Bihar Politics: रवि किशन का राहुल गांधी पर तंज, हम वोट पकड़ रहे हैं, वो मछली पकड़ रहे हैं।
पटना में एक चुनावी रैली के दौरान बीजेपी सांसद और अभिनेता रवि किशन ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा व्यंग्य किया। रवि किशन ने कहा कि जब हम लोग वोट पकड़ने में
पटना में एक चुनावी रैली के दौरान बीजेपी सांसद और अभिनेता रवि किशन ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा व्यंग्य किया। रवि किशन ने कहा कि जब हम लोग वोट पकड़ने में व्यस्त हैं, तब राहुल गांधी मछली पकड़ रहे हैं। यह बयान राहुल गांधी के केरल के कोल्लम में तालाब में मछली पकड़ने के वीडियो पर आधारित था। रवि किशन ने यह बात बिहार के औरंगाबाद लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार सुशील कुमार सिंह के समर्थन में आयोजित जनसभा में कही। रैली में हजारों कार्यकर्ता मौजूद थे और रवि किशन की बोलचाल ने भीड़ को खूब गुदगुदाया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को चुनाव प्रचार के बजाय छुट्टियां मनाना पसंद है। यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया और राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया।
यह घटना तब हुई जब लोकसभा चुनाव 2024 का चौथा चरण चल रहा था। राहुल गांधी ने केरल के कोल्लम में एक मछुआरे समुदाय के साथ समय बिताया। उन्होंने पारंपरिक तरीके से तालाब में मछली पकड़ी और मछुआरों से उनकी समस्याओं पर बात की। राहुल ने वीडियो शेयर करते हुए कहा कि मछुआरों की जिंदगी कड़ी मेहनत वाली है और सरकार को उनके लिए ज्यादा करना चाहिए। लेकिन बीजेपी नेताओं ने इसे चुनाव से भागने का बहाना बताया। रवि किशन ने अपनी रैली में मिमिक्री करते हुए राहुल की नकल उतारी और कहा कि हम दिन रात जनता के बीच वोट मांग रहे हैं, लेकिन विपक्षी नेता आराम फरमा रहे हैं। रवि किशन ने आगे कहा कि मोदी जी की गारंटी है कि बिहार विकास की राह पर चलेगा। सुशील सिंह को जिताकर एनडीए को मजबूत करें।
रवि किशन खुद भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार हैं और गोरखपुर से सांसद हैं। उन्होंने 2019 में बीजेपी जॉइन की और पहली बार लोकसभा पहुंचे। उनकी बोलने की शैली और हास्य से रैलियां जीवंत हो जाती हैं। पटना की इस रैली में उन्होंने भोजपुरी में भी संबोधन किया और कहा कि बिहार की जनता मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाएगी। रवि किशन ने राहुल गांधी को पप्पू कहकर भी चिढ़ाया, जो उनका पुराना स्टाइल है। भीड़ ने तालियां बजाकर समर्थन किया। रैली के बाद रवि किशन ने मीडिया से बात की और कहा कि राहुल जी को चुनाव लड़ना चाहिए, मछली पकड़ना नहीं। यह बयान एक्स पर ट्रेंड करने लगा।
कांग्रेस ने इस पर पलटवार किया। पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि राहुल गांधी जनता से जुड़ रहे हैं, जबकि बीजेपी नेता सिर्फ झूठ बोलते हैं। राहुल का मछली पकड़ना मछुआरों के सम्मान में था। कांग्रेस ने वीडियो शेयर कर कहा कि राहुल हर वर्ग के साथ खड़े हैं। केरल में राहुल_wayanad से सांसद हैं और वहां मछुआरे समुदाय बड़ा है। राहुल ने मछली पकड़कर उनकी दिक्कतें समझीं, जैसे महंगाई, बेरोजगारी और समुद्री सुरक्षा। लेकिन बीजेपी ने इसे मौज मस्ती बताया।
बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं और चौथे चरण में पांच सीटों पर वोटिंग हुई। औरंगाबाद में सुशील सिंह और महागठबंधन के अभय कुशवाहा के बीच मुकाबला है। रवि किशन की रैली से बीजेपी को फायदा मिला। बिहार में एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच कांटे की टक्कर है। नीतीश कुमार के एनडीए में आने से बीजेपी मजबूत हुई है। रवि किशन ने नीतीश की तारीफ की और कहा कि डबल इंजन सरकार बिहार को आगे ले जाएगी।
यह बयान राजनीतिक व्यंग्य का हिस्सा है। चुनाव में नेता एक दूसरे पर तंज कसते हैं। राहुल गांधी अक्सर बीजेपी पर हमला करते हैं, तो बीजेपी उन्हें विदेशी छुट्टियां याद दिलाती है। इस बार मछली पकड़ने का वीडियो बीजेपी के लिए मौका बना। सोशल मीडिया पर मीम्स बने, जहां राहुल को मछली पकड़ते दिखाया गया और मोदी को वोट पकड़ते। रवि किशन का वीडियो लाखों बार देखा गया।
चुनाव प्रचार में स्टार प्रचारक अहम होते हैं। बीजेपी के पास अमित शाह, योगी आदित्यनाथ और रवि किशन जैसे नेता हैं। कांग्रेस के पास राहुल, प्रियंका और सचिन पायलट। बिहार में लालू यादव और तेजस्वी भी सक्रिय हैं। रवि किशन की रैली में महिलाएं और युवा ज्यादा थे। उन्होंने भोजपुरी गाने गाकर माहौल बनाया। कहा कि फिल्मों में हीरो बनता था, अब जनता का सेवक हूं।
राहुल गांधी का कोल्लम दौरा मत्स्य पालन पर फोकस था। भारत में 2 करोड़ मछुआरे हैं। राहुल ने कहा कि मोदी सरकार ने उन्हें इग्नोर किया। ब्लू इकोनॉमी को बढ़ावा नहीं दिया। कांग्रेस मेनिफेस्टो में मछुआरों के लिए अलग मंत्रालय का वादा है। राहुल ने मछली पकड़कर प्रतीकात्मक संदेश दिया। लेकिन बीजेपी ने इसे टाइम पास बताया।
पटना में मौसम गर्म था, लेकिन रैली में उत्साह था। रवि किशन ने मंच पर डांस भी किया। कार्यकर्ताओं ने मोदी मोदी के नारे लगाए। सुशील सिंह ने कहा कि रवि भाई की वजह से वोट बढ़ेंगे। चुनाव आयोग ने प्रचार पर नजर रखी है। कोई नियम तोड़ा नहीं गया।
यह घटना दिखाती है कि चुनाव कितने रोचक होते हैं। व्यंग्य, हास्य और मुद्दे सब मिलते हैं। जनता फैसला करेगी। बिहार में जातीय समीकरण अहम हैं। औरंगाबाद में राजपूत और यादव वोट निर्णायक। सुशील सिंह राजपूत हैं, अभय यादव। रवि किशन ने सभी को एकजुट होने को कहा।
सोशल मीडिया पर बहस छिड़ी। कुछ ने रवि किशन की तारीफ की, कुछ ने राहुल का बचाव। एक्स पर हमवोटपकड़रहेहैं ट्रेंड किया। न्यूज चैनलों ने डिबेट की। एंकरों ने पूछा कि क्या राहुल गलत थे। ज्यादातर पैनलिस्ट ने कहा कि प्रचार का तरीका अलग है।
चुनाव खत्म होने के बाद नतीजे चार जून को आएंगे। बीजेपी 400 पार का दावा कर रही है। कांग्रेस 200 प्लस। बिहार में एनडीए 35 प्लस सीटें जीतने की उम्मीद। रवि किशन जैसे नेता प्रचार को मजेदार बनाते हैं। राहुल गांधी भी भारत जोड़ो यात्रा से लोकप्रिय हैं।
यह बयान राजनीति में हल्के फुल्के पलों को दिखाता है। काम के साथ मनोरंजन। जनता को पसंद आता है। रवि किशन की लोकप्रियता बढ़ी। राहुल पर दबाव बना। लेकिन राहुल ने जवाब नहीं दिया, प्रचार जारी रखा।
बिहार चुनाव में अपराध, बेरोजगारी और विकास मुद्दे हैं। नीतीश ने कानून व्यवस्था सुधारी। मोदी ने सड़कें और रेल बनवाई। विपक्ष बेरोजगारी पर हमला करता है। मछली पकड़ना छोटी बात है, लेकिन चर्चा बड़ी।
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