजपुर थाना क्षेत्र में पैसे के लेन-देन को लेकर एक युवक पर बाइक सवार बदमाशों ने गोलियां चला दी थीं, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। उस मामले में भी पुलिस ने कार्रवाई की थी, लेकिन ऐसी घटनाएं बार-बार होने से लोग चिंतित हैं।

विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की घटनाएं सामाजिक तनाव और संवाद की कमी को दर्शाती हैं। छोटे-छोटे विवादों को सुलझाने के लिए लोगों को बातचीत और समझौते का रास्ता अपनाना चाहिए। कई बार गुस्से और आवेश में लिए गए फैसले स्थिति को और खराब कर देते हैं। इस मामले में भी, अगर दोनों पक्ष शांतिपूर्वक बातचीत करते, तो शायद यह विवाद इतना बड़ा नहीं होता। कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सुझाव दिया है कि स्थानीय स्तर पर पंचायतों और सामुदायिक नेताओं को ऐसे विवादों को सुलझाने में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।

पुलिस ने इस घटना के बाद क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए गश्त बढ़ा दी है। थाना प्रभारी मनोज बालियान ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच समझौता हो चुका है, और फिलहाल स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस नियमित रूप से गश्त और निगरानी करेगी। पुलिस ने स्थानीय लोगों से भी अपील की है कि वे छोटे-मोटे विवादों को हिंसा में न बदलें और पुलिस या स्थानीय प्रशासन की मदद लें।

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