लालू यादव का पीएम मोदी पर तंज- 'झूठ और जुमलों की बारिश लेकर बिहार आए मोदी, चुनाव का गुरुत्वाकर्षण बल खींचता है'।
Bihar Political News: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे पर तीखा हमला बोला। उन्होंने सोशल मीडिया....
Political News: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे पर तीखा हमला बोला। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में कहा, "आज मोदी जी फिर झूठ बोलने के लिए बिहार आए थे। गुरुत्वाकर्षण बल वस्तु को जमीन की ओर खींचता है, चुनावाकर्षण बल व्यक्ति को बिहार की ओर खींचता है।" यह बयान बिहार में 2025 विधानसभा चुनावों से पहले मोदी के लगातार दौरों और RJD की ओर से उनके खिलाफ सियासी हमले की रणनीति को दर्शाता है। लालू के साथ उनके बेटे और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी मोदी पर निशाना साधा और उनके वादों को "जुमला" करार दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 जुलाई 2025 को बिहार के एकदिवसीय दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने मोतिहारी में एक रैली को संबोधित किया और कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इनमें भटनी-छपरा रेल खंड के उन्नयन, सड़क और रेल परियोजनाएं, और बिहार में ऊर्जा दक्षता को बढ़ाने वाली योजनाएं शामिल थीं। यह दौरा 2025 के बिहार विधानसभा चुनावों से पहले हुआ, जिसे लेकर सियासी गतिविधियां तेज हो चुकी हैं।
मोदी ने अपनी रैली में RJD और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने 1990 के दशक में लालू-राबड़ी शासन को "जंगलराज" का प्रतीक बताया और कहा कि उस समय बिहार में गरीबी और पलायन चरम पर था। उन्होंने नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने जंगलराज को खत्म कर विकास की राह खोली। मोदी ने यह भी कहा कि RJD ने बाबासाहेब आंबेडकर की तस्वीर के साथ अपमानजनक व्यवहार किया, जिसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए।
- लालू यादव का हमला
लालू यादव ने मोदी के दौरे से पहले और बाद में X पर पोस्ट कर तीखा हमला बोला। उन्होंने एक पोस्टर साझा किया, जिसमें लिखा था, "गुरुत्वाकर्षण बल वस्तु को जमीन की ओर खींचता है, चुनावाकर्षण बल व्यक्ति को बिहार की ओर खींचता है।" इस पोस्टर में मोदी की तस्वीर थी, और लालू ने लिखा, "झूठ बोलने आज बिहार आ रहे हैं प्रधानमंत्री। क्या आप झूठ सुनना पसंद करेंगे?" इस बयान ने बिहार की सियासत में हलचल मचा दी।
लालू ने यह भी कहा कि मोदी पुरानी योजनाओं को नया नाम देकर जनता को "उपहार" बता रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में अपराध चरम पर है, और केंद्र सरकार केवल दिखावटी वादे कर रही है। RJD के सांसद मनोज झा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मोदी की योजनाएं जनता के टैक्स के पैसे से चलती हैं, और इन्हें "उपहार" बताना जनता का अपमान है।
- तेजस्वी यादव का पलटवार
लालू के साथ उनके बेटे तेजस्वी यादव ने भी मोदी पर हमला बोला। तेजस्वी ने X पर 12 सवालों की सूची पोस्ट की, जिसमें पूछा कि मोदी ने 2015 में बिहार के लिए घोषित 1.25 लाख करोड़ रुपये के पैकेज का क्या हुआ। उन्होंने चंपारण में चीनी मिल शुरू करने के वादे को याद दिलाते हुए कहा, "आपने कहा था कि अगली बार आएंगे तो यहीं चाय पिएंगे, लेकिन बिहार के किसानों को कुछ नहीं मिला।" तेजस्वी ने यह भी आरोप लगाया कि मोदी ने बिहार में कोई नया उद्योग नहीं लगवाया और सारा निवेश गुजरात ले गए।
तेजस्वी ने कहा, "मोदी जी बिहार को सिर्फ जुमले देने आते हैं।" उन्होंने बिहार में बढ़ते अपराध और बेरोजगारी पर भी सवाल उठाए। RJD ने पोस्टरों के जरिए भी मोदी और नीतीश सरकार पर निशाना साधा, जिसमें बिहार में बढ़ते अपराध और बेरोजगारी को उजागर किया गया।
बिहार में 2025 विधानसभा चुनावों की तैयारियां जोरों पर हैं। यह साल बिहार की सियासत के लिए अहम है, क्योंकि RJD, कांग्रेस, और अन्य विपक्षी दल महागठबंधन के तहत नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड (JDU) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) की डबल इंजन सरकार को चुनौती दे रहे हैं। लालू और तेजस्वी का यह हमला उनकी रणनीति का हिस्सा है, जिसमें वे मोदी और नीतीश को "जुमलेबाज" बताकर जनता के बीच अपनी स्थिति मजबूत करना चाहते हैं।
लालू का "चुनावाकर्षण बल" वाला बयान न केवल तंज है, बल्कि यह बिहार की सियासत में उनकी विशिष्ट शैली को दर्शाता है। वे हमेशा से अपनी हाजिरजवाबी और चुटीले बयानों के लिए जाने जाते हैं। इससे पहले भी उन्होंने 24 फरवरी 2025 को मोदी के बिहार दौरे पर कहा था, "पीएम के झूठ मापने का पैमाना होता तो वह टूटकर चूर-चूर हो जाता।"
- BJP और JDU का जवाब
मोदी के दौरे और लालू के बयानों पर BJP और JDU ने भी पलटवार किया। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि लालू ने बिहार को "लालटेन युग" में पहुंचा दिया था, जबकि नीतीश और मोदी की डबल इंजन सरकार ने बिहार को बिजली और विकास दिया। उन्होंने कहा, "लालू को आज का विकास जुमला लगता है, क्योंकि उनके समय में फिरौती का धंधा ही बिहार की पहचान था।"
JDU के प्रवक्ता नीरज कुमार ने लालू के बयानों को "बौखलाहट" करार दिया और कहा कि मोदी का दौरा बिहार के विकास के लिए है। उन्होंने दावा किया कि नीतीश और मोदी की सरकार ने बिहार में सड़क, रेल, और बिजली के क्षेत्र में अभूतपूर्व काम किया है।
लालू के बयान ने सोशल मीडिया पर खूब चर्चा बटोरी। X पर कई यूजर्स ने उनके तंज की तारीफ की, तो कुछ ने इसे सस्ती लोकप्रियता का हथकंडा बताया। एक यूजर ने लिखा, "लालू जी का यह तंज सटीक है। मोदी जी हर बार बिहार में वादे करते हैं, लेकिन पूरा कुछ नहीं होता।" वहीं, एक अन्य यूजर ने कहा, "लालू जी सिर्फ तंज कसना जानते हैं, उनके समय में बिहार का क्या हाल था, यह सभी जानते हैं।"
इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हाल के बिहार दौरे ने भी सियासत को गरमाया। शाह ने गोपालगंज में लालू और उनके परिवार पर हमला बोला, जिसके जवाब में तेजस्वी ने कहा, "लालू को गाली देना अब फैशन बन गया है, लेकिन इससे सच्चाई नहीं छिपेगी।"
लालू प्रसाद यादव बिहार की सियासत में एक मजबूत चेहरा हैं। 1990 से 1997 तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे लालू ने पिछड़े वर्ग, दलित, और मुस्लिम समुदायों के बीच मजबूत आधार बनाया। उनकी रणनीति हमेशा से सामाजिक न्याय और क्षेत्रीय अस्मिता पर केंद्रित रही है। हालांकि, चारा घोटाले जैसे विवादों ने उनकी छवि को प्रभावित किया, लेकिन उनकी हाजिरजवाबी और जनता से जुड़ने की शैली उन्हें सियासत में प्रासंगिक बनाए रखती है।
लालू और तेजस्वी की मौजूदा रणनीति मोदी और नीतीश को विकास के मुद्दे पर घेरने की है। वे बेरोजगारी, अपराध, और बिहार को विशेष राज्य का दर्जा न मिलने जैसे मुद्दों को उठा रहे हैं। लालू का "चुनावाकर्षण बल" वाला बयान इस रणनीति का हिस्सा है, जिसका मकसद जनता के बीच यह संदेश देना है कि मोदी केवल चुनावी लाभ के लिए बिहार आते हैं।
लालू और तेजस्वी ने बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर भी नीतीश सरकार और केंद्र पर सवाल उठाए। RJD ने पोस्टरों के जरिए दावा किया कि बिहार में अपराध चरम पर है, और नीतीश-मोदी की डबल इंजन सरकार इसे नियंत्रित करने में नाकाम रही है। दूसरी ओर, BJP और JDU का दावा है कि नीतीश के शासन में बिहार में अपराध कम हुआ है, और सड़क, बिजली, और रेल जैसी सुविधाएं बढ़ी हैं।
लालू प्रसाद यादव का "झूठ बोलने बिहार आए मोदी" और "चुनावाकर्षण बल" वाला बयान बिहार की सियासत में एक नया रंग लाया है। यह बयान न केवल उनकी विशिष्ट शैली को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि RJD बिहार विधानसभा चुनावों में मोदी और नीतीश को घेरने की पूरी तैयारी कर रही है। लालू और तेजस्वी की रणनीति जनता के बीच यह संदेश देने की है कि केंद्र और राज्य सरकार ने बिहार को केवल जुमले दिए हैं, जबकि विकास के वादे अधूरे हैं।
मोदी के लगातार बिहार दौरे और विकास परियोजनाओं के उद्घाटन से साफ है कि BJP और JDU भी बिहार में अपनी स्थिति मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। दूसरी ओर, लालू का यह तंज और तेजस्वी के सवाल बिहार की जनता को यह सोचने पर मजबूर करते हैं कि क्या वाकई केंद्र और राज्य सरकार ने बिहार के लिए ठोस काम किया है। आने वाले महीनों में बिहार की सियासत और गरमाएगी, और यह देखना दिलचस्प होगा कि लालू और तेजस्वी की यह रणनीति कितनी कारगर साबित होती है।
What's Your Reaction?