कानपुर में चौंकाने वाली घटना- पत्नी अपने 5 साल के बच्चे और पड़ोसी के साथ फरार, नकदी और जेवर गायब, पति ने दर्ज कराई FIR
Kanpur News: उत्तर प्रदेश के कानपुर में 03 अगस्त 2025 को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जिसमें एक महिला अपने 5 साल के बच्चे को लेकर अपने,....
उत्तर प्रदेश के कानपुर में 03 अगस्त 2025 को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जिसमें एक महिला अपने 5 साल के बच्चे को लेकर अपने पड़ोसी के साथ घर से फरार हो गई। इस दौरान उसने घर से नकदी और जेवर भी ले लिए। महिला का पति उस समय गंगा नदी में स्नान करने गया था। जब वह घर लौटा, तो उसने अलमारी खुली पाई और उसमें रखे जेवर और नकदी गायब थे। पति ने इस घटना पर गहरा दुख और आश्चर्य जताते हुए कहा, "मैंने कभी नहीं सोचा था कि वह ऐसा करेगी।" उसने स्थानीय पुलिस स्टेशन में अपनी पत्नी और पड़ोसी के खिलाफ प्राथमिकी (FIR) दर्ज कराई। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और दोनों आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है।
यह घटना कानपुर के स्वरूप नगर थाना क्षेत्र के तहत आने वाले एक मोहल्ले में हुई। पीड़ित पति, राहुल सिंह (बदला हुआ नाम), एक निजी कंपनी में कर्मचारी है और अपनी पत्नी रीना (बदला हुआ नाम) और 5 साल के बेटे के साथ रहता था। 03 अगस्त 2025 की सुबह, राहुल गंगा नदी में स्नान करने के लिए गया था, जो उनके परिवार की नियमित धार्मिक प्रथा का हिस्सा था। उसने बताया कि वह सुबह 6 बजे घर से निकला और दोपहर करीब 12 बजे लौटा। घर लौटने पर उसने देखा कि मुख्य दरवाजा खुला था, और अंदर की अलमारी टूटी हुई थी। अलमारी में रखे लगभग 5 लाख रुपये की नकदी, सोने-चांदी के जेवर, और कुछ अन्य कीमती सामान गायब थे।
राहुल ने तुरंत अपनी पत्नी और बेटे को ढूंढने की कोशिश की, लेकिन वे घर पर नहीं थे। पड़ोसियों से पूछताछ करने पर पता चला कि रीना को सुबह एक पड़ोसी, अजय (बदला हुआ नाम), के साथ देखा गया था, जो उसी मोहल्ले में रहता है। राहुल ने बताया कि अजय और रीना के बीच पहले से ही कुछ बातचीत होती थी, लेकिन उसने इसे सामान्य पड़ोसी रिश्ता समझा था। उसे इस बात का जरा भी अंदाजा नहीं था कि उसकी पत्नी और पड़ोसी इस तरह का कदम उठाएंगे।
राहुल ने तुरंत स्वरूप नगर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की। उसने अपनी प्राथमिकी में बताया कि उसकी पत्नी ने न केवल बच्चे को अपने साथ ले लिया, बल्कि घर से कीमती सामान भी चुराया। उसने कहा, "मैंने उस पर हमेशा भरोसा किया। मैंने कभी नहीं सोचा था कि वह मुझे और हमारे परिवार को इस तरह धोखा देगी।"
स्वरूप नगर पुलिस ने राहुल की शिकायत के आधार पर भारतीय दंड संहिता की धारा 406 (आपराधिक विश्वासघात), 420 (धोखाधड़ी), और 380 (चोरी) के तहत प्राथमिकी दर्ज की। पुलिस ने बताया कि अजय के खिलाफ पहले से कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है, लेकिन उसकी गतिविधियों की जांच की जा रही है। स्वरूप नगर थाने के प्रभारी निरीक्षक राजेश शर्मा ने कहा, "हमने सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी है और आसपास के इलाकों में छापेमारी कर रहे हैं। दोनों आरोपियों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।"
पुलिस ने यह भी बताया कि रीना और अजय को आखिरी बार कानपुर के एक बस स्टैंड पर देखा गया था, जहां से वे संभवतः शहर छोड़कर भाग गए। पुलिस ने लखनऊ, दिल्ली, और अन्य पड़ोसी शहरों में अपने मुखबिरों को सक्रिय कर दिया है। साथ ही, रीना के मोबाइल फोन की लोकेशन ट्रैक करने की कोशिश की जा रही है, लेकिन उसका फोन बंद पाया गया है।
पुलिस ने राहुल से चोरी गए सामान की सूची मांगी है, जिसमें सोने की चेन, अंगूठियां, और लगभग 5 लाख रुपये की नकदी शामिल है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि बच्चे के साथ फरार होने के कारण इस मामले को प्राथमिकता दी जा रही है, क्योंकि बच्चे की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है।
राहुल और रीना की शादी 7 साल पहले हुई थी। राहुल ने बताया कि उनकी शादी एक पारिवारिक समारोह में हुई थी और शुरूआती सालों में उनका रिश्ता सामान्य था। हालांकि, पिछले कुछ समय से रीना और अजय के बीच बढ़ती नजदीकियों की बातें मोहल्ले में चर्चा का विषय थीं। राहुल ने कहा, "मैंने इन बातों को अफवाह समझकर नजरअंदाज कर दिया। मुझे विश्वास था कि रीना हमारे परिवार के प्रति वफादार है।"
स्थानीय लोगों के अनुसार, अजय एक मजदूर है और अकेले रहता है। वह पिछले कुछ सालों से उसी मोहल्ले में किराए के मकान में रह रहा था। कुछ पड़ोसियों ने बताया कि अजय और रीना को अक्सर एक साथ बात करते देखा गया था, लेकिन किसी ने इस पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया। एक पड़ोसी ने कहा, "हमें लगा कि वे सिर्फ सामान्य बातचीत कर रहे हैं। लेकिन अब लगता है कि उनके बीच कुछ और ही चल रहा था।"
इस घटना ने कानपुर के स्थानीय समुदाय में हलचल मचा दी है। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी। एक X पोस्ट में लिखा गया, "कानपुर की यह घटना विश्वास और रिश्तों पर सवाल उठाती है। परिवार और बच्चे को छोड़कर भागना निंदनीय है। पुलिस को जल्द से जल्द बच्चे को सुरक्षित लाना चाहिए।" कुछ लोगों ने इस घटना को सामाजिक मूल्यों में कमी से जोड़ा, जबकि अन्य ने इसे व्यक्तिगत परिस्थितियों का परिणाम बताया।
महिलाओं के अधिकारों पर काम करने वाली एक स्थानीय कार्यकर्ता, रेखा शर्मा, ने कहा, "यह मामला सिर्फ चोरी या धोखे का नहीं है। इसमें एक 5 साल के बच्चे का भविष्य भी शामिल है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि बच्चा सुरक्षित हो और उसे उचित देखभाल मिले।" उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी घटनाएं समाज में विश्वास की कमी को दर्शाती हैं और परिवारों में संवाद की जरूरत को रेखांकित करती हैं।
यह घटना कई कानूनी और नैतिक सवाल उठाती है। सबसे बड़ा सवाल बच्चे की सुरक्षा को लेकर है। कानून के अनुसार, माता-पिता दोनों को बच्चे की कस्टडी का अधिकार है, लेकिन अगर मां ने बच्चे को पिता की अनुमति के बिना ले जाकर अपराध किया है, तो यह अपहरण का मामला बन सकता है। वकील संजय मिश्रा ने बताया, "अगर यह साबित हो जाता है कि रीना ने बच्चे को गलत इरादे से ले जाया और संपत्ति चुराई, तो उनके खिलाफ गंभीर धाराओं में कार्रवाई हो सकती है।"
इसके अलावा, इस मामले ने पड़ोसी रिश्तों और सामाजिक विश्वास पर भी सवाल उठाए हैं। कई लोग अब अपने पड़ोसियों के साथ सावधानी बरतने की बात कर रहे हैं। एक स्थानीय निवासी ने कहा, "हम अपने पड़ोसियों पर भरोसा करते हैं, लेकिन ऐसी घटनाएं हमें सोचने पर मजबूर करती हैं।"
पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती फरार आरोपियों को पकड़ना और बच्चे को सुरक्षित वापस लाना है। स्वरूप नगर थाने के एक अधिकारी ने बताया कि ऐसी घटनाओं में कई बार आरोपी दूसरे राज्यों में चले जाते हैं, जिससे जांच में समय लगता है। पुलिस ने रीना के रिश्तेदारों और अजय के दोस्तों से पूछताछ शुरू की है ताकि उनके ठिकाने का पता लगाया जा सके।
पुलिस ने यह भी बताया कि इस तरह के मामले में बच्चे की मानसिक स्थिति पर विशेष ध्यान देना होता है। अगर बच्चा मिल जाता है, तो उसे काउंसलिंग दी जाएगी ताकि इस घटना का उस पर नकारात्मक प्रभाव न पड़े।
कानपुर के स्वरूप नगर में हुई यह घटना न केवल एक परिवार के लिए दुखद है, बल्कि समाज में विश्वास और रिश्तों की नाजुकता को भी सामने लाती है। रीना का अपने 5 साल के बच्चे और पड़ोसी के साथ फरार होना, साथ ही नकदी और जेवर की चोरी, एक गंभीर अपराध है।
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