अच्छी खबर : दिल्ली धमाके के पांच दिन बाद लाल किला मेट्रो स्टेशन पूरी तरह बहाल, सभी गेट खुले, यात्रियों को राहत

धमाका 10 नवंबर की शाम करीब साढ़े छह बजे सुभाष मार्ग पर एक ट्रैफिक सिग्नल के पास हुआ। यह जगह लाल किले के मुख्य द्वार के ठीक सामने है। एक कार में विस्फोटक

Nov 16, 2025 - 13:57
 0  9
अच्छी खबर : दिल्ली धमाके के पांच दिन बाद लाल किला मेट्रो स्टेशन पूरी तरह बहाल, सभी गेट खुले, यात्रियों को राहत
अच्छी खबर : दिल्ली धमाके के पांच दिन बाद लाल किला मेट्रो स्टेशन पूरी तरह बहाल, सभी गेट खुले, यात्रियों को राहत

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 10 नवंबर 2025 को लाल किले के पास हुए भयानक धमाके ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया था। इस घटना में 12 लोगों की जान चली गई और कई अन्य घायल हो गए। धमाका इतना जोरदार था कि आसपास की कई गाड़ियां आग की लपटों में लिपट गईं। सुरक्षा कारणों से लाल किला मेट्रो स्टेशन को तुरंत बंद कर दिया गया था। लेकिन अब, धमाके के ठीक पांच दिन बाद, दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) ने स्टेशन के सभी चार गेट खोल दिए हैं। यात्रियों को अब कोई असुविधा नहीं होगी। यह फैसला सुरक्षा एजेंसियों की सघन जांच के बाद लिया गया है।

धमाका 10 नवंबर की शाम करीब साढ़े छह बजे सुभाष मार्ग पर एक ट्रैफिक सिग्नल के पास हुआ। यह जगह लाल किले के मुख्य द्वार के ठीक सामने है। एक कार में विस्फोटक सामग्री लदी हुई थी, जो सुसाइड बॉम्बिंग का रूप ले चुकी थी। कार चालक उमर उन्न नबी नामक एक व्यक्ति था, जिसकी पहचान पुलवामा, जम्मू-कश्मीर का निवासी बताई जा रही है। सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि उमर ने बदरपुर बॉर्डर से दिल्ली में प्रवेश किया था। कार एक ह्युंडई आई20 थी, जिसमें पीछे एक बड़ा बैग रखा हुआ था। विस्फोट इतना तेज था कि आसपास के वाहनों को नुकसान पहुंचा और लाल किले के गेट नंबर एक के पास धुंध का गुबार छा गया।

पुलिस और फॉरेंसिक टीमों ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। दिल्ली पुलिस के अनुसार, धमाके में आरडीएक्स जैसी सामग्री का इस्तेमाल हुआ था। कोई गड्ढा या धातु के टुकड़े नहीं मिले, जो सुसाइड वेस्टेड व्हीकल बॉम्ब (एसवीबी-आईईडी) की ओर इशारा करता है। उमर का डीएनए उसके परिवार से मिला, जिससे पुष्टि हुई कि वह ही धमाकेबाज था। एनआईए और दिल्ली पुलिस ने आतंकी साजिश के एंगल से जांच की। फरीदाबाद से छह संदिग्धों को हिरासत में लिया गया। जांच में पता चला कि विस्फोटक फरीदाबाद में एक गोदाम से लाए गए थे। लेकिन बाद में श्रीनगर के नौगाम पुलिस स्टेशन पर इन विस्फोटकों के सैंपल रखे होने पर एक और विस्फोट हुआ, जिसमें 13 लोग मारे गए। इससे जांच प्रभावित हुई।

घटना के तुरंत बाद दिल्ली में हाई अलर्ट जारी हो गया। लाल किले का इलाका सील कर दिया गया। लाल किला मेट्रो स्टेशन, जो वायलेट लाइन पर है, को पूरी तरह बंद कर दिया गया। डीएमआरसी ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, "सुरक्षा कारणों से लाल किला मेट्रो स्टेशन बंद रहेगा। बाकी सभी स्टेशन सामान्य रूप से चल रहे हैं।" यात्रियों को जामा मस्जिद या दिल्ली गेट स्टेशन का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई। स्टेशन के गेट नंबर एक के पास धमाका होने से एंट्री-एग्जिट पूरी तरह रोक दिया गया। पुरानी दिल्ली के बाजारों में ट्रैफिक जाम हो गया। पर्यटक और दैनिक यात्री सबसे ज्यादा प्रभावित हुए। लाल किले को भी तीन दिनों के लिए बंद रखा गया, फिर एक्सटेंशन दिया गया। एएसआई ने 16 नवंबर से फिर से पर्यटकों के लिए खोलने की घोषणा की।

11 नवंबर को डीएमआरसी ने फिर से स्टेशन बंद रखने की सूचना दी। गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूटान दौरे के दौरान अमित शाह से फोन पर बात की और शोक जताया। अमेरिका ने भी कहा कि वे स्थिति पर नजर रख रहे हैं और कांसुलर मदद के लिए तैयार हैं। ब्रिटेन के विदेश कार्यालय ने यात्रा सलाह जारी की। विपक्ष ने सरकार पर सुरक्षा में चूक का आरोप लगाया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ऐसी घटनाएं दुखद हैं और जांच तेज होनी चाहिए।

धीरे-धीरे चीजें सामान्य होने लगीं। 15 नवंबर को डीएमआरसी ने गेट नंबर दो और तीन खोल दिए। एक्स पर पोस्ट में कहा गया, "लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर दो और तीन अब यात्रियों के लिए खुले हैं।" इससे आंशिक राहत मिली। आसपास के इलाकों में सुरक्षा चेक बढ़े रहे। चांदनी चौक और पुरानी दिल्ली के व्यापारियों को कुछ राहत मिली। पर्यटक अब जामा मस्जिद से उतरकर पैदल लाल किले जा सकते थे। लेकिन पूरा स्टेशन खुलना बाकी था। जांच में प्रगति हुई। एनआईए ने उमर के साथी इरफान अहमद को मास्टरमाइंड बताया, लेकिन परिवार ने इनकार किया। फरीदाबाद से जब्त विस्फोटकों के सैंपल श्रीनगर में फटने से सबूत नष्ट हो गए, जो जांच को झटका था।

आखिरकार, 16 नवंबर को डीएमआरसी ने बड़ी राहत दी। एक्स पर पोस्ट कर कहा, "लाल किला मेट्रो स्टेशन के सभी गेट अब यात्रियों के लिए खुले हैं।" गेट नंबर एक, दो, तीन और चार सभी चालू हो गए। स्टेशन पर सामान्य सेवाएं बहाल हो गईं। यात्रियों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ने लगी। डीएमआरसी ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों से क्लियरेंस मिलने के बाद यह कदम उठाया गया। पुरानी दिल्ली के निवासी खुश हैं। एक यात्री ने कहा, "पिछले पांच दिन असुविधा हुई, लेकिन सुरक्षा पहले है। अब सामान्य जीवन लौट रहा है।" स्टेशन लाल किले, जामा मस्जिद और चांदनी चौक जैसे पर्यटन स्थलों का मुख्य द्वार है। लाखों पर्यटक सालाना यहां से गुजरते हैं।

यह घटना दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ी करती है। लाल किला यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है। यहां सालाना गणतंत्र दिवस परेड का समापन होता है। धमाके से दिल्ली के पुराने शहर का माहौल प्रभावित हुआ। व्यापारियों को नुकसान हुआ। घायलों का इलाज राम मनोहर लोहिया अस्पताल में चल रहा है। मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने की घोषणा हुई। केंद्र सरकार ने एनआईए को मुख्य जांच सौंपी। जम्मू-कश्मीर में भी सुरक्षा बढ़ाई गई। विशेषज्ञों का कहना है कि सीसीटीवी और एआई आधारित निगरानी मजबूत होनी चाहिए। डीएमआरसी ने यात्रियों से अपील की कि अप्रमाणित वस्तुएं न ले जाएं।

Also Click : बिहार चुनाव 2025: जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार चंद्रशेखर सिंह की हार्ट अटैक से दर्दनाक मौत, तरारी सीट पर 2271 वोटों के साथ रहे थे पीछे।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow