करवा चौथ पर ज्योति सिंह का भावुक व्रत- पवन सिंह की फोटो देख चांद को अर्घ्य दिया और की दुआ।

भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह ने 10 अक्टूबर 2025 को करवा चौथ का व्रत रखा। पारंपरिक रूप से पति की लंबी आयु के लिए रखा जाने वाला यह व्रत ज्योति ने भी निभाया

Oct 11, 2025 - 13:31
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करवा चौथ पर ज्योति सिंह का भावुक व्रत- पवन सिंह की फोटो देख चांद को अर्घ्य दिया और की दुआ।
करवा चौथ पर ज्योति सिंह का भावुक व्रत- पवन सिंह की फोटो देख चांद को अर्घ्य दिया और की दुआ।

भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह ने 10 अक्टूबर 2025 को करवा चौथ का व्रत रखा। पारंपरिक रूप से पति की लंबी आयु के लिए रखा जाने वाला यह व्रत ज्योति ने भी निभाया, लेकिन उनके वैवाहिक विवाद के बीच यह एक भावुक पल बन गया। ज्योति ने पति की फोटो को चांद के समक्ष रखकर अर्घ्य दिया। सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने लिखा कि पत्नी होने के नाते कर्तव्य निभाती रहूंगी, लेकिन भगवान से दुआ है कि मेरी जैसी अभागिन कोई और न बने। यह पोस्ट वायरल हो गई और लोगों ने उनकी भावनाओं का सम्मान किया। ज्योति का यह कदम उनके दर्द को उजागर करता है, जबकि पवन सिंह ने इसे निजी मामला बताया।

करवा चौथ हिंदू विवाहित महिलाओं का प्रमुख त्योहार है, जो कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। इस दिन महिलाएं सूर्योदय से चंद्रोदय तक निर्जला व्रत रखती हैं। शाम को चांद निकलने पर छलनी से उसे देखती हैं और फिर पति को अर्घ्य देकर व्रत खोलती हैं। ज्योति ने भी यही रस्म निभाई। उनके वीडियो में वे साड़ी पहने, माथे पर सिंदूर लगाए नजर आ रही हैं। चांद को अर्घ्य देने से पहले उन्होंने पवन सिंह की फोटो को सामने रखा। वीडियो में उनकी आंखों में आंसू थे। उन्होंने कहा कि विवाह के बंधन में बंधी होने के कारण यह व्रत रखा, लेकिन जीवन की कठिनाइयों ने दिल तोड़ दिया है। ज्योति ने लिखा, पति के नाम पर व्रत रखा, लेकिन सच्चाई ऐसी कि दुआ केवल यही है कि कोई और इस दर्द से न गुजरे।

पवन सिंह और ज्योति सिंह की शादी 2018 में हुई थी। पवन पहले अभिनेत्री अक्षरा सिंह के साथ रिलेशनशिप में थे, लेकिन विवाद के बाद ज्योति से शादी की। दंपति के दो बच्चे हैं। लेकिन पिछले 3-4 सालों से उनका वैवाहिक जीवन तनावपूर्ण रहा। ज्योति ने कई बार सोशल मीडिया पर दर्द बयां किया। 2024 के लोकसभा चुनाव में पवन सिंह ने करकट सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा और 2.78 लाख वोट हासिल किए। ज्योति ने उस समय उनका प्रचार किया। लेकिन चुनाव के बाद अलगाव की खबरें तेज हो गईं। ज्योति ने पवन पर उपेक्षा का आरोप लगाया। कहा कि वे फोन नहीं उठाते और परिवार को समय नहीं देते।

विवाद की शुरुआत अक्टूबर 2025 की शुरुआत में हुई। 3 अक्टूबर को ज्योति ने फेसबुक पर पोस्ट किया, लखनऊ आ रही हूं, दो दिन इंतजार करूंगी। 5 अक्टूबर को वे पवन के लखनऊ फ्लैट पर पहुंचीं। वहां 90 मिनट की बातचीत हुई। लेकिन पवन चले गए और ज्योति रुक गईं। पुलिस बुलाई गई। ज्योति ने वीडियो बनाकर कहा, पवन ने मेरे खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस मुझे ले जा रही है। इतना दुख है कि जहर खाकर मर जाऊंगी। इस घर से लाश ही निकलेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने कहा था कि आ जाओ, कोई नहीं हटाएगा। लेकिन न्याय कौन दिलाएगा। पुलिस ने कहा कि कोई एफआईआर नहीं हुई, केवल पूछताछ के लिए बुलाया था। ज्योति ने पवन पर हत्या का प्रयास करने का भी आरोप लगाया, लेकिन सबूत नहीं दिए।

8 अक्टूबर को मुंबई में ज्योति ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने गंभीर आरोप लगाए। कहा कि पवन ने कई बार गर्भपात की दवाएं दीं। जब विरोध किया तो यातनाएं दीं। एक बार रात 2 बजे 25 नींद की गोलियां खा लीं। पवन के भाई रणू और टीम मेंबर दीपक ने मुंबई के बेलव्यू मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल ले जाकर बचाया। ज्योति ने सवाल किया, जो बच्चा चाहते हैं, वे पत्नी को ऐसी दवाएं क्यों देंगे। उन्होंने कहा, मैंने कई बातें छिपाईं, लेकिन पवन ने मजबूर किया। पवन पर बेवफाई का भी आरोप लगाया। कहा, लोकसभा चुनाव के दौरान अन्य महिलाओं के साथ संबंध थे। ज्योति ने कहा, अगर पत्नी के रूप में स्वीकार कर लो तो चुनाव नहीं लड़ूंगी।

पवन सिंह ने भी 8 अक्टूबर को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने आरोपों को राजनीतिक बताया। कहा, ज्योति चुनाव लड़ने के लिए इस्तेमाल कर रही हैं। मैं इंसान हूं, थकता हूं। महिलाएं छोटी बात पर रो लेती हैं, लेकिन पुरुष का दर्द कोई नहीं देखता। पवन ने कहा, एक ही छत के नीचे रहकर केस कैसे लड़ें। स्टाफ को खाना बनवाया, भाई से बात करने को कहा। लेकिन ज्योति नहीं मानीं। उन्होंने कहा, दर्शक भगवान हैं, उनकी भावनाएं आहत नहीं करूंगा। ज्योति पर राजनीतिक लाभ का आरोप लगाया। कहा, भाजपा से टिकट नहीं मिला तो अब जन सुराज की ओर रुख। पवन भाजपा समर्थक हैं, लेकिन 2024 में निर्दलीय लड़े।

10 अक्टूबर को ज्योति पटना गईं। जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर से शेखपुरा हाउस में मिलीं। मीडिया से कहा, चुनाव लड़ने का इरादा नहीं। केवल न्याय चाहिए। महिलाओं पर हो रहे अत्याचार रोकने के लिए आवाज उठा रही हूं। किशोर ने कहा, पवन मेरा दोस्त है, परिवारिक मामला है, टिप्पणी नहीं करूंगा। लेकिन बिहार की महिला के रूप में आई हैं, सुनना सामाजिक जिम्मेदारी है। सुरक्षा पर जन सुराज समर्थन देगा। ज्योति ने कहा, पवन ने 15 साल भाजपा में रहकर खुद टिकट नहीं दिलाया, मुझे कैसे दिलाएंगे। यह राजनीतिक साजिश है। ज्योति ने फेसबुक पर करवा चौथ पोस्टर शेयर किया, जिसमें पवन का नाम लिया। सुलह की इच्छा जताई।

करवा चौथ पर ज्योति का व्रत विवाद के बीच एक सकारात्मक संदेश था। सोशल मीडिया पर वीडियो को हजारों व्यूज मिले। कई यूजर्स ने सहानुभूति जताई। एक ने लिखा, सच्ची पत्नी की पहचान यही है। भोजपुरी फैंस ने पवन से सुलह की अपील की। लेकिन पवन ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। ज्योति ने कहा, विवाह बंधन में बंधी हूं, कर्तव्य निभाऊंगी। लेकिन दर्द इतना है कि दूसरों के लिए दुआ। यह त्योहार प्रेम का प्रतीक है, लेकिन उनके लिए दर्द का।

विवाहिक विवाद पर कानूनी कार्रवाई चल रही है। कोर्ट में तलाक का केस 3-4 साल से है। ज्योति ने बच्चों की कस्टडी मांगी। पवन ने संपत्ति बंटवारे पर सवाल उठाए। विशेषज्ञ कहते हैं, सेलिब्रिटी कपल्स के मामले मीडिया में आ जाते हैं, लेकिन निजता जरूरी। ज्योति की राजनीतिक महत्वाकांक्षा भी चर्चा में है। वे करकट और देहरी विधानसभा में सक्रिय हैं। जन सुराज से टिकट की अटकलें हैं, लेकिन ज्योति ने इंकार किया। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में यह मुद्दा बन सकता है।

पवन सिंह भोजपुरी इंडस्ट्री के टॉप स्टार हैं। गाने जैसे लॉलीपॉप लागेलु और रसिया सुपरहिट। वे राजनीति में भी सक्रिय। भाजपा से जुड़े, लेकिन निर्दलीय लड़े। ज्योति ने कहा, समाज सेवा का दावा करने वाले पत्नी को न्याय न दें, तो समाज को क्या देंगे। यह विवाद ने भोजपुरी सिनेमा को भी प्रभावित किया। फैंस दो भागों में बंट गए। कुछ पवन के समर्थन में, कुछ ज्योति के।

करवा चौथ 2025 पर पूरे देश में लाखों महिलाओं ने व्रत रखा। लेकिन ज्योति का व्रत खास था। उन्होंने फोटो देख अर्घ्य दिया, जो अनुपस्थिति में प्रतीक था। वीडियो में वे कहती हैं, चांद को देखकर व्रत तोड़ा, लेकिन दिल का दर्द नहीं टूटा। भगवान सबको सुख दें। यह संदेश महिलाओं को प्रेरित करता है। ज्योति ने कहा, मजबूत रहूंगी, बच्चों के लिए लड़ूंगी।

विवाद के बावजूद ज्योति का व्रत पारंपरिक मूल्यों को दर्शाता है। सोशल मीडिया पर हैशटैग ज्योतिसिंह ट्रेंडिंग। मीडिया ने कवरेज किया। अमर उजाला ने वीडियो शेयर किया। हिंदुस्तान टाइम्स ने राजनीतिक कोण जोड़ा। एनडीटीवी ने आरोपों का विवरण दिया। यह घटना वैवाहिक संबंधों पर सवाल उठाती है। विशेषज्ञ कहते हैं, संवाद से समस्याएं सुलझें। ज्योति की दुआ सच्ची लगी। उम्मीद है, दोनों सुलह करें। बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं।

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