Hisar में गुरु पूर्णिमा पर प्रिंसिपल की हत्या, बाल कटवाने की सलाह पर दो छात्रों ने चाकू से किया हमला।
Haryana Crime News: हरियाणा के Hisar जिले के नारनौंद उपमंडल के बास बादशाहपुर गाँव में स्थित करतार मेमोरियल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में 10 जुलाई 2025 को गुरु पूर्णिमा...
हरियाणा के Hisar जिले के नारनौंद उपमंडल के बास बादशाहपुर गाँव में स्थित करतार मेमोरियल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में 10 जुलाई 2025 को गुरु पूर्णिमा के दिन एक दिल दहलाने वाली घटना हुई। स्कूल के प्रिंसिपल जगबीर सिंह पन्नू (50 वर्ष) की उनके ही दो छात्रों ने चाकू मारकर हत्या कर दी। पुलिस के अनुसार, दोनों छात्र प्रिंसिपल द्वारा बार-बार अनुशासन बनाए रखने और बाल कटवाने की सलाह से नाराज थे। यह हमला स्कूल परिसर में सुबह करीब 10:30 बजे हुआ, और इसके बाद दोनों छात्र फरार हो गए। इस घटना ने न केवल स्थानीय समुदाय को झकझोर दिया, बल्कि गुरु-शिष्य के पवित्र रिश्ते पर भी सवाल उठाए।
10 जुलाई 2025 को गुरु पूर्णिमा के दिन, करतार मेमोरियल स्कूल में सुबह के समय सामान्य पढ़ाई चल रही थी। प्रिंसिपल जगबीर सिंह पन्नू, जो स्कूल में अनुशासन और काउंसलिंग गतिविधियों के लिए जाने जाते थे, ने दो छात्रों को बाल कटवाने, शर्ट अंदर करने, और स्कूल ड्रेस कोड का पालन करने की सलाह दी। ये दोनों छात्र, जो 11वीं और 12वीं कक्षा में पढ़ते हैं, पहले भी अनुशासनहीनता के लिए प्रिंसिपल से डांट खा चुके थे। पुलिस के अनुसार, इस बार उनकी सलाह से नाराज होकर दोनों छात्रों ने योजनाबद्ध तरीके से हमला किया।
पुलिस और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, छात्रों ने यूनिट टेस्ट देने के बाद प्रिंसिपल को किसी बहाने से उनके कार्यालय से बाहर बुलाया। वे उन्हें ऐसी जगह ले गए, जहाँ सीसीटीवी कैमरे की पहुँच नहीं थी। वहाँ एक छात्र ने फोल्डिंग चाकू निकाला और जगबीर सिंह पर कई बार वार किए। चोटें इतनी गंभीर थीं कि प्रिंसिपल की मौके पर ही हालत बिगड़ गई। स्कूल स्टाफ ने उन्हें तुरंत Hisar के एक निजी अस्पताल में पहुँचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हमले के बाद दोनों छात्र स्कूल परिसर से भाग गए, और एक छात्र को चाकू फेंकते हुए सीसीटीवी में देखा गया।
हांसी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अमित यशवर्धन ने बताया कि दोनों छात्रों की पहचान कर ली गई है, और उन्हें पकड़ने के लिए कई पुलिस टीमें गठित की गई हैं। घटनास्थल से एक फोल्डिंग चाकू बरामद किया गया है, और सीसीटीवी फुटेज में दोनों छात्रों को भागते हुए देखा गया है। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किए हैं, और स्कूल स्टाफ व अन्य छात्रों से पूछताछ जारी है। एसपी ने यह भी संदेह जताया कि छात्र किसी गैंगस्टर ग्रुप से प्रेरित हो सकते हैं, जिसकी जांच की जा रही है।
पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है, और प्रिंसिपल के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए Hisar भेजा गया है। थाना प्रभारी इंस्पेक्टर मनदीप ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज और प्रत्यक्षदर्शियों के बयानों के आधार पर जांच तेज कर दी गई है। स्कूल परिसर में सुरक्षा के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है, क्योंकि इस घटना से स्थानीय समुदाय में तनाव और डर का माहौल है।
यह घटना गुरु पूर्णिमा के दिन हुई, जो गुरु-शिष्य के रिश्ते को सम्मान देने का दिन माना जाता है। इस दिन ऐसी हिंसक वारदात ने न केवल स्कूल और गाँव को दहला दिया, बल्कि समाज में नैतिक मूल्यों और अनुशासन की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े किए। सोशल मीडिया मंच X पर लोगों ने इस घटना पर दुख और आक्रोश व्यक्त किया। एक यूज़र ने लिखा, “गुरु पूर्णिमा पर गुरु की हत्या? यह आज के समाज का दुखद चेहरा है।” एक अन्य यूज़र ने कहा, “छोटी-सी बात पर इतना गुस्सा? शिक्षा व्यवस्था और बच्चों की मानसिकता पर सवाल उठता है।”
स्कूल के अन्य अभिभावकों और स्थानीय लोगों ने इस घटना की कड़ी निंदा की। मृतक के परिवार ने दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की है। गाँव में तनाव का माहौल है, और लोग इस बात से सदमे में हैं कि स्कूल जैसे स्थान पर ऐसी हिंसा हो सकती है। यह घटना शिक्षा संस्थानों में अनुशासन और सुरक्षा के मुद्दों पर बहस को जन्म दे रही है।
पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार, दोनों छात्र प्रिंसिपल की बार-बार की टिप्पणियों से नाराज थे। जगबीर सिंह स्कूल में अनुशासन को बहुत महत्व देते थे और छात्रों को साफ-सुथरे कपड़े पहनने, शर्ट अंदर करने, और बाल कटवाने की सलाह देते थे। यह सलाह न केवल इन दो छात्रों, बल्कि स्कूल के अन्य छात्रों को भी दी जाती थी। लेकिन इन दोनों छात्रों ने इसे व्यक्तिगत रूप से लिया और गुस्से में इतना बड़ा कदम उठा लिया।
हांसी के एसपी अमित यशवर्धन ने कहा कि इस तरह की हिंसा के पीछे गैंगस्टर संस्कृति या बाहरी प्रभाव की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने बताया कि दोनों छात्रों का पहले भी शरारत करने का इतिहास रहा है, जिसे शिक्षकों ने नजरअंदाज किया था। यह घटना बच्चों में बढ़ते गुस्से और हिंसक प्रवृत्ति को दर्शाती है, जो सोशल मीडिया और हिंसक कंटेंट के प्रभाव का परिणाम हो सकता है।
करतार मेमोरियल सीनियर सेकेंडरी स्कूल नारनौंद के बास गाँव में एक प्रतिष्ठित निजी स्कूल है। इस घटना के बाद स्कूल में दहशत का माहौल है। कई अभिभावकों ने स्कूल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं, और कुछ ने अपने बच्चों को स्कूल भेजने से मना कर दिया है। स्कूल प्रबंधन ने इस घटना पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, वे पुलिस जांच में सहयोग कर रहे हैं।
स्थानीय समुदाय में इस घटना ने गहरा दुख और आक्रोश पैदा किया है। लोग इस बात से हैरान हैं कि छोटी-सी बात पर इतनी बड़ी हिंसा हो सकती है। गुरु पूर्णिमा जैसे पवित्र दिन पर यह घटना गुरु-शिष्य के रिश्ते को कलंकित करने वाली मानी जा रही है।
यह घटना शिक्षा व्यवस्था और बच्चों की मानसिकता पर कई सवाल खड़े करती है। विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चों में बढ़ता तनाव, गुस्सा, और हिंसक व्यवहार सोशल मीडिया, हिंसक वीडियो गेम्स, और गैंगस्टर संस्कृति के प्रभाव का परिणाम हो सकता है। स्कूलों में काउंसलिंग और मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने की जरूरत है। साथ ही, शिक्षकों को बच्चों के साथ संवाद करने के लिए और संवेदनशील दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता है।
Hisar के करतार मेमोरियल स्कूल में प्रिंसिपल जगबीर सिंह पन्नू की हत्या एक दुखद और चिंताजनक घटना है, जिसने गुरु-शिष्य के रिश्ते को शर्मसार किया है। छोटी-सी बात पर इतनी बड़ी हिंसा ने समाज में नैतिकता और अनुशासन की स्थिति पर सवाल उठाए हैं।
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