सतना में रन फॉर यूनिटी के दौरान क्रेन में फंसे सांसद गणेश सिंह ने निगम कर्मचारी को जड़ा थप्पड़, वायरल वीडियो से मचा हंगामा।
मध्य प्रदेश के सतना जिले में सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर आयोजित रन फॉर यूनिटी कार्यक्रम के दौरान एक शर्मनाक घटना ने राजनीतिक हलचल
मध्य प्रदेश के सतना जिले में सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर आयोजित रन फॉर यूनिटी कार्यक्रम के दौरान एक शर्मनाक घटना ने राजनीतिक हलचल मचा दी। यहां भाजपा सांसद गणेश सिंह डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के लिए हाइड्रोलिक क्रेन के बकेट में सवार हुए। लेकिन नीचे उतरते समय क्रेन में तकनीकी खराबी आ गई और वे हवा में ही फंस गए। इस असहज स्थिति से गुस्साए सांसद ने नगर निगम के ऑपरेटर को सबके सामने थप्पड़ जड़ दिया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिसके बाद विपक्ष ने सांसद से सार्वजनिक माफी की मांग की। भाजपा ने भी मामले की जांच का आश्वासन दिया है।
यह घटना शुक्रवार सुबह सतना शहर के सेमरिया चौक पर हुई। देशभर में राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाई जा रही पटेल जयंती पर मध्य प्रदेश सरकार ने रन फॉर यूनिटी रैली का आयोजन किया था। सतना में जिला अस्पताल से शुरू हुई रैली शहर के प्रमुख चौक-चौराहों से गुजरकर सेमरिया चौक पर समाप्त हुई। यहां डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित है। सांसद गणेश सिंह कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। वे दो अन्य लोगों के साथ नगर निगम की विद्युत शाखा की हाइड्रोलिक क्रेन पर सवार होकर ऊपर उठे। प्रतिमा पर माल्यार्पण सफल रहा लेकिन उतरते समय समस्या हो गई।
क्रेन का बकेट नीचे की ओर आ रहा था तभी अचानक रुक गया। सांसद को दो बार जोरदार झटका लगा। वे हवा में लटक गए और कुछ सेकंड के लिए असंतुलन महसूस हुआ। आसपास भीड़ में अफरा-तफरी मच गई। सांसद के सहयोगी चिंतित हो गए। ऑपरेटर ने तुरंत मशीन को स्थिर करने की कोशिश की लेकिन देरी हो चुकी थी। बकेट धीरे-धीरे नीचे आया तो सांसद का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने नीचे खड़े नगर निगम कर्मचारी का हाथ खींचा और जोरदार थप्पड़ मार दिया। कर्मचारी का नाम गणेश कुशवाहा है। वह नगर निगम की विद्युत शाखा में मस्टर कर्मचारी है और क्रेन का संचालन करता है। थप्पड़ के बाद सांसद ने कर्मचारी को फटकार भी लगाई। भीड़ में मौजूद लोगों ने मोबाइल से पूरा वीडियो बना लिया।
वीडियो में साफ दिख रहा है कि सांसद क्रेन के बकेट से उतरते ही ऑपरेटर को बुलाते हैं। कर्मचारी मदद के लिए हाथ बढ़ाता है तो सांसद उसका हाथ पकड़कर अपनी ओर खींचते हैं। फिर बिना कुछ कहे थप्पड़ जड़ देते हैं। कर्मचारी स्तब्ध रह जाता है। सांसद के चेहरे पर गुस्सा साफ झलक रहा है। वीडियो कुछ ही मिनटों में सोशल मीडिया पर फैल गया। ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर हजारों लोग इसे शेयर कर रहे हैं। कई यूजर्स ने सांसद को अहंकारी बताया। एक यूजर ने लिखा कि जनता के प्रतिनिधि का व्यवहार ऐसा होना शर्मनाक है। दूसरे ने कहा कि पटेल जी की जयंती पर एकता की बात करते हुए कर्मचारी को अपमानित करना विडंबना है। वीडियो की संख्या कुछ घंटों में लाखों में पहुंच गई।
सांसद गणेश सिंह सतना से चार बार के लोकसभा सांसद हैं। वे भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं और क्षेत्र में मजबूत पकड़ रखते हैं। लेकिन यह घटना उनकी छवि को नुकसान पहुंचा रही है। विपक्षी दल कांग्रेस ने तुरंत प्रतिक्रिया दी। सतना जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सांसद का यह अहंकार असहनीय है। उन्होंने मांग की कि सांसद कर्मचारी से सार्वजनिक माफी मांगें और भाजपा हाई कमांड कार्रवाई करे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने वीडियो को अपने सोशल मीडिया हैंडल से शेयर किया। एक कांग्रेस नेता ने ट्वीट किया कि सत्ता का नशा सांसद को भूल गया है कि वे जनता के सेवक हैं। विपक्ष ने कहा कि ऐसे नेता लोकतंत्र के लिए खतरा हैं।
नगर निगम प्रशासन ने भी मामले का संज्ञान लिया। आयुक्त ने कहा कि क्रेन पुरानी है और मेंटेनेंस की कमी से ऐसी समस्या हुई। उन्होंने जांच के आदेश दिए हैं। कर्मचारी गणेश कुशवाहा ने कहा कि वह सिर्फ अपना कर्तव्य निभा रहा था। थप्पड़ से उसे शारीरिक चोट तो नहीं आई लेकिन मानसिक आघात लगा। वह विभाग में 15 साल से सेवा दे रहा है। निगम ने कर्मचारी को समर्थन का आश्वासन दिया। सांसद के कार्यालय से अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया। लेकिन स्थानीय भाजपा नेताओं ने कहा कि सांसद तनाव में थे और मामला बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है।
सतना शहर में सरदार पटेल जयंती धूमधाम से मनाई गई। रन फॉर यूनिटी में सैकड़ों लोग शामिल हुए। स्कूल के बच्चे, युवा और महिलाएं रैली में चले। सांसद ने भाषण दिया कि पटेल जी ने देश को एकजुट किया। लेकिन घटना ने कार्यक्रम का मजा खराब कर दिया। स्थानीय लोग हैरान हैं। एक बुजुर्ग ने कहा कि नेता ऐसे व्यवहार न करें। युवा पीढ़ी गलत संदेश लेगी। विशेषज्ञों का कहना है कि सार्वजनिक आयोजनों में तकनीकी व्यवस्था मजबूत होनी चाहिए। क्रेन जैसी मशीनों का नियमित रखरखाव जरूरी है।
यह घटना मध्य प्रदेश की राजनीति में चर्चा का विषय बनी हुई है। भाजपा सरकार पर विपक्ष हमलावर है। कहा जा रहा है कि सत्ता के नशे में नेता बेलगाम हो रहे हैं। हाल ही में भोपाल में एक भाजपा नेता पर समान आरोप लगा था। लेकिन सतना की यह घटना वीडियो के कारण ज्यादा सुर्खियां बटोर रही है। सोशल मीडिया पर मीम्स भी बनने लगे। एक मीम में लिखा है कि सांसद ऊपर फंसे तो गुस्सा ऊपर चढ़ गया। लोग हंस रहे हैं लेकिन चिंता भी जता रहे हैं।
जिला प्रशासन ने शांति बनाए रखने की अपील की। कलेक्टर ने कहा कि जांच पूरी होने पर उचित कार्रवाई होगी। सांसद गणेश सिंह ने बाद में एक छोटे से बयान में कहा कि तकनीकी समस्या थी और गुस्सा अनियोजित था। लेकिन माफी नहीं मांगी। कर्मचारी यूनियन ने समर्थन में प्रदर्शन की चेतावनी दी। वे कहते हैं कि सरकारी कर्मचारियों का अपमान बर्दाश्त नहीं।
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