19 अगस्त 2025 को भारत के प्रमुख शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों का विस्तृत विश्लेषण।
Today Petrol Prices: भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में मामूली स्थिरता देखी गई, जो वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों, रुपये-डॉलर विनिमय दर, और स्थानीय .....
भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में मामूली स्थिरता देखी गई, जो वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों, रुपये-डॉलर विनिमय दर, और स्थानीय करों जैसे कारकों से प्रभावित थीं। भारत में ईंधन की कीमतें दैनिक आधार पर संशोधित की जाती हैं, और यह प्रक्रिया जून 2017 से लागू डायनामिक फ्यूल प्राइसिंग सिस्टम के तहत हर सुबह 6 बजे होती है। यह समय विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत एक विकासशील देश है, जो अपनी तेल आवश्यकताओं का लगभग 85% आयात करता है, जिसके कारण वैश्विक तेल बाजार की गतिशीलता और मुद्रा विनिमय दरों का सीधा असर घरेलू ईंधन कीमतों पर पड़ता है। हम 19 अगस्त 2025 को भारत के प्रमुख शहरों जैसे दिल्ली, लखनऊ, कानपुर, आगरा, बरेली, मुम्बई, कोलकाता, पुणे, चेन्नई, तमिलनाडु, असम, और मध्य प्रदेश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत करेंगे, साथ ही हाल के अपडेट्स और बाजार के रुझानों का विश्लेषण करेंगे।
19 अगस्त 2025 को, भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें कुछ शहरों में हाल की तुलना में स्थिर रहीं, जबकि कुछ स्थानों पर मामूली उतार-चढ़ाव देखा गया। दिल्ली, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में, पेट्रोल की कीमत 94.77 रुपये प्रति लीटर थी, जबकि डीजल की कीमत 87.67 रुपये प्रति लीटर थी। ये कीमतें हाल के दिनों में देखी गई स्थिरता को दर्शाती हैं, जैसा कि 15 अगस्त 2025 को दर्ज की गई कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ। दिल्ली में ईंधन की कीमतें अन्य महानगरों की तुलना में अपेक्षाकृत कम हैं, क्योंकि यहां वैट (मूल्य वर्धित कर) और अन्य स्थानीय कर कम हैं। लखनऊ, उत्तर प्रदेश की राजधानी, में पेट्रोल की कीमत 94.65 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 87.76 रुपये प्रति लीटर थी। उत्तर प्रदेश में स्थानीय करों और परिवहन लागत के कारण कीमतों में मामूली अंतर देखा गया।
कानपुर, उत्तर प्रदेश का एक अन्य प्रमुख शहर, में पेट्रोल की कीमत 94.70 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 87.80 रुपये प्रति लीटर थी। आगरा में, जो ताजमहल के लिए प्रसिद्ध है, पेट्रोल की कीमत 94.80 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 87.90 रुपये प्रति लीटर थी। बरेली में, पेट्रोल की कीमत 94.60 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 87.70 रुपये प्रति लीटर थी। उत्तर प्रदेश के इन शहरों में कीमतों में मामूली अंतर स्थानीय मांग, परिवहन लागत, और डीलर कमीशन के कारण था। मुम्बई, भारत की वित्तीय राजधानी, में पेट्रोल की कीमत 103.50 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 90.03 रुपये प्रति लीटर थी। मुम्बई में ईंधन की कीमतें अन्य शहरों की तुलना में अधिक थीं, क्योंकि यहां वैट की दर अधिक है और शहरी क्षेत्रों में मांग भी अधिक है।
कोलकाता, पश्चिम बंगाल की राजधानी, में पेट्रोल की कीमत 105.41 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.02 रुपये प्रति लीटर थी। कोलकाता में वैट की दर 17% या 7.70 रुपये प्रति लीटर (जो भी अधिक हो) है, जिसके कारण ईंधन की कीमतें दिल्ली की तुलना में अधिक हैं। पुणे, महाराष्ट्र का एक प्रमुख शहर, में पेट्रोल की कीमत 103.60 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 90.10 रुपये प्रति लीटर थी। चेन्नई, तमिलनाडु की राजधानी, में पेट्रोल की कीमत 100.80 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.39 रुपये प्रति लीटर थी। तमिलनाडु में वैट की दर पेट्रोल पर 34% और डीजल पर 25% है, जिसके कारण डीजल की कीमतें पेट्रोल की तुलना में कम हैं। तमिलनाडु के अन्य शहरों, जैसे कोयंबटूर और मदुरै, में कीमतें चेन्नई के समान थीं, लेकिन स्थानीय परिवहन लागत के कारण मामूली अंतर देखा गया।
असम, पूर्वोत्तर भारत का एक प्रमुख राज्य, में पेट्रोल की कीमत 97.50 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 89.20 रुपये प्रति लीटर थी। असम में ईंधन की कीमतें अन्य क्षेत्रों की तुलना में कम थीं, क्योंकि यहां मांग अपेक्षाकृत कम है और राज्य सरकार ने हाल ही में तेल उत्पादन में कदम उठाए हैं, जो भविष्य में कीमतों को और स्थिर कर सकते हैं। मध्य प्रदेश में, भोपाल और इंदौर जैसे शहरों में पेट्रोल की कीमत 104.50 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 91.50 रुपये प्रति लीटर थी। मध्य प्रदेश में वैट और अन्य करों के कारण कीमतें दिल्ली की तुलना में अधिक थीं, लेकिन मुम्बई और कोलकाता की तुलना में कम थीं।
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हाल की स्थिरता का कारण वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में कमी और भारतीय रुपये की स्थिरता थी। 19 अगस्त 2025 को, वैश्विक बाजार में ब्रेंट क्रूड की कीमत 81.74 डॉलर प्रति बैरल थी, जो पिछले दिन की तुलना में 0.54% कम थी। इसी तरह, डब्ल्यूटीआई क्रूड की कीमत 76.48 डॉलर प्रति बैरल थी, जो 0.8% की गिरावट दर्शाती थी। हाल के महीनों में, भारत सरकार ने ईंधन की कीमतों को कम करने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिसमें मार्च 2024 में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 2 रुपये प्रति लीटर की कटौती शामिल थी। यह कटौती आगामी चुनावों से पहले मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए की गई थी, जैसा कि कुछ समाचार रिपोर्टों में उल्लेख किया गया था।
भारत में ईंधन की कीमतें कई कारकों से प्रभावित होती हैं, जिनमें वैश्विक कच्चे तेल की कीमतें, रुपये-डॉलर विनिमय दर, केंद्रीय उत्पाद शुल्क, और राज्य-विशिष्ट वैट शामिल हैं। इसके अलावा, परिवहन लागत, डीलर कमीशन, और प्रदूषण उपकर भी कीमतों को प्रभावित करते हैं। भारत में ईंधन की कीमतें जीएसटी के दायरे में नहीं आती हैं, जिसके कारण विभिन्न राज्यों में वैट की दरों के आधार पर कीमतों में अंतर होता है। उदाहरण के लिए, आंध्र प्रदेश में पेट्रोल की कीमत 109.57 रुपये प्रति लीटर थी, जो भारत में सबसे अधिक थी, जबकि अरुणाचल प्रदेश में यह 92.35 रुपये प्रति लीटर थी, जो सबसे कम थी।
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले महीनों में, खासकर त्योहारी सीजन और सर्दियों के दौरान, ईंधन की मांग बढ़ने से कीमतों में उछाल आ सकता है। इसके अलावा, लाल सागर संकट जैसे वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान भी कीमतों को प्रभावित कर सकते हैं। सरकार और तेल विपणन कंपनियां, जैसे इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम, और हिंदुस्तान पेट्रोलियम, दैनिक आधार पर कीमतों की समीक्षा करती हैं ताकि वैश्विक बाजार की गतिशीलता को प्रतिबिंबित किया जा सके। उपभोक्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे नवीनतम कीमतों की जानकारी के लिए तेल कंपनियों की वेबसाइटों या मोबाइल ऐप्स, जैसे फ्यूल@आईओसी, का उपयोग करें।
भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) को बढ़ावा देने की दिशा में सरकार के प्रयासों के कारण भविष्य में ईंधन की मांग में कमी आ सकती है। हालांकि, वर्तमान में देश की तेल आयात पर निर्भरता के कारण कीमतों में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। उपभोक्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे नियमित रूप से कीमतों पर नजर रखें और अपने बजट के अनुसार ईंधन खरीदारी की योजना बनाएं।
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