जसप्रीत बुमराह का टेस्ट करियर खतरे में? मोहम्मद कैफ ने फिटनेस और रफ्तार पर उठाए सवाल
कैफ ने यह भी कहा कि बुमराह का जोश और समर्पण अब भी वही है, लेकिन उनका शरीर उनकी मेहनत का साथ नहीं दे रहा। उन्होंने बुमराह के एकमात्र विकेट का जि

पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने 26 जुलाई 2025 को इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर में चल रहे चौथे टेस्ट मैच के तीसरे दिन के बाद जसप्रीत बुमराह के टेस्ट करियर पर बड़ा बयान दिया। कैफ ने बुमराह की घटती रफ्तार और फिटनेस पर चिंता जताते हुए कहा कि वह जल्द ही टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले सकते हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो में कहा कि बुमराह का शरीर अब उनका साथ नहीं दे रहा, और वह पहले जैसी तेज गेंदबाजी नहीं कर पा रहे। यह बयान तब आया जब बुमराह ने मैनचेस्टर टेस्ट में 28 ओवर में सिर्फ एक विकेट लिया और उनकी गेंदों की रफ्तार 130-135 किमी प्रति घंटा के आसपास रही। यह बयान भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के बीच चर्चा का विषय बन गया है।
- मैनचेस्टर टेस्ट में बुमराह का प्रदर्शन
भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का चौथा टेस्ट मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में खेला जा रहा है। इस मैच में बुमराह का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। तीसरे दिन तक उन्होंने 28 ओवर में 95 रन देकर सिर्फ एक विकेट लिया, जो इंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज जेमी स्मिथ का था। उनकी गेंदों की रफ्तार 130-135 किमी प्रति घंटा रही, जो उनकी सामान्य रफ्तार 138-142 किमी प्रति घंटा से काफी कम है। इस टेस्ट में बुमराह ने सिर्फ एक गेंद 140 किमी प्रति घंटा से ऊपर फेंकी, जो उनके करियर में असामान्य है।
तीसरे दिन के खेल में बुमराह कुछ देर के लिए मैदान से बाहर भी गए। भारतीय गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल ने बताया कि बुमराह ने सीढ़ियों से उतरते समय अपने टखने में मोच ले ली थी, जिसके कारण वह पूरी ताकत से गेंदबाजी नहीं कर पाए। हालांकि, वह चाय के ब्रेक के बाद मैदान पर लौटे, लेकिन उनकी गेंदों में पहले जैसी धार नहीं दिखी। कैफ ने इस प्रदर्शन को बुमराह की फिटनेस की समस्या का संकेत बताया।
- कैफ का बयान और चिंता
मोहम्मद कैफ ने अपने यूट्यूब चैनल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो में कहा, "मुझे लगता है कि जसप्रीत बुमराह को अब टेस्ट मैचों में ज्यादा नहीं देखा जाएगा। हो सकता है कि वह संन्यास ले लें। उनकी रफ्तार इस टेस्ट में कम रही। वह 125-130 किमी प्रति घंटा की गति से गेंदबाजी कर रहे थे। वह स्वाभिमानी खिलाड़ी हैं। अगर उन्हें लगता है कि वह देश के लिए 100% नहीं दे पा रहे, विकेट नहीं ले पा रहे, या मैच नहीं जिता पा रहे, तो वह खुद खेलने से मना कर देंगे।"
कैफ ने यह भी कहा कि बुमराह का जोश और समर्पण अब भी वही है, लेकिन उनका शरीर उनकी मेहनत का साथ नहीं दे रहा। उन्होंने बुमराह के एकमात्र विकेट का जिक्र किया, जिसमें विकेटकीपर ध्रुव जुरेल को आगे की ओर डाइव लगाकर कैच लेना पड़ा। कैफ ने कहा, "फिट बुमराह की गेंदें इतनी तेज होती हैं कि विकेटकीपर को ऊपर की ओर कैच लेना पड़ता है, चाहे बल्लेबाज जो रूट हो या बेन स्टोक्स।"
कैफ ने प्रशंसकों को चेतावनी दी कि उन्हें बुमराह के बिना टेस्ट क्रिकेट देखने की आदत डालनी पड़ सकती है। उन्होंने कहा, "पहले विराट कोहली, रोहित शर्मा और रविचंद्रन अश्विन टेस्ट क्रिकेट से चले गए। अब शायद बुमराह भी जाएंगे। मैं दुआ करता हूं कि मेरी भविष्यवाणी गलत हो, लेकिन इस टेस्ट में जो मैंने देखा, उससे लगता है कि वह गेंदबाजी का आनंद नहीं ले रहे।"
- बुमराह की फिटनेस का इतिहास
जसप्रीत बुमराह का करियर शानदार रहा है, लेकिन उनकी अनोखी गेंदबाजी शैली और छोटा रन-अप उनके शरीर पर भारी पड़ता है। उनकी गेंदबाजी में कंधों और पीठ पर ज्यादा जोर पड़ता है, जिसके कारण वह कई बार चोटिल हुए हैं। 2024 में ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान सिडनी टेस्ट में उन्हें पीठ में चोट लगी थी, जिसके कारण वह तीन महीने तक मैदान से बाहर रहे। इस बार मैनचेस्टर टेस्ट में टखने की मोच ने उनकी मुश्किलें बढ़ा दीं।
कैफ ने पहले भी बुमराह की फिटनेस पर चिंता जताई थी। उन्होंने कुछ महीने पहले बुमराह को टेस्ट कप्तान बनाने के खिलाफ सलाह दी थी, क्योंकि इससे उनकी चोट का खतरा बढ़ सकता था। कैफ ने कहा था, "बुमराह जैसे खिलाड़ी को ज्यादा जिम्मेदारी देना ठीक नहीं। हमें उनका ध्यान रखना चाहिए।"
- सीरीज में बुमराह का प्रदर्शन
इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में बुमराह ने पहले दो टेस्ट में शानदार प्रदर्शन किया था। हेडिंग्ले में पहले टेस्ट में उन्होंने 5 विकेट लिए, और लॉर्ड्स में तीसरे टेस्ट में भी 5 विकेट झटके। लेकिन मैनचेस्टर टेस्ट में उनका प्रदर्शन फीका रहा। इस सीरीज में वह अब तक 13 विकेट ले चुके हैं, लेकिन उनकी औसत 26.69 है। मैनचेस्टर में इंग्लैंड ने पहली पारी में 669 रन बनाए, जिसमें जो रूट (150) और बेन स्टोक्स (77 नाबाद) ने शतक जड़े।
बुमराह को इस सीरीज में पांच में से केवल तीन टेस्ट खेलने थे, ताकि उनकी फिटनेस का ध्यान रखा जाए। वह 31 जुलाई से शुरू होने वाले पांचवें टेस्ट में शायद न खेलें।
जसप्रीत बुमराह को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में गिना जाता है। वह एकमात्र गेंदबाज हैं, जिन्होंने आईसीसी रैंकिंग में टेस्ट, वनडे और टी20, तीनों प्रारूपों में नंबर एक स्थान हासिल किया। उन्होंने 2024 टी20 विश्व कप में 15 विकेट लेकर भारत को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। टेस्ट क्रिकेट में वह सबसे कम मैचों में 200 विकेट लेने वाले भारतीय तेज गेंदबाज हैं। उनकी यॉर्कर और तेज गति बल्लेबाजों के लिए हमेशा मुश्किल पैदा करती है।
लेकिन उनकी गेंदबाजी शैली के कारण चोट का खतरा बना रहता है। पूर्व पाकिस्तानी गेंदबाज शोएब अख्तर ने कहा था कि बुमराह की शैली उनकी पीठ और कंधों पर दबाव डालती है, जिससे चोट का खतरा बढ़ता है।
कैफ के बयान ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी। कई प्रशंसकों ने उनकी बात का समर्थन किया और बुमराह की फिटनेस पर चिंता जताई। एक यूजर ने लिखा, "बुमराह का शरीर अब टेस्ट क्रिकेट का बोझ नहीं उठा सकता। हमें उनके करियर को बचाने के लिए उन्हें आराम देना चाहिए।" लेकिन कुछ प्रशंसकों ने कैफ की आलोचना की और कहा कि बुमराह अभी भी भारत के सबसे बड़े गेंदबाज हैं।
विपक्षी दलों ने भी इस मुद्दे को सियासी रंग देने की कोशिश की। कुछ नेताओं ने कहा कि बुमराह की फिटनेस पर सवाल उठाना भारतीय क्रिकेट को कमजोर करने की साजिश है। लेकिन क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि कैफ ने सही समय पर यह मुद्दा उठाया।
मोहम्मद कैफ का बयान जसप्रीत बुमराह के टेस्ट करियर पर बड़ा सवाल खड़ा करता है। मैनचेस्टर टेस्ट में उनकी कम रफ्तार और फिटनेस की समस्या ने प्रशंसकों और विशेषज्ञों को चिंता में डाल दिया है। बुमराह की गेंदबाजी भारत की टेस्ट टीम का मजबूत स्तंभ रही है, लेकिन उनकी चोटों का इतिहास और मौजूदा प्रदर्शन चिंता का कारण है। अगर कैफ की भविष्यवाणी सही होती है, तो भारत को बिना बुमराह के टेस्ट क्रिकेट खेलने की तैयारी करनी पड़ सकती है। हालांकि, प्रशंसक और कैफ दोनों उम्मीद करते हैं कि बुमराह जल्द फिट होकर अपनी पुरानी लय में लौटें।
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