ज्यादा जुबान चलाओगी तो टांग पर टांग रख के..... SDM ने महिला से की अभद्र टिप्पणी, ट्रांसफर विवाद के बीच वायरल वीडियो ने मचाई हड़कंप।
दिल्ली के पूर्वी जिले के विवेक विहार में एक महिला सिविल डिफेंस वॉलंटियर से सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) के अभद्र व्यवहार का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया
दिल्ली के पूर्वी जिले के विवेक विहार में एक महिला सिविल डिफेंस वॉलंटियर से सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) के अभद्र व्यवहार का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। घटना 25 अक्टूबर 2025 की दोपहर की है, जब वॉलंटियर रीना शर्मा अपना ट्रांसफर ऑर्डर लेकर एसडीएम कार्यालय पहुंची थीं। ट्रांसफर के मुद्दे पर हुई बहस के दौरान एसडीएम देवेंद्र तोमर ने कथित तौर पर ऊंची आवाज में बात की, अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया और वॉलंटियर को धमकाते हुए देखा गया। वीडियो में एसडीएम को यह कहते सुना जा सकता है कि 'तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई यहां आने की, बाहर निकल जाओ वरना पछताओगी।' यह वीडियो अगले ही दिन सोशल मीडिया पर अपलोड होने के बाद तेजी से फैल गया, जिससे लोगों में गुस्सा भड़क गया। पूर्वी दिल्ली के डीएम एसएस परिहार और एसडीएम देवेंद्र तोमर ने अब तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, जिससे विवाद और बढ़ गया है।
घटना उस समय घटी जब रीना शर्मा, जो सिविल डिफेंस वॉलंटियर के रूप में दो साल से विवेक विहार में तैनात थीं, अपना ट्रांसफर ऑर्डर लेकर एसडीएम के पास गईं। रीना का ट्रांसफर शाहदारा जोन से मयूर विहार जोन में होना था, लेकिन वे इस बदलाव से नाराज थीं। उनका कहना था कि ट्रांसफर राजनीतिक दबाव के कारण किया गया, जबकि वे अपनी मूल पोस्टिंग पर बने रहना चाहती थीं। एसडीएम कार्यालय पहुंचने पर रीना ने ऑर्डर पर आपत्ति जताई और कहा कि यह नियमों के विरुद्ध है। बात बढ़ने पर एसडीएम भड़क गए। वीडियो फुटेज में दिख रहा है कि एसडीएम ने रीना को इशारा किया कि वे चुप रहें, लेकिन जब रीना ने अपना पक्ष रखा, तो एसडीएम ने ऊंची आवाज में जवाब दिया। उन्होंने कहा, 'तुम्हें लगता है तुम्हें सब पता है? यहां मेरी बात मानी जाएगी, नहीं तो बाहर का रास्ता देख लो।' रीना ने विरोध किया, लेकिन एसडीएम के स्टाफ ने उन्हें बाहर धकेलने की कोशिश की। पूरा वाकया कार्यालय के बाहर खड़े एक साथी ने मोबाइल पर रिकॉर्ड कर लिया। रीना ने बाद में बताया कि वे सिर्फ न्याय की मांग कर रही थीं, लेकिन उन्हें अपमानित महसूस हुआ। 'मैं एक महिला हूं, और सरकारी अधिकारी से ऐसी भाषा अपेक्षित नहीं,' उन्होंने कहा।
वीडियो 26 अक्टूबर को ट्विटर और फेसबुक पर शेयर होने के बाद वायरल हो गया। देखते ही देखते लाखों व्यूज हो गए, और लोग एसडीएम की आलोचना करने लगे। ट्विटर पर JusticeForReenaSharma और SDMBehaviour जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे। एक यूजर ने लिखा, 'अधिकारी का पद महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार के लिए नहीं है। तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए।' महिलाओं के संगठनों ने भी आवाज उठाई। दिल्ली महिला आयोग की पूर्व सदस्य बबीता फोगट ने ट्वीट किया कि यह लिंग भेदभाव का मामला है, और दिल्ली सरकार को हस्तक्षेप करना चाहिए। सोशल मीडिया पर हजारों कमेंट्स आए, जिनमें ज्यादातर ने एसडीएम के निलंबन की मांग की। कुछ यूजर्स ने डीएम एसएस परिहार को टैग किया और पूछा कि विभाग की चुप्पी क्यों? मीडिया ने भी इसे कवर किया। हिंदुस्तान टाइम्स, इंडियन एक्सप्रेस और आज तक जैसे चैनलों ने खबर चलाई। एक रिपोर्ट में कहा गया कि सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स अक्सर ट्रांसफर के नाम पर परेशान होते हैं, और यह घटना उसकी मिसाल है।
प्रशासन ने घटना को गंभीरता से लिया, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। पूर्वी दिल्ली के डीएम एसएस परिहार ने एक प्रेस रिलीज में कहा कि मामला संज्ञान में है, और आंतरिक जांच शुरू कर दी गई है। लेकिन उन्होंने एसडीएम के पक्ष पर कोई टिप्पणी नहीं की। एसडीएम देवेंद्र तोमर ने फोन पर संपर्क करने पर कोई जवाब नहीं दिया। विभागीय सूत्रों के अनुसार, एक तीन सदस्यीय समिति गठित की गई है, जो वीडियो की जांच करेगी और दोनों पक्षों के बयान लेगी। रीना शर्मा ने दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें आईपीसी की धारा 509 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाना) और 504 (अभद्रता) का उल्लेख है। पुलिस ने प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है, लेकिन अब तक एसडीएम को नोटिस नहीं भेजा गया। सिविल डिफेंस विभाग के डायरेक्टर ने कहा कि वॉलंटियर्स की शिकायतों पर तुरंत ध्यान दिया जाता है, और ट्रांसफर प्रक्रिया पारदर्शी है। लेकिन रीना का कहना है कि उनका ट्रांसफर बिना कारण बताया गया, और वे कोर्ट जाने को तैयार हैं।
यह घटना दिल्ली के सरकारी विभागों में महिलाओं के साथ व्यवहार पर सवाल खड़े करती है। विवेक विहार पूर्वी दिल्ली का एक व्यस्त इलाका है, जहां सिविल डिफेंस कार्यालय कई वॉलंटियर्स को संभालता है। रीना जैसे वॉलंटियर्स महामारी और आपदा के समय सेवा देते हैं, लेकिन ट्रांसफर के नाम पर परेशानी आम है। विशेषज्ञों का कहना है कि अधिकारियों को संवेदनशीलता की ट्रेनिंग जरूरी है। हाल ही में दिल्ली में कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां वरिष्ठ अधिकारियों के व्यवहार पर सवाल उठे। सोशल मीडिया ने इस बार भी भूमिका निभाई, क्योंकि वीडियो के बिना शायद यह दब जाता। रीना के परिवार ने उनका साथ दिया, और वे कहते हैं कि बेटी ने कुछ गलत नहीं किया। पूर्वी दिल्ली की विधायक ने भी मामले का संज्ञान लिया और डीएम से बात करने का वादा किया। ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाली महिलाओं के लिए यह घटना डरावनी है।
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