बेंगलुरु में हेलमेट की जगह कड़ाही पहने बाइक सवार का जुगाड़ वायरल, पुलिस ने काटा 1000 रुपये का चालान।
बेंगलुरु की सड़कों पर ट्रैफिक जाम आम बात है लेकिन तीन नवंबर को एक अनोखा नजारा देखने को मिला। इलेक्ट्रॉनिक सिटी के पास एक युवक बाइक चला रहा था और उसके सिर पर
बेंगलुरु की सड़कों पर ट्रैफिक जाम आम बात है लेकिन तीन नवंबर को एक अनोखा नजारा देखने को मिला। इलेक्ट्रॉनिक सिटी के पास एक युवक बाइक चला रहा था और उसके सिर पर हेलमेट की जगह लोहे की कड़ाही चमक रही थी। यह दृश्य किसी ने मोबाइल से कैद कर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। वीडियो और फोटो कुछ ही घंटों में वायरल हो गए। लोग हंस हंस कर लोटपोट हो रहे हैं और इसे देसी जुगाड़ की मिसाल बता रहे हैं। युवक का नाम मोहम्मद अकमल है और वह पास के एक ढाबे में काम करता है। उसने बताया कि हेलमेट घर पर भूल गया था और चालान से बचने के लिए कड़ाही सिर पर रख ली। लेकिन बेंगलुरु ट्रैफिक पुलिस ने उसे रोक लिया और हेलमेट न पहनने का चालान काट दिया। जुर्माना一千 रुपये था। पुलिस ने कड़ाही उतारकर असली हेलमेट पहनने को कहा और जाने दिया।
यह घटना सुबह करीब नौ बजे की है जब इलेक्ट्रॉनिक सिटी फ्लाईओवर पर जाम लगा था। अकमल अपने ढाबे से सामान लेकर कहीं जा रहा था। उसकी बाइक पर पीछे सब्जियां और मसाले लदे थे। सिर पर कड़ाही देखकर आसपास के लोग मुस्कुराने लगे। एक कार सवार ने वीडियो बनाया और एक्स पर पोस्ट किया। कैप्शन था बेंगलुरु का देसी जुगाड़ हेलमेट। वीडियो में अकमल कड़ाही को एडजस्ट करता दिख रहा है। कड़ाही चमकदार थी और सूरज की रोशनी में हेलमेट जैसी लग रही थी। लेकिन दूर से देखने पर साफ पता चल रहा था कि यह रसोई का बर्तन है। वीडियो पोस्ट होते ही हजारों लाइक्स और रीट्वीट्स आए। लोग कमेंट कर रहे थे कि ये तो मल्टीटास्किंग है खाना पकाओ और ट्रैफिक नियम तोड़ो। कोई बोला पुलिस वाले भी हंस पड़े होंगे।
अकमल ने मीडिया से बात की। वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश का रहने वाला है और बेंगलुरु में पांच साल से ढाबे पर काम कर रहा है। उसने कहा कि सुबह जल्दी में हेलमेट भूल गया। जाम में फंस गया तो सोचा चालान हो जाएगा। ढाबे से कड़ाही उठाई और सिर पर रख ली। लगा कि पुलिस वाले दूर से हेलमेट समझ लेंगे। लेकिन नजदीक आकर देखा तो रोक लिया। पुलिस वाले पहले हंसे फिर चालान काटा। अकमल ने कहा कि अब कभी हेलमेट नहीं भूलूंगा। कड़ाही से सिर दर्द हो रहा था। ढाबे का मालिक भी हंस रहा था। उसने अकमल को नया हेलमेट गिफ्ट किया।
बेंगलुरु ट्रैफिक पुलिस ने वीडियो देखकर तुरंत एक्शन लिया। इलेक्ट्रॉनिक सिटी ट्रैफिक पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर ने बताया कि हेलमेट न पहनना गंभीर अपराध है। इससे दुर्घटना में सिर की चोट लग सकती है। हमने युवक को समझाया और चालान काटा। कड़ाही पहनना मजाक है लेकिन सुरक्षा से समझौता नहीं। पुलिस ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा कि हेलमेट बचाता है जुगाड़ नहीं। उन्होंने अभियान चलाया और जाम वाले इलाकों में चेकिंग बढ़ा दी। पिछले महीने बेंगलुरु में हेलमेट न पहनने के पांच हजार चालान कटे। पुलिस का कहना है कि जुगाड़ से जान जोखिम में डालते हैं।
यह वीडियो पुराने जुगाड़ों की याद दिलाता है। पहले लोग बर्तन सिर पर रखकर चालान बचाते थे। 2019 में हैदराबाद में एक शख्स ने हेलमेट की जगह तरबूज पहना था। 2022 में मुंबई में बर्तन। अब बेंगलुरु में कड़ाही। लोग कह रहे हैं कि महंगाई में हेलमेट खरीदना मुश्किल है। एक हेलमेट पांच सौ से हजार रुपये का। मजदूरों के लिए महंगा। लेकिन पुलिस कहती है कि जान से कीमती कुछ नहीं। सरकार सब्सिडी पर हेलमेट बांट रही है। बेंगलुरु में कई एनजीओ मुफ्त हेलमेट देते हैं।
सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई। एक्स पर हैशटैग देसीजुगाड़ ट्रेंड कर रहा है। कोई बोला ये क्रिएटिविटी है कोई बोला लापरवाही। मीम्स बने जहां कड़ाही को हेलमेट का ब्रांड बताया। एक मीम में लिखा पुलिस वाला कड़ाही जब्त कर खाना पका रहा है। फेसबुक पर ग्रुप्स में शेयर हो रहा है। इंस्टाग्राम रील्स बनीं। लोग खुद कड़ाही पहनकर वीडियो बना रहे हैं। लेकिन ट्रैफिक विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि ऐसे जुगाड़ से एक्सीडेंट बढ़ते हैं। बेंगलुरु में रोज सौ दुर्घटनाएं होती हैं जिनमें हेलमेट न पहनना कारण है।
अकमल अब लोकल हीरो बन गया। ढाबे पर ग्राहक बढ़ गए। लोग सेल्फी ले रहे हैं। उसने कहा कि गलती हो गई। अब सभी को हेलमेट पहनने की सलाह देता हूं। पुलिस ने उसे सम्मानित किया और सुरक्षित ड्राइविंग का सर्टिफिकेट दिया। मीडिया चैनलों ने कवर किया। न्यूज एंकर हंसते हुए रिपोर्ट पढ़ रहे थे। लेकिन मैसेज साफ कि नियम तोड़ना महंगा पड़ता है।
बेंगलुरु आईटी सिटी है लेकिन ट्रैफिक की समस्या बड़ी। रोज लाखों बाइक सवार। जाम में घंटों फंसना। लोग शॉर्टकट लेते हैं। हेलमेट भूल जाते हैं। पुलिस ड्रोन से निगरानी कर रही है। ऑटोमैटिक चालान सिस्टम आ गया। कैमरे नंबर प्लेट पढ़ते हैं। अब जुगाड़ नहीं चलेगा। सरकार हेलमेट अवेयरनेस कैंपेन चला रही है। स्कूलों में बच्चों को सिखाया जा रहा है।
यह वाकया हल्का फुल्का है लेकिन गंभीर संदेश देता है। हेलमेट पहनो जान बचाओ। जुगाड़ मजेदार लेकिन खतरनाक। अकमल की कड़ाही अब ढाबे में शोपीस है। लोग फोटो खिंचवाते हैं। मालिक ने बोर्ड लगाया देसी हेलमेट। ग्राहक हंसते हैं। लेकिन सब मानते हैं कि असली हेलमेट जरूरी।
पुलिस ने सभी बाइक सवारों से अपील की कि हेलमेट घर से निकलते ही पहनो। जुर्माना बढ़कर दो हजार हो सकता है। लाइसेंस सस्पेंड। कोर्ट केस। बेहतर है सुर सुरक्षित रहो। बेंगलुरु में सड़कें चौड़ी हो रही हैं लेकिन नियम पालन जरूरी।
अकमल ने नया हेलमेट खरीदा। अब वह दोस्तों को समझाता है। कहता है कड़ाही से चावल पकते हैं जान नहीं बचती। वीडियो वायरल होकर सबक बन गया। लोग शेयर कर रहे हैं। ट्रैफिक नियमों की याद दिला रहे हैं।
बेंगलुरु जैसे शहरों में ऐसे जुगाड़ आम। लेकिन समय बदल रहा है। टेक्नोलॉजी निगरानी कर रही है। सुरक्षित रहो खुश रहो। कड़ाही रसोई में अच्छी हेलमेट सड़क पर।
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