देश- विदेश: एलॉन मस्क का ट्रम्प के खिलाफ नया दांव, ‘अमेरिका पार्टी’ बनाकर बदलना चाहते हैं अमेरिकी राजनीति।
टेस्ला और स्पेसएक्स के मालिक एलॉन मस्क, जो दुनिया के सबसे अमीर और प्रभावशाली लोगों में से एक हैं, ने हाल ही में एक ऐसी बात कही है...
टेस्ला और स्पेसएक्स के मालिक एलॉन मस्क, जो दुनिया के सबसे अमीर और प्रभावशाली लोगों में से एक हैं, ने हाल ही में एक ऐसी बात कही है, जिसने अमेरिकी राजनीति में हलचल मचा दी है। उन्होंने अमेरिका के मौजूदा दो दलों—डेमोक्रेट और रिपब्लिकन—के सिस्टम को “यूनिपार्टी” यानी एक ही तरह की पार्टी बताते हुए इसे खत्म करने की बात कही है। मस्क ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर 1 जुलाई 2025 को एक पोस्ट में कहा, “अगर यह पागलपन भरा ‘वन बिग ब्यूटीफुल बिल’ पास होता है, तो अगले ही दिन ‘अमेरिका पार्टी’ की शुरुआत करूंगा। हमें डेमोक्रेट-रिपब्लिकन की इस यूनिपार्टी का विकल्प चाहिए, ताकि आम लोगों की आवाज़ उठ सके।” यह बयान मस्क और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच बढ़ते तनाव के बीच आया है, जो पहले एक-दूसरे के करीबी सहयोगी हुआ करते थे।
मस्क की इस नई राजनीतिक पार्टी की बात ने न केवल अमेरिका, बल्कि पूरी दुनिया में चर्चा छेड़ दी है। मस्क का यह बयान तब आया, जब वे ट्रंप के समर्थन वाले “वन बिग ब्यूटीफुल बिल” की कड़ी आलोचना कर रहे थे। यह बिल ट्रंप प्रशासन का एक महत्वाकांक्षी टैक्स और खर्च से जुड़ा प्रस्ताव है, जिसमें बड़े पैमाने पर टैक्स कटौती, रक्षा बजट में बढ़ोतरी और आव्रजन नीतियों को लागू करने के लिए फंडिंग शामिल है। लेकिन मस्क का मानना है कि यह बिल अमेरिका के कर्ज को 5 ट्रिलियन डॉलर तक बढ़ा देगा, जो देश की अर्थव्यवस्था के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। उन्होंने इसे “पागलपन भरा” और “अमेरिका को कर्ज के गड्ढे में धकेलने वाला” बताया। मस्क ने X पर लिखा, “यह बिल पुरानी इंडस्ट्री को फायदा पहुंचाता है, जबकि भविष्य की इंडस्ट्री को नुकसान पहुंचाता है।” उनकी इस आलोचना ने न केवल ट्रंप को नाराज़ किया, बल्कि रिपब्लिकन पार्टी के कई नेताओं को भी असहज कर दिया।
मस्क और ट्रंप का रिश्ता पहले काफी मजबूत था। 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में मस्क ने ट्रंप के कैंपेन के लिए करीब 300 मिलियन डॉलर का दान दिया था। इसके अलावा, उन्होंने ट्रंप की जीत के बाद व्हाइट हाउस में डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशियंसी (DOGE) का नेतृत्व किया, जहां उन्होंने सरकारी खर्चों में कटौती और कर्मचारियों की छंटनी का काम किया। लेकिन “वन बिग ब्यूटीफुल बिल” को लेकर दोनों के बीच मतभेद शुरू हुए। ट्रंप का कहना है कि मस्क इस बिल का विरोध इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि इसमें इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) के लिए दी जाने वाली सब्सिडी खत्म की गई है, जो उनकी कंपनी टेस्ला के लिए नुकसानदायक हो सकती है। वहीं, मस्क का कहना है कि उनकी चिंता देश के बढ़ते कर्ज और गलत आर्थिक नीतियों को लेकर है।
मस्क ने इस बिल केburada, "इस पागलपन भरे बिल को पास होने से रोकने के लिए मैं अपने 22 करोड़ फॉलोअर्स से कह रहा हूं कि अपने सांसदों और सीनेटरों को फोन करें और इस बिल को खत्म करने के लिए कहें।" उन्होंने यह भी कहा कि जो सांसद इस बिल के समर्थन में वोट देंगे, उन्हें अगले साल प्राइमरी चुनाव में हार का सामना करना पड़ेगा। मस्क ने X पर एक पोल भी चलाया, जिसमें उन्होंने पूछा, “क्या अमेरिका में एक नई राजनीतिक पार्टी की जरूरत है, जो बीच के 80% लोगों का प्रतिनिधित्व करे?” इस पोल में 80% लोगों ने हां में जवाब दिया, जिसके बाद मस्क ने “अमेरिका पार्टी” नाम सुझाने वाले एक यूजर का समर्थन किया। मस्क की इस नई पार्टी की बात कोई नई नहीं है। वे पहले भी कह चुके हैं कि डेमोक्रेट और रिपब्लिकन पार्टियां असल में एक ही तरह की नीतियां अपनाती हैं, जो आम लोगों के हित में नहीं होतीं। उनका मानना है कि मौजूदा सिस्टम में आम अमेरिकियों की आवाज़ दब जाती है। “अमेरिका पार्टी” का विचार मस्क के पिछले साल बनाए गए अमेरिका PAC से मिलता-जुलता है, जिसके जरिए उन्होंने ट्रंप और अन्य रिपब्लिकन उम्मीदवारों को फंड दिया था। लेकिन अब ट्रंप से मतभेद के बाद मस्क का यह बयान दर्शाता है कि वे रिपब्लिकन पार्टी से पूरी तरह अलग रास्ता चुन सकते हैं।
इस विवाद ने टेस्ला के शेयरों पर भी असर डाला। ट्रंप के साथ इस झगड़े के बाद टेस्ला के शेयर 14% गिर गए, जिससे कंपनी का 152 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ। ट्रंप ने मस्क की आलोचना करते हुए कहा कि वे “पागल” हो गए हैं और उनकी कंपनियों को मिलने वाली सरकारी सब्सिडी और कॉन्ट्रैक्ट्स खत्म किए जा सकते हैं। मस्क ने जवाब में कहा, “चलो, मेरा दिन बना दो।” यह झगड़ा इतना बढ़ गया कि मस्क ने ट्रंप पर जेफ्री एप्सटीन से जुड़े दस्तावेजों में शामिल होने का बिना सबूत के आरोप लगाया, जिसे बाद में उन्होंने हटा लिया। मस्क की इस नई पार्टी की बात कितनी गंभीर है, यह अभी स्पष्ट नहीं है। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका में तीसरी पार्टी बनाना आसान नहीं है, क्योंकि डेमोक्रेट और रिपब्लिकन का दबदबा है। इसके लिए हर राज्य में अलग-अलग नियमों का पालन करना पड़ता है, ताकि नई पार्टी के उम्मीदवार चुनाव में हिस्सा ले सकें। पहले भी कई बार तीसरी पार्टी बनाने की कोशिशें हुई हैं, जैसे टी पार्टी या रॉस पेरो की रिफॉर्म पार्टी, लेकिन वे ज्यादा सफल नहीं हुईं। फिर भी, मस्क की अपार धन-संपत्ति और X जैसे बड़े प्लेटफॉर्म की ताकत उन्हें एक मजबूत खिलाड़ी बना सकती है।
कई लोग मस्क के इस कदम को उनकी व्यावसायिक रणनीति का हिस्सा भी मान रहे हैं। टेस्ला को इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए सरकारी सब्सिडी पर निर्भरता कम करनी होगी, और मस्क की आलोचना को कुछ लोग इसे उनकी कंपनी के हितों से जोड़कर देख रहे हैं। दूसरी ओर, डेमोक्रेट्स ने मस्क की आलोचना का स्वागत किया है। सीनेटर चक शूमर ने कहा, “जब ट्रंप का दोस्त मस्क भी इस बिल को खराब बता रहा है, तो समझ सकते हैं कि यह कितना बुरा है।” मस्क का यह बयान अमेरिकी राजनीति में एक बड़े बदलाव का संकेत हो सकता है। उनकी नई पार्टी की बात ने लोगों का ध्यान खींचा है, और अगर वे इसे गंभीरता से लागू करते हैं, तो यह डेमोक्रेट और रिपब्लिकन के दबदबे को चुनौती दे सकता है।
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