अलवर के चमत्कारी महादेव मंदिर पर तीसरी बार चोरों का धावा, सीसीटीवी में कैद प्रयास, ताला तोड़ने में नाकाम रहे।
राजस्थान के अलवर जिले में अपराध की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं और अब चोरों ने धार्मिक स्थलों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। यहां लाल डिग्गी स्थित चमत्कारी महादेव
राजस्थान के अलवर जिले में अपराध की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं और अब चोरों ने धार्मिक स्थलों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। यहां लाल डिग्गी स्थित चमत्कारी महादेव मंदिर पर एक महीने के अंदर तीसरी बार चोरों ने हाथ साफ करने की कोशिश की। बीती रात दो संदिग्ध मंदिर पहुंचे और ताला तोड़ने का प्रयास किया लेकिन सफल न हो सके। पूरा घटनाक्रम मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। पुजारी ने सुबह होते ही पुलिस को सूचना दी। स्थानीय पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यह घटना इलाके में दहशत फैला रही है और भक्तों के बीच भय का माहौल बन गया है। मंदिर समिति ने सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है।
यह घटना अलवर शहर के पुराने आरटीओ ऑफिस चौराहे पर स्थित चमत्कारी महादेव मंदिर की है। मंदिर की स्थापना कई दशक पुरानी है और यहां भगवान शिव की मूर्ति को चमत्कारी माना जाता है। भक्त दूर-दूर से दर्शन के लिए आते हैं। मंदिर में दान-पत्र का अच्छा संग्रह रहता है। पिछले एक महीने में चोरों ने यहां दो बार सफल चोरी की थी। पहली घटना 5 अक्टूबर को हुई जब रात में चोर घुस आए और दान-पात्र से करीब 20 हजार रुपये और कुछ चांदी के आभूषण ले उड़े। दूसरी चोरी 18 अक्टूबर को हुई जिसमें सोने की थाली और नकद राशि गायब हो गई। इन घटनाओं के बाद मंदिर समिति ने सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे लेकिन फिर भी चोर सक्रिय हैं।
बीती रात करीब डेढ़ बजे दो संदिग्ध व्यक्ति मंदिर के मुख्य द्वार पर पहुंचे। वे काले कपड़ों में लिपटे हुए थे और चेहरा ढका रखा था। सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि एक चोर ने ताला तोड़ने के लिए लोहे का रॉड इस्तेमाल किया। वह कई बार जोर लगाता रहा लेकिन ताला मजबूत था। दूसरा चोर आसपास नजर रख रहा था। करीब 10 मिनट तक प्रयास के बाद वे हार मानकर भाग निकले। पुजारी रामस्वरूप शर्मा ने बताया कि सुबह पूजा करते समय ताला पर खरोंच के निशान दिखे। उन्होंने तुरंत वीडियो चेक किया और पुलिस को बुला लिया। फुटेज में चोरों की पहचान आसान लग रही है क्योंकि उनका चेहरा आंशिक रूप से दिख रहा है।
अलवर सदर थाने की पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर पंचनामा किया। एसएचओ राजेंद्र सिंह ने कहा कि चोरों की तलाश के लिए टीमें गठित की गई हैं। फुटेज के आधार पर जल्द गिरफ्तारी होगी। उन्होंने बताया कि पिछले दो महीनों में अलवर में मंदिर चोरियां बढ़ी हैं। चोर दान-पात्र को निशाना बनाते हैं। पुलिस ने मंदिरों में गश्त बढ़ा दी है। मंदिर समिति के अध्यक्ष ने कहा कि चोरियां से भक्त निराश हो रहे हैं। उन्होंने जिला कलेक्टर से मिलकर सीसीटीवी को पुलिस कंट्रोल रूम से लिंक करने की मांग की। साथ ही रात्रि गश्त के लिए वॉलंटियर्स की जरूरत बताई।
अलवर जिले में अपराध दर में वृद्धि चिंताजनक है। राज्य पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, पिछले वर्ष की तुलना में चोरी के मामले 15 प्रतिशत बढ़े हैं। विशेषकर रात्रि में घटनाएं ज्यादा हो रही हैं। स्थानीय लोग कहते हैं कि स्ट्रीट लाइट्स की कमी और पार्किंग की समस्या से चोरों को मौका मिलता है। चमत्कारी महादेव मंदिर इलाके का प्रमुख धार्मिक केंद्र है। यहां रोज सैकड़ों भक्त आते हैं। एक बुजुर्ग भक्त ने बताया कि पहले मंदिर सुरक्षित लगता था लेकिन अब डर लगता है। वे कहते हैं कि भगवान की कृपा से चोर भाग गए लेकिन आगे क्या होगा।
पिछली चोरियों की जांच में पुलिस ने कुछ सुराग पाए थे। पहली चोरी में एक स्थानीय युवक का नाम आया था लेकिन वह फरार है। दूसरी में चोरों ने मंदिर के पीछे का रास्ता इस्तेमाल किया था। अब तीसरी घटना से पुलिस सक्रिय हो गई है। डीआईजी अलवर ने कहा कि मंदिर सुरक्षा के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। पड़ोसी राज्यों से आने वाले चोर गिरोहों पर नजर रखी जा रही है। अलवर सीमावर्ती जिला है इसलिए अवैध घुसपैठ भी एक कारण हो सकता है।
मंदिर के पुजारी ने बताया कि चोरियां से दान कम हो रहा है। भक्त सोचते हैं कि उनका पैसा सुरक्षित नहीं। मंदिर समिति ने दान-पात्र को लॉकर में रखना शुरू कर दिया है। लेकिन रात्रि में कोई पहरा नहीं है। स्थानीय हिंदू संगठनों ने बैठक बुलाई है। वे मांग कर रहे हैं कि मंदिर के आसपास दीवार बनाई जाए। पुलिस ने भरोसा दिलाया कि दोषियों को सजा मिलेगी। एक एनजीओ ने जागरूकता कैंप लगाने का फैसला लिया। वे भक्तों को चोरी रोकने के उपाय बताएंगे।
यह घटना राजस्थान के अन्य जिलों में भी देखी जा रही है। जयपुर के एक मंदिर में हाल ही में चोरी हुई थी। वहां चोरों ने सीसीटीवी तोड़ दिया था। अलवर में स्थिति गंभीर है क्योंकि जिले में पर्यटन बढ़ रहा है। सरिस्का टाइगर रिजर्व के कारण पर्यटक आते हैं लेकिन सुरक्षा कमजोर है। विशेषज्ञ कहते हैं कि डिजिटल सर्विलांस बढ़ाना जरूरी है। मंदिरों को स्मार्ट सिक्योरिटी सिस्टम से लैस किया जाए। सरकार ने मंदिर सुरक्षा कोष का ऐलान किया है लेकिन अमल धीमा है।
स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि चोरियां से इलाके की छवि खराब हो रही है। वे रात्रि बाजार बंद करने पर विचार कर रहे हैं। एक दुकानदार ने कहा कि पुलिस की गश्त बढ़े तो अपराध रुकेगा। भक्तों ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर किया। कई ने कहा कि भगवान ने चोरों को रोका। वीडियो वायरल हो गया और हजारों व्यूज हो गए। एक यूजर ने लिखा कि अपराधी भगवान तक नहीं छोड़ते। दूसरे ने पुलिस से त्वरित कार्रवाई की मांग की।
पुलिस जांच में पता चला कि चोर स्थानीय हो सकते हैं। वे मंदिर का रूटीन जानते हैं। फुटेज से उनकी हाइट और कपड़े का विवरण मिला है। टीमें आसपास के गांवों में छापेमारी कर रही हैं। अगर चोर पकड़े गए तो कड़ी सजा होगी। मंदिर समिति ने शुक्रवार को विशेष पूजा का आयोजन किया। भक्तों ने प्रार्थना की कि ऐसी घटनाएं न हों। पुजारी ने कहा कि भगवान की कृपा से मंदिर सुरक्षित रहेगा।
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