पीएम मोदी आज आईपी एक्सटेंशन में रावण दहन में लेंगे हिस्सा, दिल्ली में दशहरे की धूम 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इस समारोह में शामिल होना खास है। वे शाम छह बजे के आसपास पहुंचेंगे और मुख्य अतिथि के रूप में स्वागत होंगे। पारंपरिक तरीके से उनका अभि

Oct 2, 2025 - 09:58
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पीएम मोदी आज आईपी एक्सटेंशन में रावण दहन में लेंगे हिस्सा, दिल्ली में दशहरे की धूम 
पीएम मोदी आज आईपी एक्सटेंशन में रावण दहन में लेंगे हिस्सा, दिल्ली में दशहरे की धूम 

दो अक्टूबर 2025 को पूरे देश में दशहरा पर्व की धूम मची हुई है। यह विजयादशमी का दिन है, जब भगवान राम की रावण पर जीत का उत्सव मनाया जाता है। दिल्ली में भी विभिन्न स्थानों पर रामलीला का मंचन और रावण दहन की तैयारियां जोरों पर हैं। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के पूर्वी इलाके आईपी एक्सटेंशन में आयोजित दशहरा समारोह में शामिल होंगे। वे आईपी एक्सटेंशन रामलीला कमिटी के उत्सव में हिस्सा लेंगे और पारंपरिक रावण दहन समारोह में भाग लेंगे। यह आयोजन पटपड़गंज क्षेत्र के उत्सव ग्राउंड पर शाम छह बजे के आसपास होगा। प्रधानमंत्री का यह आगमन न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि सामाजिक सद्भाव और सांस्कृतिक विरासत को मजबूत करने का संदेश भी देता है। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। आइए इस आयोजन की पूरी पृष्ठभूमि, महत्व और दिल्ली के दशहरा उत्सव को विस्तार से जानें।

दशहरा, जिसे विजयादशमी या दसरहा भी कहा जाता है, हिंदू पंचांग के आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। इस वर्ष यह दो अक्टूबर को पड़ रहा है। यह नवरात्रि के नौ दिनों के बाद दसवां दिन है, जब अच्छाई की बुराई पर विजय का प्रतीक रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतलों का दहन किया जाता है। रामायण की कथा के अनुसार, भगवान राम ने इसी दिन लंका के राक्षस राजा रावण का वध किया था। यह घटना सत्य, धर्म और न्याय की जीत का प्रतीक है। एक अन्य मान्यता के अनुसार, देवी दुर्गा ने महिषासुर का संहार इसी दिन किया। दिल्ली जैसे महानगर में दशहरा सांस्कृतिक उत्सव का रूप ले लेता है। रामलीला मैदान, लाल किले के मैदान और विभिन्न कॉलोनियों में भव्य आयोजन होते हैं। लाखों लोग इसमें शामिल होते हैं। इस पर्व से पहले नवरात्रि में दुर्गा पूजा और गरबा का आनंद लिया जाता है।

दिल्ली में दशहरा की परंपरा सदियों पुरानी है। यहां रामलीला का मंचन तुलसीदास की रामचरितमानस पर आधारित होता है। आईपी एक्सटेंशन रामलीला कमिटी का आयोजन पूर्वी दिल्ली का प्रमुख कार्यक्रम है। यह कमिटी दशकों से सक्रिय है और हर वर्ष विशाल पुतले बनवाती है। इस बार रावण का पुतला 50 फुट ऊंचा होगा, जबकि मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले 40 फुट के होंगे। आयोजन स्थल पर राम-सीता, लक्ष्मण और हनुमान के चरित्रों को जीवंत करने वाले कलाकारों का प्रदर्शन होगा। शाम को धनुष-बाण से पुतले जलाए जाएंगे, जिसके बाद आतिशबाजी होगी। कमिटी के सदस्यों ने बताया कि यह आयोजन स्थानीय निवासियों की भागीदारी से संभव होता है। मुस्लिम कारीगर भी पुतले बनाते हैं, जो हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल है। दिल्ली पुलिस ने ट्रैफिक डायवर्जन प्लान जारी किया है। पटपड़गंज इंडस्ट्रियल एरिया और आईपी एक्सटेंशन के आसपास सड़कें प्रभावित होंगी। ड्रोन और सीसीटीवी से निगरानी होगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इस समारोह में शामिल होना खास है। वे शाम छह बजे के आसपास पहुंचेंगे और मुख्य अतिथि के रूप में स्वागत होंगे। पारंपरिक तरीके से उनका अभिनंदन होगा। वे रावण दहन के बाद संबोधन दे सकते हैं, जिसमें दशहरे के संदेश पर जोर होगा। पिछले वर्षों में उन्होंने ऐसे आयोजनों में दस संकल्प लेने का आह्वान किया था। 2023 में द्वारका के डीडीए ग्राउंड पर उन्होंने एक गरीब परिवार की मदद करने, पर्यावरण संरक्षण और स्वदेशी अपनाने जैसे संकल्प सुझाए थे। वहां हजारों लोग जुटे थे। इस बार भी उनका संदेश राष्ट्रीय एकता और नैतिक मूल्यों पर केंद्रित रहेगा। मोदी जी का यह कदम आम जनता से जुड़ाव को दर्शाता है। वे अक्सर धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजनों में भाग लेते हैं, जैसे अयोध्या राम मंदिर उद्घाटन या वाराणसी की देव दीपावली। यह उनकी छवि को मजबूत करता है।

दिल्ली में अन्य प्रमुख आयोजन भी हो रहे हैं। रामलीला मैदान में श्री धर्मिक लीला कमिटी का कार्यक्रम है, जहां राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि हैं। लाल किले के पास माधव दास पार्क में रावण दहन होगा। रेड फोर्ट ग्राउंड पर नव श्री धर्मिक लीला कमिटी का आयोजन है। पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दिल्ली की मुख्यमंत्री अतिशी सिंह भी अलग-अलग स्थानों पर शामिल होंगी। अतिशी आईपी एक्सटेंशन में ही रावण दहन करेंगी, जबकि केजरीवाल चिराग दिल्ली में। विपक्ष के नेता राहुल गांधी और सोनिया गांधी रेड फोर्ट पर होंगे। ये आयोजन राजनीतिक दलों के बीच सद्भाव दिखाते हैं। दिल्ली मेट्रो ने अतिरिक्त ट्रेनें चलाई हैं। पार्किंग और सैनिटाइजेशन के इंतजाम हैं। पर्यटन विभाग ने सांस्कृतिक प्रदर्शनियों का आयोजन किया है।

दशहरे का ऐतिहासिक महत्व गहरा है। मुगल काल में भी दिल्ली में रामलीला होती थी। 16वीं शताब्दी में तानसेन जैसे संगीतकार इसमें भाग लेते थे। आधुनिक समय में यह पर्व सामाजिक जागरूकता का माध्यम बना। पर्यावरण के लिहाज से अब इको-फ्रेंडली पुतले बनाए जाते हैं। कागज और प्राकृतिक रंगों का उपयोग होता है। दिल्ली सरकार ने प्रदूषण रोकने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। बच्चे रामलीला देखकर नैतिक शिक्षा ग्रहण करते हैं। महिलाएं शक्ति स्वरूपा दुर्गा का आह्वान करती हैं। मेले में खिलौने, मिठाइयां और हस्तशिल्प बिकते हैं। यह आर्थिक गतिविधियां बढ़ाता है।

प्रधानमंत्री मोदी ने सुबह ही सोशल मीडिया पर दशहरा की बधाई दी। उन्होंने कहा कि विजयादशमी सत्य की असत्य पर, धर्म की अधर्म पर और न्याय की अन्याय पर विजय का प्रतीक है। उन्होंने देशवासियों से साहस, विवेक और भक्ति के मार्ग पर चलने का आह्वान किया। राष्ट्रपति मुर्मू ने भी शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि यह पर्व हमें बुराई पर अच्छाई की जीत सिखाता है। अन्य नेता जैसे राहुल गांधी ने भी बधाई संदेश जारी किए। जम्मू-कश्मीर में मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्ला श्रीनगर में रावण दहन करेंगे। महाराष्ट्र में शिवसेना की रैली होगी। पूरे देश में 1000 से अधिक स्थानों पर रावण दहन होगा।

आईपी एक्सटेंशन आयोजन का विशेष महत्व है क्योंकि यह पूर्वी दिल्ली का हृदय स्थल है। यहां मध्यम वर्गीय परिवार रहते हैं। रामलीला कमिटी स्थानीय स्तर पर सामाजिक कार्य करती है। शिक्षा और स्वास्थ्य शिविर लगाती है। प्रधानमंत्री का आगमन कमिटी के लिए गौरव का विषय है। वे पुतले जलाने के बाद लोगों से बातचीत करेंगे। यह आयोजन लाइव प्रसारित होगा। न्यूज चैनलों पर कवरेज होगा। सुरक्षा में 2000 पुलिसकर्मी तैनात हैं। ड्रोन से हवाई निगरानी होगी। ट्रैफिक पुलिस ने वैकल्पिक मार्ग बताए हैं।

दशहरा केवल उत्सव नहीं, बल्कि जीवन दर्शन है। यह सिखाता है कि बुराई कितनी भी ताकतवर हो, सत्य अंततः जीतता है। मोदी सरकार की योजनाएं जैसे स्वच्छ भारत, आत्मनिर्भर भारत इस संदेश से जुड़ी हैं। प्रधानमंत्री ने अतीत में दशहरा पर आतंकवाद को रावण बताते हुए उसके दहन की बात कही थी। इस बार भी उनका संदेश प्रासंगिक होगा। दिल्ली का मौसम साफ है, जो आयोजन को और भव्य बनाएगा।

यह पर्व देश की विविधता को दर्शाता है। उत्तर भारत में रामलीला, पूर्व में दुर्गा पूजा का प्रभाव। लेकिन सभी में एक ही संदेश है। आईपी एक्सटेंशन में मोदी जी की उपस्थिति इसे राष्ट्रीय घटना बना देगी। बच्चे, युवा और बुजुर्ग सभी उत्साहित हैं। यह दशहरा यादगार बनेगा। सबको विजयादशमी की हार्दिक शुभकामनाएं। अच्छाई हमेशा जीते।

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