Political News: अकोला में सनसनीखेज हत्याकांड- कांग्रेस नेता विजय कौशल के भाई संजय कौशल की लोहे के हथियार से निर्मम हत्या, आरोपी महेंद्र पवार गिरफ्तार। 

महाराष्ट्र के अकोला जिले के रणपिसे नगर में एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विजय...

Jun 4, 2025 - 13:17
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Political News: अकोला में सनसनीखेज हत्याकांड- कांग्रेस नेता विजय कौशल के भाई संजय कौशल की लोहे के हथियार से निर्मम हत्या, आरोपी महेंद्र पवार गिरफ्तार। 

महाराष्ट्र के अकोला जिले के रणपिसे नगर में एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विजय कौशल के छोटे भाई और सार्वजनिक बांधकाम विभाग (PWD) के रिटायर्ड इंजीनियर संजय कौशल (60 वर्ष) की लोहे की टांगी से निर्मम हत्या कर दी गई। इस वारदात को अंजाम देने वाला आरोपी महेंद्र विश्वासराव पवार, एक कुख्यात अपराधी, है, जिसे पुलिस ने घटना के कुछ घंटों बाद ही गिरफ्तार कर लिया। यह पूरी घटना पास के सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई, जिसने इस हत्याकांड की भयावहता को और उजागर किया। यह हत्याकांड सोमवार को रात लगभग 7:45 बजे रणपिसे नगर के मुरलीधर टावरों के प्रवेश द्वार के पास हुआ। संजय कौशल, जो हाल ही में PWD से रिटायर हुए थे, अपने अपार्टमेंट के गेट के पास कुर्सी पर बैठे थे। तभी महेंद्र पवार, जो उसी इमारत में रहता था, उनके पास आया। प्रत्यक्षदर्शियों और सीसीटीवी फुटेज के अनुसार, दोनों के बीच पहले कुछ देर बातचीत हुई, जो जल्द ही तीखी बहस में बदल गई। इसके बाद, पवार ने लोहे की नुकीली टांगी निकाली और संजय कौशल के सिर और सीने पर ताबड़तोड़ वार किए। हमले की क्रूरता ऐसी थी कि आसपास के लोग हस्तक्षेप करने की कोशिश में असफल रहे। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि पवार ने कौशल पर बार-बार वार किए, और उनकी चीखें सुनकर भी वह नहीं रुका।

घटना के बाद, संजय कौशल को तुरंत अकोला जनरल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने बताया कि उनके सिर और सीने पर गहरे घाव थे, जिसके कारण उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटनास्थल से भागने की कोशिश कर रहे पवार को पुलिस ने दो घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया।

  • हत्या का कारण: पुरानी रंजिश

पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार, यह हत्या संजय कौशल और महेंद्र पवार के बीच लंबे समय से चली आ रही व्यक्तिगत रंजिश का परिणाम थी। दोनों एक ही अपार्टमेंट में रहते थे, और पहले भी उनके बीच कई बार तनातनी हो चुकी थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, सोमवार शाम को दोनों के बीच फिर से कोई विवाद हुआ, जिसके बाद पवार ने यह क्रूर कदम उठाया। हालांकि, पुलिस अभी भी हत्या के सटीक कारणों की जांच कर रही है, और यह स्पष्ट नहीं है कि यह रंजिश किस मुद्दे पर थी। कुछ स्थानीय लोगों का कहना है कि यह विवाद संपत्ति या व्यक्तिगत मतभेदों से संबंधित हो सकता है।

  • आरोपी महेंद्र पवार का आपराधिक इतिहास

महेंद्र विश्वासराव पवार को पुलिस ने एक सराईत अपराधी बताया है, जिसके खिलाफ पहले भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। कुछ महीने पहले ही पवार एक अन्य प्राणघातक हमले के मामले में जमानत पर रिहा हुआ था। उसने पहले भी एक व्यक्ति पर हमला किया था, जिसके लिए उसे गिरफ्तार किया गया था। इस बार, उसकी क्रूरता ने संजय कौशल की जान ले ली। पुलिस ने बताया कि पवार ने हमले के बाद भागने की कोशिश की, लेकिन सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय लोगों की सूचना के आधार पर उसे जल्दी ही पकड़ लिया गया।

  • संजय कौशल और विजय कौशल

संजय कौशल एक सम्मानित रिटायर्ड इंजीनियर थे, जिन्होंने PWD में लंबे समय तक अपनी सेवाएं दीं। वे अकोला में एक साधारण और शांतिपूर्ण जीवन जी रहे थे। उनके बड़े भाई, विजय कौशल, कांग्रेस पार्टी के एक प्रमुख नेता हैं, जो अकोला और आसपास के क्षेत्रों में अपनी सामाजिक और राजनीतिक सक्रियता के लिए जाने जाते हैं। इस हत्याकांड ने न केवल कौशल परिवार को, बल्कि पूरे अकोला के राजनीतिक और सामाजिक माहौल को झकझोर दिया है। इस घटना ने महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मचा दी है। कांग्रेस पार्टी के स्थानीय नेताओं ने इस हत्याकांड की निंदा की और इसे कानून-व्यवस्था की विफलता का प्रतीक बताया। एक स्थानीय कांग्रेस नेता ने कहा, "संजय कौशल एक सज्जन व्यक्ति थे, और उनकी हत्या ने यह दिखा दिया कि अकोला में अपराधी कितने बेखौफ हो गए हैं। हम सरकार से मांग करते हैं कि इस मामले की गहन जांच हो और दोषी को सख्त सजा दी जाए।" विपक्षी दलों ने इस घटना को महाराष्ट्र में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाने के लिए इस्तेमाल किया। शिवसेना (UBT) के एक नेता ने कहा, "यह हत्या दर्शाती है कि राज्य में अपराधी बिना डर के खुलेआम घूम रहे हैं। सरकार को इस पर तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए।"

हालांकि, सत्तारूढ़ महायुती गठबंधन ने इस मामले को व्यक्तिगत रंजिश से जोड़ा और इसे राजनीतिक रंग देने से इंकार किया। एक बीजेपी नेता ने कहा, "यह एक व्यक्तिगत विवाद था, और पुलिस ने तुरंत कार्रवाई कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इसे राजनीतिक मुद्दा बनाना गलत है।"

  • सीसीटीवी फुटेज और पुलिस जांच

इस हत्याकांड की सबसे महत्वपूर्ण साक्ष्य मुरलीधर टावरों के पास लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद फुटेज है। इस फुटेज में साफ दिख रहा है कि पवार ने संजय कौशल पर अचानक हमला किया और बिना रुके कई बार वार किए। यह फुटेज न केवल पुलिस जांच में महत्वपूर्ण साक्ष्य है, बल्कि इसने पूरे शहर में सनसनी फैला दी। सोशल मीडिया पर इस फुटेज के कुछ हिस्से वायरल हो गए, जिसके बाद लोगों में गुस्सा और डर का माहौल है। पुलिस ने बताया कि वे इस मामले में गहन जांच कर रहे हैं। अकोला पुलिस अधीक्षक ने कहा, "हमारे पास पर्याप्त सबूत हैं, और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि आरोपी को कड़ी सजा मिले। हम यह भी जांच कर रहे हैं कि क्या इस हत्या के पीछे कोई और साजिश थी।" पुलिस ने अपार्टमेंट के अन्य निवासियों और प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ शुरू कर दी है।

इस हत्याकांड ने अकोला में कानून-व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। स्थानीय लोग इस बात से चिंतित हैं कि एक सराईत अपराधी जमानत पर बाहर था और उसने इतनी बड़ी वारदात को अंजाम दे दिया। रणपिसे नगर के निवासियों ने सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। एक निवासी ने कहा, "हमारे अपार्टमेंट में पहले भी पवार की हरकतों की शिकायतें थीं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब एक निर्दोष व्यक्ति की जान चली गई।" सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर गुस्सा देखा गया। @news24tvchannel ने पोस्ट किया, "महाराष्ट्र: अकोला जिले में कांग्रेस नेता विजय कौशल के छोटे भाई की हत्या। आरोपी महेंद्र पवार ने रिटायर्ड इंजीनियर संजय कौशल पर लोहे के हथियार से वार किया। पूरी घटना CCTV में कैद।" इस पोस्ट ने हजारों लोगों का ध्यान खींचा और कई लोगों ने सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की।

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यह हत्या न केवल एक व्यक्तिगत त्रासदी है, बल्कि यह महाराष्ट्र में बढ़ते अपराध और जमानत पर रिहा अपराधियों की निगरानी की विफलता को भी उजागर करती है। पवार जैसे अपराधी, जो पहले भी हिंसक वारदातों में शामिल रहे हैं, जमानत पर रिहा होने के बाद फिर से अपराध करने में सक्षम रहे। यह सवाल उठता है कि क्या जमानत प्रणाली और निगरानी तंत्र में सुधार की जरूरत है। इसके अलावा, इस घटना ने अकोला में कांग्रेस के राजनीतिक आधार को भी प्रभावित किया है। विजय कौशल एक प्रमुख स्थानीय नेता हैं, और उनके भाई की हत्या ने पार्टी कार्यकर्ताओं में आक्रोश पैदा किया है। यह घटना आगामी स्थानीय निकाय चुनावों में एक बड़ा मुद्दा बन सकती है। संजय कौशल की हत्या एक ऐसी घटना है जिसने न केवल एक परिवार को दुख में डुबो दिया, बल्कि पूरे अकोला में डर और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया। महेंद्र पवार जैसे अपराधी का बेखौफ होकर इस तरह की वारदात को अंजाम देना कानून-व्यवस्था की खामियों को दर्शाता है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और सीसीटीवी फुटेज के सबूत इस मामले में सजा सुनिश्चित करने में मदद करेंगे।

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