Viral News: गाजियाबाद में हिस्ट्रीशीटर की गिरफ्तारी के दौरान पुलिस पर हमला, सिपाही सौरभ देशवाल की मौत, कादिर गिरफ्तार। 

सौरभ देशवाल की शहादत: सिपाही सौरभ देशवाल के सिर में गोली लगने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य पुलिसकर्मी घायल हुए....

May 26, 2025 - 14:34
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Viral News: गाजियाबाद में हिस्ट्रीशीटर की गिरफ्तारी के दौरान पुलिस पर हमला, सिपाही सौरभ देशवाल की मौत, कादिर गिरफ्तार। 

हाईलाइट्स:

  • पुलिस पर घातक हमला: गाजियाबाद के मसूरी थाना क्षेत्र में हिस्ट्रीशीटर कादिर को पकड़ने गई नोएडा पुलिस की टीम पर भीड़ ने पथराव और फायरिंग की, जिसमें सिपाही सौरभ देशवाल की मौत हो गई।
  • कुख्यात कादिर गिरफ्तार: मुख्य आरोपी मोहम्मद कादिर, जिस पर गैंगस्टर और चोरी के 16 मुकदमे दर्ज हैं, को पुलिस ने हिरासत में लिया।
  • स्थानीय आक्रोश: हमले में शामिल कादिर के परिजनों और साथियों के खिलाफ मामला दर्ज, ग्रामीणों में तनाव और पुलिस की कार्रवाई तेज।
  • पुलिस की प्रतिक्रिया: गाजियाबाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की, अतिरिक्त पुलिस बल तैनात, और हमलावरों की तलाश जारी।
  • महिला सुरक्षा और कानून-व्यवस्था पर सवाल: घटना ने उत्तर प्रदेश में पुलिस की सुरक्षा और अपराधियों के बढ़ते हौसले पर गंभीर सवाल उठाए।

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के मसूरी थाना क्षेत्र के नहाल गांव में रात एक दुखद और चौंकाने वाली घटना सामने आई। नोएडा पुलिस की एक टीम कुख्यात हिस्ट्रीशीटर मोहम्मद कादिर को गिरफ्तार करने गई थी, लेकिन इस दौरान कादिर के परिजनों और साथियों ने पुलिस टीम पर पथराव और फायरिंग कर दी। इस हमले में सिपाही सौरभ देशवाल के सिर में गोली लगी, जिसके कारण उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना ने न केवल पुलिस बल की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए हैं, बल्कि उत्तर प्रदेश में अपराधियों के बढ़ते हौसले और कानून-व्यवस्था की स्थिति पर भी बहस छेड़ दी है।

घटना रविवार रात करीब 12:30 बजे की है, जब नोएडा पुलिस की एक टीम मसूरी थाना क्षेत्र के नहाल गांव में कादिर को गिरफ्तार करने पहुंची। कादिर एक कुख्यात अपराधी है, जिसके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट और चोरी से संबंधित 16 मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, जैसे ही पुलिस ने कादिर को उसके घर से हिरासत में लिया और उसे लेकर गांव से बाहर निकलने लगी, तभी पंचायत भवन के पास छिपे उसके परिजनों और साथियों ने पुलिस पर हमला बोल दिया।

हमलावरों ने पहले पुलिस टीम पर पथराव शुरू किया और फिर हथियारों से फायरिंग की। इस अचानक हमले में सिपाही सौरभ देशवाल के सिर में गोली लग गई। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस हमले में दो से तीन अन्य पुलिसकर्मी भी घायल हुए, जिनका इलाज स्थानीय अस्पताल में चल रहा है। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए कादिर को गिरफ्तार कर लिया और उसके खिलाफ हत्या और सरकारी कार्य में बाधा डालने की धाराओं में मामला दर्ज किया।

सिपाही सौरभ देशवाल: एक वीर की शहादत

सौरभ देशवाल नोएडा पुलिस में एक समर्पित सिपाही थे, जिन्होंने अपने कर्तव्य के प्रति निष्ठा दिखाते हुए अपनी जान गंवा दी। उनकी मृत्यु ने पुलिस बल और स्थानीय समुदाय में शोक की लहर दौड़ा दी। सौरभ के परिवार में उनकी पत्नी और दो छोटे बच्चे हैं, जिनके लिए यह एक अपूरणीय क्षति है। गाजियाबाद पुलिस ने उनके बलिदान को सलाम करते हुए उनके परिवार को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।

मोहम्मद कादिर मसूरी थाना क्षेत्र का हिस्ट्रीशीटर है, जिसके खिलाफ पहले से ही कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। गैंगस्टर एक्ट के तहत उसका आपराधिक रिकॉर्ड उसे एक खतरनाक अपराधी के रूप में चिह्नित करता है। पुलिस के अनुसार, कादिर चोरी, लूट और गैंगस्टर गतिविधियों में लिप्त रहा है। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कई बार छापेमारी की थी, लेकिन इस बार की कार्रवाई में इतना बड़ा हादसा हो गया। कादिर को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन पुलिस अब उसके सहयोगियों और हमले में शामिल अन्य लोगों की तलाश में जुटी है।

गाजियाबाद के डीसीपी ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि हमले के बाद अतिरिक्त पुलिस बल को नहाल गांव में तैनात किया गया है ताकि स्थिति को नियंत्रित किया जा सके। पुलिस ने कादिर के परिजनों और अन्य हमलावरों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या), 307 (हत्या का प्रयास), और 353 (सरकारी कार्य में बाधा) के तहत मामला दर्ज किया है। डीसीपी ने यह भी कहा कि इस मामले की गहन जांच की जा रही है और सभी दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलाई जाएगी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और सौरभ देशवाल के परिवार को हर संभव सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया। उन्होंने पुलिस को अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कदम उठाने के आदेश दिए। नहाल गांव में इस घटना के बाद तनाव का माहौल है। स्थानीय लोगों ने सौरभ देशवाल की मौत पर शोक व्यक्त किया, लेकिन कुछ ग्रामीणों ने कादिर के समर्थन में भी आवाज उठाई, जिससे स्थिति और जटिल हो गई है। पुलिस ने क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया है और ग्रामीणों से शांति बनाए रखने की अपील की है। सामाजिक संगठनों और स्थानीय नेताओं ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और दोषियों के लिए कठोर सजा की मांग की है। 

पुलिस को ऐसी परिस्थितियों से निपटने के लिए बेहतर रणनीति और संसाधनों की जरूरत है। साथ ही, ग्रामीण क्षेत्रों में सामुदायिक पुलिसिंग को बढ़ावा देकर स्थानीय लोगों का विश्वास जीतने की आवश्यकता है ताकि वे अपराधियों का साथ देने के बजाय पुलिस का सहयोग करें। सौरभ देशवाल की शहादत एक दुखद अनुस्मारक है कि पुलिसकर्मी अपनी जान जोखिम में डालकर समाज की रक्षा करते हैं। उनकी कुर्बानी को सम्मान देने के लिए यह जरूरी है कि दोषियों को कड़ी सजा दी जाए और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। यह घटना उत्तर प्रदेश में पुलिस पर हमलों की बढ़ती प्रवृत्ति को दर्शाती है। हाल के महीनों में, बिहार और उत्तर प्रदेश में कई ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जहां अपराधियों को पकड़ने गई पुलिस टीमों पर हमला किया गया। उदाहरण के लिए, अप्रैल 2025 में बिहार के रोहतास में एक वारंटी को पकड़ने गई पुलिस पर हमला हुआ, जिसमें एक महिला सिपाही सहित चार पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसी तरह, मऊगंज में मार्च 2025 में एक पुलिस टीम पर हमले में एक सब-इंस्पेक्टर की मौत हो गई थी।

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ये घटनाएं इस बात की ओर इशारा करती हैं कि अपराधियों में पुलिस का डर कम हो रहा है, और ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय समुदायों का समर्थन अपराधियों को और साहस दे रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि पुलिस बल को बेहतर प्रशिक्षण, हथियार, और सुरक्षा उपकरण प्रदान करने की आवश्यकता है ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। गाजियाबाद की इस घटना ने उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। योगी आदित्यनाथ सरकार ने अपराधियों के खिलाफ "जीरो टॉलरेंस" नीति की बात की है, लेकिन ऐसी घटनाएं इस दावे पर सवाल उठाती हैं। विपक्षी नेताओं ने इस घटना को सरकार की नाकामी करार देते हुए तीखी आलोचना की है। समाजवादी पार्टी के एक नेता ने X पर लिखा, "योगी राज में अपराधी बेखौफ हो गए हैं। पुलिसकर्मी तक सुरक्षित नहीं, तो आम जनता का क्या हाल होगा?"

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