भारत में 10 जुलाई 2025 को पेट्रोल और डीजल की कीमतें: दिल्ली, मुंबई, लखनऊ और अन्य शहरों में ताजा अपडेट।
Today Petrol Diesel Price: भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें विभिन्न शहरों में स्थिर बनी हुई हैं, हालांकि कुछ शहरों में मामूली उतार-चढ़ाव देखा गया है। केंद्र सरकार ....
10 जुलाई 2025 को भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें विभिन्न शहरों में स्थिर बनी हुई हैं, हालांकि कुछ शहरों में मामूली उतार-चढ़ाव देखा गया है। केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 2 रुपये प्रति लीटर की कटौती के बाद, उपभोक्ताओं को कुछ राहत मिली है। यह कटौती अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतों में कमी और रुपये-डॉलर विनिमय दर में स्थिरता के कारण संभव हुई है। हालांकि, वैश्विक तेल बाजार में अस्थिरता और भारत की 80% से अधिक तेल आयात पर निर्भरता के कारण कीमतें भविष्य में बदल सकती हैं। भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें रोजाना सुबह 6 बजे संशोधित होती हैं, जो वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों, रुपये-डॉलर विनिमय दर, केंद्रीय उत्पाद शुल्क, राज्य वैट और परिवहन लागत पर निर्भर करती हैं। 10 जुलाई 2025 को प्रमुख शहरों में कीमतें इस प्रकार हैं:
दिल्ली:
पेट्रोल: ₹94.77 प्रति लीटर
डीजल: ₹87.67 प्रति लीटर
लखनऊ (उत्तर प्रदेश):
पेट्रोल: ₹94.65 प्रति लीटर
डीजल: ₹87.76 प्रति लीटर
कानपुर (उत्तर प्रदेश):
पेट्रोल: ₹94.70 प्रति लीटर
डीजल: ₹87.80 प्रति लीटर
आगरा (उत्तर प्रदेश):
पेट्रोल: ₹94.80 प्रति लीटर
डीजल: ₹87.90 प्रति लीटर
बरेली (उत्तर प्रदेश):
पेट्रोल: ₹94.75 प्रति लीटर
डीजल: ₹87.85 प्रति लीटर
मुंबई (महाराष्ट्र):
पेट्रोल: ₹103.50 प्रति लीटर
डीजल: ₹90.03 प्रति लीटर
कोलकाता (पश्चिम बंगाल):
पेट्रोल: ₹103.94 प्रति लीटर
डीजल: ₹90.76 प्रति लीटर
पुणे (महाराष्ट्र):
पेट्रोल: ₹103.95 प्रति लीटर
डीजल: ₹90.50 प्रति लीटर
चेन्नई (तमिलनाडु):
पेट्रोल: ₹100.80 प्रति लीटर
डीजल: ₹92.39 प्रति लीटर
गुवाहाटी (असम):
पेट्रोल: ₹97.85 प्रति लीटर
डीजल: ₹89.10 प्रति लीटर
भोपाल (मध्य प्रदेश):
पेट्रोल: ₹104.85 प्रति लीटर
डीजल: ₹91.75 प्रति लीटर
तमिलनाडु और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में कीमतें स्थानीय वैट और मांग-आपूर्ति के आधार पर अलग-अलग हो सकती हैं। उदाहरण के लिए, तमिलनाडु के कोयंबटूर में पेट्रोल ₹101.10 और डीजल ₹92.60 प्रति लीटर है, जबकि मध्य प्रदेश के इंदौर में पेट्रोल ₹104.90 और डीजल ₹91.80 प्रति लीटर है। हाल ही में केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 2 रुपये प्रति लीटर की कटौती की घोषणा की थी, जो 9 जुलाई 2025 से लागू हुई। यह कटौती वैश्विक तेल बाजार में ब्रेंट क्रूड की कीमतों में कमी (लगभग $85.54 प्रति बैरल) और अमेरिका द्वारा अपने स्ट्रैटेजिक पेट्रोलियम रिजर्व से तेल जारी करने के फैसले के बाद संभव हुई। इस कटौती का उद्देश्य मध्यम वर्ग और परिवहन क्षेत्र को राहत देना था, खासकर तब जब भारत में दोपहिया वाहनों की मांग सबसे ज्यादा है। हालांकि, कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम आगामी चुनावों को ध्यान में रखकर उठाया गया है, और मई-जून 2025 के बाद कीमतों में वृद्धि हो सकती है।
- कीमतों को प्रभावित करने वाले कारक
भारत में ईंधन की कीमतें कई कारकों पर निर्भर करती हैं:
अंतरराष्ट्रीय कच्चा तेल मूल्य: भारत अपनी 85% तेल आवश्यकताओं का आयात करता है। ब्रेंट और WTI क्रूड की कीमतों में उतार-चढ़ाव का सीधा असर घरेलू कीमतों पर पड़ता है।
रुपये-डॉलर विनिमय दर: रुपये की कमजोरी आयातित तेल की लागत बढ़ाती है। हाल के महीनों में रुपये में स्थिरता ने कीमतों को नियंत्रित करने में मदद की है।
केंद्र और राज्य कर: केंद्र सरकार का उत्पाद शुल्क और राज्यों का वैट ईंधन की कीमतों को दोगुना कर देता है। उदाहरण के लिए, दिल्ली में वैट कम होने के कारण कीमतें अन्य मेट्रो शहरों की तुलना में कम हैं।
परिवहन और डीलर कमीशन: स्थानीय परिवहन लागत और डीलर मार्जिन भी कीमतों को प्रभावित करते हैं।
स्थानीय मांग-आपूर्ति: महानगरों जैसे मुंबई और कोलकाता में अधिक मांग के कारण कीमतें ज्यादा हैं।
- क्षेत्रीय भिन्नताएं
भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें राज्यों और शहरों में अलग-अलग होती हैं। उदाहरण के लिए, आंध्र प्रदेश के चित्तूर में पेट्रोल की कीमत ₹110.34 प्रति लीटर है, जो देश में सबसे ज्यादा है, जबकि दादरा और नगर हवेली में यह ₹92.51 प्रति लीटर है, जो सबसे कम है। दिल्ली में कीमतें सबसे कम हैं, क्योंकि वहां वैट दरें कम हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश के शहरों (लखनऊ, कानपुर, आगरा, बरेली) में कीमतें लगभग एकसमान हैं, लेकिन स्थानीय करों के कारण मामूली अंतर है। तमिलनाडु और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में वैट और परिवहन लागत के कारण कीमतें दिल्ली की तुलना में अधिक हैं। असम में गुवाहाटी जैसे शहरों में कीमतें मध्यम हैं, लेकिन परिवहन लागत के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में यह बढ़ सकती है।
- ईंधन कीमतों का प्रभाव
पेट्रोल और डीजल की कीमतें भारत की अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव डालती हैं। भारत दुनिया का सबसे बड़ा दोपहिया वाहन बाजार है, और पेट्रोल की कीमतें सीधे मध्यम वर्ग के बजट को प्रभावित करती हैं। डीजल की कीमतें परिवहन लागत को प्रभावित करती हैं, जिसका असर सामानों और सेवाओं की कीमतों पर पड़ता है। हाल की कटौती से उपभोक्ताओं को राहत मिली है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि वैश्विक तेल बाजार में अस्थिरता के कारण यह राहत अस्थायी हो सकती है।
- सरकार और OMCs की भूमिका
भारत में इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम जैसी सरकारी तेल कंपनियां (OMCs) कीमतें निर्धारित करती हैं। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने हाल ही में कहा कि अगर वैश्विक कच्चे तेल की कीमतें कम रहती हैं, तो OMCs के पास कीमतें और कम करने की गुंजाइश है। हालांकि, पेट्रोल और डीजल को अभी जीएसटी के दायरे में नहीं लाया गया है, जिसके कारण राज्य सरकारों का वैट कीमतों को प्रभावित करता है।
- इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर बढ़ता भारत
भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) को बढ़ावा देने की दिशा में प्रयास तेज हो रहे हैं, जो भविष्य में ईंधन की मांग को कम कर सकते हैं। हालांकि, भारत में दोपहिया और भारी वाहनों की निर्भरता अभी भी पेट्रोल और डीजल पर है, जिसके कारण कीमतों का स्थिर रहना महत्वपूर्ण है। दिल्ली में 10 साल से पुरानी डीजल गाड़ियों और 15 साल से पुरानी पेट्रोल गाड़ियों पर प्रतिबंध जैसे कदम भी ईंधन खपत को प्रभावित कर रहे हैं।
10 जुलाई 2025 को भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर हैं, और हाल की 2 रुपये की कटौती ने उपभोक्ताओं को राहत दी है। दिल्ली में सबसे कम कीमतें (पेट्रोल ₹94.77, डीजल ₹87.67) और मुंबई, कोलकाता जैसे मेट्रो शहरों में ज्यादा कीमतें देखी जा रही हैं। उत्तर प्रदेश के शहरों में कीमतें लगभग एकसमान हैं, जबकि तमिलनाडु, मध्य प्रदेश और असम में स्थानीय करों के कारण अंतर है। वैश्विक तेल बाजार और रुपये की स्थिति भविष्य में कीमतों को प्रभावित कर सकती है। उपभोक्ता इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम के मोबाइल ऐप्स (जैसे Fuel@IOC, Smart Drive, My HPCL) के जरिए कीमतें ट्रैक कर सकते हैं।
What's Your Reaction?