अब सफ़र हुआ आसान, ओडिशा से गुजरात सिर्फ 495 रू. में, पीएम मोदी ने अमृत भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई, 60,000 करोड़ के विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया
अमृत भारत एक्सप्रेस योजना भारतीय रेल का एक महत्वाकांक्षी कदम है, जो आम यात्रियों को प्रीमियम सुविधाएं कम कीमत पर उपलब्ध कराती है। यह ट्रेन बेरहमपुर से उदना

ओडिशा के झारसुगुड़ा जिले में शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक विशाल सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए राज्य के विकास को नई गति देने वाले कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। उन्होंने बेरहमपुर से सूरत के उदना तक चलने वाली अमृत भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह ट्रेन राज्य को गुजरात से जोड़ेगी और यात्रियों को सस्ती व आरामदायक सुविधा प्रदान करेगी। इसके अलावा, प्रधानमंत्री ने 60,000 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इनमें रेलवे, दूरसंचार, स्वास्थ्य, शिक्षा और ग्रामीण आवास जैसे क्षेत्र शामिल हैं। झारसुगुड़ा के अम्लिपाली ग्राउंड पर आयोजित इस कार्यक्रम में हजारों लोग मौजूद थे। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माजी ने प्रधानमंत्री की तारीफ की और कहा कि उनकी सरकार डबल इंजन की ताकत से राज्य को समृद्ध बना रही है। यह पीएम मोदी का राज्य में छठा दौरा था, जो जून 2024 में भाजपा सरकार बनने के बाद हुआ। इन परियोजनाओं से न केवल ओडिशा बल्कि पड़ोसी राज्यों में व्यापार, पर्यटन और रोजगार को बढ़ावा मिलेगा।
अमृत भारत एक्सप्रेस योजना भारतीय रेल का एक महत्वाकांक्षी कदम है, जो आम यात्रियों को प्रीमियम सुविधाएं कम कीमत पर उपलब्ध कराती है। यह ट्रेन बेरहमपुर से उदना (सूरत) के बीच चलेगी, जो ओडिशा के दक्षिणी हिस्से को गुजरात के औद्योगिक केंद्र से जोड़ेगी। प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बेरहमपुर स्टेशन से इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। ट्रेन दोपहर 12 बजे बेरहमपुर से रवाना हुई। इसकी कुल दूरी लगभग 1,800 किलोमीटर है और यह साप्ताहिक चलेगी। ट्रेन में एसी और नॉन-एसी दोनों श्रेणियां होंगी, साथ ही आधुनिक सुविधाएं जैसे वाई-फाई, बायो-टॉयलेट और मोबाइल चार्जिंग पॉइंट्स। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि यह ट्रेन आर्थिक रूप से कमजोर जिलों को जोड़ेगी और पर्यटन को बढ़ावा देगी। बेरहमपुर ओडिशा का एक प्रमुख शहर है, जहां से यह ट्रेन गुजरात के सूरत तक जाएगी। इससे प्रवासी मजदूरों और व्यापारियों को आसानी होगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि अमृत भारत एक्सप्रेस न केवल यात्रा का साधन है, बल्कि विकास का पुल भी बनेगी।
कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण में रेलवे परियोजनाओं का उद्घाटन था। प्रधानमंत्री ने 1,700 करोड़ रुपये की लागत से बनी दो महत्वपूर्ण रेल लाइनों को राष्ट्र को समर्पित किया। पहली 34 किलोमीटर लंबी कोरापुट-बैगुड़ा रेल लाइन का दोहरीकरण, जो पहाड़ी इलाके में बनी है। दूसरी 82 किलोमीटर की मैनबर-कोरापुट-गोरापुर खंड। इनसे माल ढुलाई और यात्री आवागमन तेज होगा। ओडिशा के आदिवासी इलाकों में रेल संपर्क मजबूत होगा। इसके अलावा, संबलपुर शहर में 273 करोड़ रुपये की लागत से बने 5 किलोमीटर लंबे फ्लाईओवर का उद्घाटन किया। यह फ्लाईओवर शहर के ट्रैफिक को कम करेगा। रेलवे ने बताया कि इन परियोजनाओं से ओडिशा और पड़ोसी राज्यों जैसे छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश में व्यापार बढ़ेगा। मालगाड़ियों की संख्या दोगुनी हो जाएगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि रेलवे का विस्तार ओडिशा की समृद्धि का आधार बनेगा।
दूरसंचार क्षेत्र में एक बड़ा कदम उठाया गया। प्रधानमंत्री ने बीएसएनएल की स्वदेशी 4जी तकनीक से बने 97,500 से अधिक 4जी टावरों का उद्घाटन किया। इनकी लागत 37,000 करोड़ रुपये है। ये टावर ग्रामीण और दूरदराज इलाकों में कवरेज बढ़ाएंगे। ओडिशा के हजारों गांवों में अब तेज इंटरनेट मिलेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि डिजिटल इंडिया का सपना अब हकीकत बन रहा है। स्वदेशी तकनीक से आयात कम होगा और रोजगार बढ़ेगा। बीएसएनएल के चेयरमैन ने बताया कि ये टावर 5जी की तैयारी भी करेंगे।
स्वास्थ्य क्षेत्र में कई नई सुविधाओं का शुभारंभ हुआ। प्रधानमंत्री ने ओडिशा के विभिन्न जिलों में मेडिकल कॉलेजों, डेंटल कॉलेजों और ट्रॉमा सेंटरों का उद्घाटन किया। इनमें बेड क्षमता बढ़ाई गई है। मातृ-शिशु देखभाल इकाइयां मजबूत होंगी। कुल लागत 5,000 करोड़ रुपये से अधिक है। इससे ग्रामीण महिलाओं को बेहतर इलाज मिलेगा। एक नया मेडिकल कॉलेज भुवनेश्वर में खुलेगा, जहां 500 बेड होंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना से करोड़ों लोगों को लाभ मिला है। ओडिशा में अब हर जिले में विशेषज्ञ डॉक्टर उपलब्ध होंगे।
शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा निवेश हुआ। प्रधानमंत्री ने देशभर के आठ आईआईटी के विस्तार के लिए नींव रखी। इनसे अगले चार वर्षों में 10,000 नई सीटें जुड़ेंगी। ओडिशा के भुवनेश्वर आईआईटी को भी लाभ मिलेगा। इसके अलावा, ओडिशा सरकार की कई पहलें लॉन्च की गईं, जैसे तकनीकी शिक्षा और स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम। युवाओं को आईटीआई में नई ट्रेनिंग दी जाएगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि शिक्षा से ही विकास होता है। ओडिशा के युवा अब वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करेंगे।
ग्रामीण आवास योजना के तहत 1.5 लाख नई झुग्गियां हटाकर पक्के घर बनेंगे। पीएम आवास योजना के अंतर्गत ये घर 2026 तक पूरे होंगे। ओडिशा के आदिवासी इलाकों में बिजली और पानी की सुविधा बढ़ेगी। मुख्यमंत्री माजी ने कहा कि सुभद्रा योजना से एक करोड़ महिलाओं को सालाना 10,000 रुपये मिलेंगे। प्रधानमंत्री ने इसकी तारीफ की और कहा कि महिलाओं का सशक्तिकरण राज्य की प्रगति का आधार है।
झारसुगुड़ा ओडिशा का एक औद्योगिक शहर है, जहां वीर सुरेंद्र साई हवाई अड्डा है। प्रधानमंत्री का यह सात साल बाद दौरा था। 2018 में उन्होंने यहां दूसरा व्यावसायिक हवाई अड्डा उद्घाटित किया था। सभा में स्थानीय विधायक, सांसद और भाजपा नेता मौजूद थे। प्रधानमंत्री ने ओडिशा की प्रगति पर जोर दिया। कहा कि राज्य ने कई दशकों की पीड़ा झेली, लेकिन अब समृद्धि की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार से ओडिशा 2047 तक विकसित बनेगा। सभा में नारे लगे, 'मोदी है तो मुमकिन है।' स्थानीय लोगों ने कहा कि ये परियोजनाएं जीवन बदल देंगी। एक किसान ने बताया कि रेल लाइन से फसलें तेजी से बाजार पहुंचेंगी।
यह कार्यक्रम ओडिशा की राजनीति में महत्वपूर्ण है। जून 2024 में भाजपा ने पहली बार राज्य में सरकार बनाई। तब से विकास पर जोर है। विपक्ष बीजेडी ने आलोचना की, लेकिन जनता का समर्थन मिला। रेल मंत्री ने कहा कि अमृत भारत एक्सप्रेस से पर्यटन बढ़ेगा। जगन्नाथ पुरी और कोणार्क जैसे स्थलों तक पहुंच आसान होगी। अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा। विशेषज्ञों का कहना है कि ये परियोजनाएं ओडिशा को पूर्वी भारत का हब बनाएंगी। स्टील, माइनिंग और आईटी सेक्टर मजबूत होंगे।
प्रधानमंत्री ने सभा में युवाओं से आह्वान किया कि वे स्किल सीखें और उद्योगों में योगदान दें। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण पर भी जोर दिया। कहा कि विकास के साथ प्रकृति का ध्यान रखना होगा। ओडिशा के तटीय इलाकों में हरित ऊर्जा परियोजनाएं शुरू होंगी। कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री ने स्थानीय लोगों से मुलाकात की। एक महिला ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं से गांव बदलेगा।
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