Dehradun: देहरादून में बस की रफ्तार बेकाबू, सड़क किनारे खड़े तीन लोगों को ठोका; सीसीटीवी वीडियो वायरल, कोई मौत नहीं।
देहरादून शहर में एक बड़ा सड़क हादसा उस समय हो गया जब एक तेज रफ्तार बस ने सड़क किनारे खड़े तीन लोगों को जोरदार टक्कर मार दी। यह घटना 25 सितंबर 2025 को शाम के समय राजपुर

देहरादून शहर में एक बड़ा सड़क हादसा उस समय हो गया जब एक तेज रफ्तार बस ने सड़क किनारे खड़े तीन लोगों को जोरदार टक्कर मार दी। यह घटना 25 सितंबर 2025 को शाम के समय राजपुर रोड पर हुई, जहां व्यस्त बाजार क्षेत्र में लोग रोजमर्रा के कामों में लगे थे। हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई और चीख-पुकार मच गई। सौभाग्य से इस दुर्घटना में कोई मौत नहीं हुई, लेकिन तीनों घायल गंभीर रूप से जख्मी हो गए। पूरी घटना पास लगे एक दुकान के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। वीडियो में बस का ड्राइवर फोन पर बात करते हुए बेकाबू हो जाता दिखाई देता है, जिससे यह हादसा हुआ।
पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य शुरू किया। घायलों को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि तीनों की हालत गंभीर है लेकिन खतरे से बाहर। घायलों के नाम राजेश कुमार, 45 वर्षीय दुकानदार, उनकी पत्नी सीमा, 40 वर्षीय गृहिणी और उनका बेटा राहुल, 18 वर्षीय छात्र हैं। वे बस स्टॉप पर खड़े होकर किसी रिश्तेदार का इंतजार कर रहे थे। राजेश ने बाद में बताया कि बस अचानक उनकी ओर बढ़ी और टकरा गई। अगर वे थोड़ा और अंदर खड़े होते तो जान भी जा सकती थी। पुलिस ने बस को जब्त कर लिया और ड्राइवर के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने का मामला दर्ज किया।
देहरादून जैसे शहरों में सड़क हादसे आम हो गए हैं। यहां की सड़कें संकरी और व्यस्त हैं, जहां रोजाना हजारों वाहन दौड़ते हैं। राजपुर रोड शहर का मुख्य व्यावसायिक क्षेत्र है, जो मालवीय चौक से गुजरते हुए शहीद मार्ग तक फैला है। यहां दुकानें, बाजार और बस स्टॉप सटे हुए हैं। हादसे वाली जगह पर ट्रैफिक लाइट नहीं है, जिससे वाहन तेज गति से गुजरते रहते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार ड्राइवर फोन पर बात करते पाए जाते हैं, जो बड़ा खतरा पैदा करता है। इस घटना के बाद आसपास के दुकानदारों ने पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की है। एक दुकानदार ने कहा कि अगर सीसीटीवी न होता तो सच्चाई सामने न आती।
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही लोगों ने भारी प्रतिक्रिया दी। ट्विटर और फेसबुक पर हजारों शेयर हुए, जहां लोग सड़क सुरक्षा पर बहस कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा कि ड्राइवर को सजा मिलनी चाहिए ताकि सबक बने। वीडियो में साफ दिखता है कि बस सफरजान मार्ग से आ रही थी और ड्राइवर बाएं हाथ से फोन पकड़े हुए था। टक्कर के बाद बस रुक गई, लेकिन ड्राइवर भागने की कोशिश में था। भीड़ ने उसे पकड़ लिया और पुलिस को सौंप दिया। ड्राइवर का नाम गोविंद सिंह, 35 वर्षीय निवासी हरिद्वार है, जो देहरादून में बस चलाता है। पूछताछ में उसने माना कि वह दोस्त से बात कर रहा था और रास्ता भूल गया।
पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार ने बताया कि मामले की गहन जांच चल रही है। बस का बीमा और फिटनेस चेक किया जा रहा है। अगर ड्राइवर पर नशे का शक हुआ तो ब्लड सैंपल लिया जाएगा। देहरादून में इस साल अब तक 150 से ज्यादा सड़क हादसे हो चुके हैं, जिनमें 50 से अधिक मौतें हुई हैं। ज्यादातर हादसे तेज रफ्तार और लापरवाही से होते हैं। प्रशासन ने पहले ही अभियान चलाया है, जिसमें फोन पर बात करने वालों के खिलाफ चालान काटे जाते हैं। लेकिन जागरूकता की कमी बनी हुई है। स्थानीय एनजीओ ने कहा कि स्कूलों में सड़क सुरक्षा पर कक्षाएं लगानी चाहिए।
घायल राजेश की हालत पर डॉक्टरों का कहना है कि उसके पैर में फ्रैक्चर है और सर्जरी की जरूरत पड़ेगी। सीमा को सिर में चोट लगी है, जबकि राहुल के हाथ टूट गए हैं। परिवार गरीब है, इसलिए इलाज का खर्च चिंता का विषय है। जिला प्रशासन ने आर्थिक मदद का आश्वासन दिया है। हादसे के बाद सड़क पर ट्रैफिक जाम हो गया, जिसे पुलिस ने दो घंटे में साफ किया। वीडियो में देखा जा सकता है कि टक्कर के तुरंत बाद लोग दौड़कर घायलों की मदद के लिए पहुंचे। एक युवक ने अपनी बाइक से घायलों को अस्पताल ले जाने में मदद की।
यह घटना देहरादून की सड़कों पर सुरक्षा के सवाल खड़े करती है। शहर तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन सड़कें पुरानी हैं। राजपुर रोड पर पैदल यातायात ज्यादा है, फिर भी फुटपाथ संकरे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि स्पीड ब्रेकर और साइन बोर्ड लगाने चाहिए। पिछले महीने ही एक इसी तरह का हादसा हुआ था, जहां एक कार ने पैदल चलने वाले को टक्कर मारी थी। पुलिस ने तब चेतावनी दी थी, लेकिन सुधार कम हुए हैं। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो ने लोगों को जागरूक किया है। कई ने कहा कि ऐसे वीडियो से ड्राइवर सतर्क होंगे।
देहरादून के मेयर ने हादसे पर दुख जताया और कहा कि नगर निगम सड़क सुरक्षा पर काम करेगा। वे फुट ओवरब्रिज बनाने की योजना पर विचार कर रहे हैं। हादसे के बाद ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया। कोर्ट में पेशी होगी, जहां सजा का फैसला होगा। परिवार वालों ने न्याय की मांग की है। यह घटना सबको सोचने पर मजबूर करती है कि छोटी लापरवाही बड़ी त्रासदी ला सकती है। सड़क पर चलते समय फोन बंद रखें, गति सीमा का पालन करें। देहरादून पुलिस ने अपील की है कि कोई भी संदिग्ध वाहन देखें तो सूचना दें।
इस हादसे से सबक मिला है कि सीसीटीवी हर जगह जरूरी हैं। शहर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत कई कैमरे लगे हैं, लेकिन रखरखाव की कमी है। एक अधिकारी ने बताया कि वायरल वीडियो से जांच आसान हुई। घायलों के इलाज के लिए फंड जुटाने के प्रयास चल रहे हैं। स्थानीय लोग एकजुट होकर मदद कर रहे हैं। नवरात्रि का मौसम है, इसलिए सड़कों पर भीड़ बढ़ गई है। प्रशासन ने विशेष ट्रैफिक व्यवस्था की है। लेकिन ऐसी घटनाएं उत्साह में खलल डालती हैं। आखिरकार, सड़क सुरक्षा सबकी जिम्मेदारी है। ड्राइवर, पैदल यात्री और प्रशासन सभी को मिलकर काम करना होगा।
घटना के एक हफ्ते बाद भी वीडियो चर्चा में है। मीडिया ने इसे प्रमुखता से दिखाया, जिससे जागरूकता फैली। देहरादून में सड़क हादसों पर एक सेमिनार आयोजित हो रहा है, जहां विशेषज्ञ बात करेंगे। युवा छात्रों को निशाना बनाकर जागरूक किया जाएगा। यह हादसा एक चेतावनी है कि जीवन अनमोल है, लापरवाही महंगी पड़ सकती है। पुलिस ने ड्राइवर के लाइसेंस पर कार्रवाई की है। बस कंपनी को नोटिस भेजा गया। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में सड़कें सुरक्षित होंगी।
What's Your Reaction?






