मॉरिजियो कैटेलन के सोने के 'अमेरिका' टॉयलेट की नीलामी न्यूयॉर्क में, शुरुआती बोली 10 मिलियन डॉलर; अमीरों के दिखावे पर कटाक्ष। 

लंदन में चोरी हो चुके मशहूर इटैलियन कलाकार मॉरिजियो कैटेलन के सोने के टॉयलेट की नीलामी अब न्यूयॉर्क में होने जा रही है। यह कला कृति 'अमेरिका' नाम से जानी जाती

Nov 1, 2025 - 12:45
 0  13
मॉरिजियो कैटेलन के सोने के 'अमेरिका' टॉयलेट की नीलामी न्यूयॉर्क में, शुरुआती बोली 10 मिलियन डॉलर; अमीरों के दिखावे पर कटाक्ष। 
मॉरिजियो कैटेलन के सोने के 'अमेरिका' टॉयलेट की नीलामी न्यूयॉर्क में, शुरुआती बोली 10 मिलियन डॉलर; अमीरों के दिखावे पर कटाक्ष। 

लंदन में चोरी हो चुके मशहूर इटैलियन कलाकार मॉरिजियो कैटेलन के सोने के टॉयलेट की नीलामी अब न्यूयॉर्क में होने जा रही है। यह कला कृति 'अमेरिका' नाम से जानी जाती है और पूरी तरह कार्यशील है। 2016 में बनी इस मूर्ति का वजन 101.2 किलोग्राम है, जो 18 कैरेट सोने से तैयार की गई है। सॉथबी नीलामी घर ने घोषणा की है कि 18 नवंबर 2025 को न्यूयॉर्क में इसकी नीलामी होगी। शुरुआती बोली इसके सोने के वजन के मूल्य के बराबर रखी गई है, जो वर्तमान दरों पर लगभग 10 मिलियन डॉलर (करीब 83 करोड़ रुपये) है। यह बोली सोने की बाजार दर के अनुसार बदल सकती है। कैटेलन ने इसे अमीरों की फिजूलखर्ची और दिखावे वाली जिंदगी पर व्यंग्य के रूप में बनाया था। वे कहते हैं कि यह दर्शाता है कि धनवान लोगों की ऐश्वर्यपूर्ण जीवनशैली का कोई स्थायी मूल्य नहीं। यह नीलामी कला जगत में चर्चा का विषय बनी हुई है, क्योंकि इससे पहले कैटेलन की एक और विवादास्पद कृति 'कॉमेडियन' (केला दीवार पर चिपकाया हुआ) 6.2 मिलियन डॉलर में बिकी थी।

'अमेरिका' कृति को 2016 में न्यूयॉर्क के गुग्गेनहाइम म्यूजियम में प्रदर्शित किया गया था। वहां इसे बाथरूम में लगाया गया था और दर्शक इसे इस्तेमाल भी कर सकते थे। एक साल में 100,000 से ज्यादा लोग इसे देखने आए। म्यूजियम ने इसे 'कला के साथ अभूतपूर्व अंतरंगता' का अवसर बताया था। यह कृति तीन संस्करणों में बनी थी, लेकिन सॉथबी का मानना है कि तीसरा संस्करण कभी नहीं बनाया गया। नीलामी के लिए आने वाला दूसरा संस्करण 2017 से एक निजी संग्राहक के पास था। पहला संस्करण 2019 में लंदन के ब्लेनहाइम पैलेस से चोरी हो गया था। चोरों ने इसे तोड़कर सोना बेचने की कोशिश की, लेकिन वह संस्करण अब तक बरामद नहीं हुआ। तीन ब्रिटिश पुरुषों को चोरी में दोषी ठहराया गया। इस घटना ने कृति की प्रसिद्धि और बढ़ा दी।

कैटेलन का जन्म 1960 में इटली के पैडुआ में हुआ था। वे समकालीन कला के प्रमुख व्यंग्यकार माने जाते हैं। उनकी रचनाएं अक्सर समाज, शक्ति और धन की आलोचना करती हैं। 'अमेरिका' को मार्सेल दूशां की 1917 की प्रसिद्ध कृति 'फाउंटेन' (उल्टा मूत्रालय) से जोड़ा जाता है। दूशां ने रोजमर्रा की वस्तु को कला बना कर कला की परिभाषा को चुनौती दी थी। कैटेलन ने इसे आगे बढ़ाया। उन्होंने साधारण कोहलर टॉयलेट का मॉडल लिया और 18 कैरेट सोने से ढाला। लेकिन इसे फ्लश करने योग्य रखा। कैटेलन कहते हैं कि यह 'एक प्रतिशत लोगों के लिए 99 प्रतिशत कला' है। अर्थात, अमीरों की पहुंच में जो कला है, वह सबके लिए नहीं। वे जोड़ते हैं कि चाहे 200 डॉलर का लंच हो या 2 डॉलर का हॉट डॉग, नतीजा एक ही होता है - टॉयलेट में। यह कृति अमेरिकी राजनीति से भी जुड़ी मानी जाती है। 2016 में डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के समय बनी। गुग्गेनहाइम ने व्हाइट हाउस को विन्सेंट वैन गॉग की पेंटिंग उधार देने से इनकार कर 'अमेरिका' ऑफर किया था, जो स्वीकार नहीं हुआ। कैटेलन ने कहा कि ट्रंप कनेक्शन एक अतिरिक्त परत है, लेकिन मुख्य संदेश धन की व्यर्थता है।

सॉथबी के समकालीन कला प्रमुख डेविड गैल्परिन ने कहा कि कैटेलन कला जगत के सबसे बड़े उत्तेजक कलाकार हैं। 'अमेरिका' 21वीं सदी की महत्वपूर्ण कृति है। यह कला के मूल्य और सामग्री के मूल्य के बीच अंतर पर सवाल उठाती है। नीलामी में बिड सोने की कीमत पर आधारित होगी, जो कला की अवधारणा को मजाक उड़ाती है। वर्तमान में सोने की कीमत प्रति औंस 2,700 डॉलर के आसपास है, जो साल भर में 50 प्रतिशत बढ़ी है। विश्व गोल्ड काउंसिल के अनुसार, 2025 की तीसरी तिमाही में मांग रिकॉर्ड 1,313 मीट्रिक टन रही। इससे कृति का मूल्य और बढ़ सकता है। सॉथबी ने कहा कि यदि यह 10 मिलियन से ऊपर बिकी, तो कैटेलन का नया रिकॉर्ड बनेगा। उनका मौजूदा रिकॉर्ड 2016 में 'हिम' (हिटलर की मूर्ति) की 17.2 मिलियन डॉलर की बिक्री है। नीलामी क्रिप्टोकरेंसी से भी भुगतान स्वीकार करेगी।

नीलामी से पहले सॉथबी इसे अपने नए हेडक्वार्टर ब्रुअर बिल्डिंग के चौथे तल के बाथरूम में प्रदर्शित करेगा। 8 से 18 नवंबर तक दर्शक देख सकेंगे, लेकिन इस्तेमाल नहीं। यह मैनहट्टन के मैडिसन एवेन्यू पर है। सॉथबी ने कहा कि यह कला उत्पादन और वस्तु मूल्य के टकराव पर टिप्पणी है। कैटेलन की पिछली कृति 'कॉमेडियन' ने सवाल उठाए थे कि कला का मूल्य क्या है। 'अमेरिका' उसी श्रृंखला में है। कला विशेषज्ञों का कहना है कि यह दूशां की परंपरा को आगे बढ़ाती है। लेकिन कैटेलन ने उपयोगिता लौटा दी। दर्शक इसे इस्तेमाल कर सकते थे, जो कला की पवित्रता को चुनौती देता है। गुग्गेनहाइम प्रदर्शनी में लोग घंटों इंतजार करते।

कैटेलन की कला अक्सर विवादित रही। 2019 में 'कॉमेडियन' आर्ट बेसल मियामी में लगी, जहां किसी ने केला खा लिया। फिर सॉथबी में 6.2 मिलियन में बिकी। खरीदार जस्टिन सन ने इसे खा लिया। कैटेलन कहते हैं कि कला दर्शक पर निर्भर करती है। 'अमेरिका' भी ऐसा ही है। चोरी के बाद इसकी सुरक्षा बढ़ गई। निजी संग्राहक ने इसे सुरक्षित रखा। अब नीलामी में नया मालिक मिलेगा। कला बाजार में सोने की कीमत बढ़ने से यह आकर्षक निवेश है। लेकिन मुख्य आकर्षण इसकी अवधारणा है। गैल्परिन ने कहा कि कैटेलन कला प्रणाली की आलोचना करते हैं - दर्शक अनुभव, मूल्य निर्धारण, हस्तांतरण।

यह नीलामी कला जगत के लिए रोमांचक है। सॉथबी के 'द नाउ एंड कंटेम्परेरी इवनिंग ऑक्शन' का हिस्सा। शाम 7 बजे शुरू। यदि सोना महंगा हुआ, तो बोली बढ़ेगी। कला इतिहासकार कहते हैं कि यह आधुनिक कला का मील का पत्थर है। कैटेलन ने 2011 में गुग्गेनहाइम रेट्रोस्पेक्टिव में कई विवादास्पद रचनाएं दिखाईं। 'अमेरिका' उसी का हिस्सा था। अब 2025 में वापसी। दुनिया भर के संग्राहक नजर रखे हुए। यदि बिकी, तो कला और वस्तु मूल्य पर बहस तेज होगी। कैटेलन की अन्य कृतियां जैसे 'हिम' राजनीतिक टिप्पणियां हैं। लेकिन 'अमेरिका' धन की व्यर्थता पर केंद्रित।

Also Read- अमेरिका-पाकिस्तान संबंध भारत-अमेरिका साझेदारी को प्रभावित नहीं करेंगे: विदेश मंत्री मार्को रूबियो

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow