हमें माफ कर दो बहनों...गलती हो गई, बरेली में छेड़खानी के आरोपियों ने पुलिस के सामने मांगी माफी, योगी फोर्स की सख्त कार्रवाई।
Bareilly: उत्तर प्रदेश के बरेली में हाल ही में एक घटना ने सभी का ध्यान खींचा, जब छेड़खानी के आरोप में पकड़े गए दो युवकों ने पुलिस के सामने गिड़गिड़ाते हुए माफी मांगी। यह मामला बरेली
उत्तर प्रदेश के बरेली में हाल ही में एक घटना ने सभी का ध्यान खींचा, जब छेड़खानी के आरोप में पकड़े गए दो युवकों ने पुलिस के सामने गिड़गिड़ाते हुए माफी मांगी। यह मामला बरेली के कैंट थाना क्षेत्र का है, जहां दो युवकों, आसिफ और शोहेब, पर एक लड़की के साथ छेड़खानी का आरोप लगा। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों को गिरफ्तार किया और उनकी माफी मांगते हुए एक वीडियो भी सामने आया, जिसमें वे कहते नजर आए, "साहब, हमें माफ कर दो, गलती हो गई। सभी लड़कियां हमारी बहनें हैं। हम ऐसी गलती दोबारा नहीं करेंगे।" यह घटना 20 अगस्त 2025 को हुई, और पुलिस की सख्ती के बाद दोनों आरोपी कोर्ट में पेश किए गए।
घटना की शुरुआत तब हुई, जब एक व्यक्ति ने कैंट थाने में शिकायत दर्ज की कि उनकी बेटी के साथ कुछ युवकों ने बाइक से पीछा करते हुए छेड़खानी की। शिकायत के मुताबिक, लड़की किसी काम से घर से बाहर निकली थी, तभी बाइक सवार दो युवकों ने उसका पीछा किया और उसके साथ बदतमीजी की। यह घटना कैंट थाना क्षेत्र में हुई, और पीड़िता के पिता की शिकायत के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अनुराग आर्य के निर्देश पर कैंट थाना पुलिस ने दो टीमें बनाईं। इन टीमों ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की और बाइक का पता लगाया। इसके आधार पर पुलिस ने दोनों आरोपियों, आसिफ और शोहेब, को गिरफ्तार कर लिया। दोनों बदायूं जिले के रहने वाले हैं।
पुलिस की पूछताछ में दोनों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। गिरफ्तारी के बाद बरेली पुलिस ने एक मिनट का वीडियो जारी किया, जिसमें दोनों आरोपी हाथ जोड़कर माफी मांगते नजर आए। वीडियो में वे बार-बार कह रहे थे, "साहब, हमें माफ कर दो, गलती हो गई। सभी लड़कियां हमारी बहनें हैं।" इस वीडियो को सोशल मीडिया पर भी साझा किया गया, जिसके बाद यह तेजी से वायरल हो गया। वीडियो में दोनों आरोपी लंगड़ाते हुए चल रहे थे, जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि पुलिस ने सख्ती के साथ उनकी "खातिरदारी" की। हालांकि, पुलिस ने इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया कि आरोपियों के साथ क्या हुआ।
क्षेत्राधिकारी (सीओ) सिटी आशुतोष शिवम ने बताया कि शिकायत के आधार पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 79 (किसी महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के लिए शब्द, इशारा, या कार्य करना) और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। इसके बाद दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि इस तरह की घटनाओं के खिलाफ उनकी जीरो टॉलरेंस नीति है, और महिलाओं की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।
यह घटना बरेली में हाल के महीनों में छेड़खानी से जुड़ी कई घटनाओं में से एक है। उदाहरण के लिए, जून 2025 में इज्जतनगर थाना क्षेत्र में एक नाबालिग छात्रा के साथ छेड़खानी का मामला सामने आया था, जिसमें पुलिस ने आरोपी मुसब्बिर को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया था। उस घटना में भी सीसीटीवी फुटेज की मदद ली गई थी, और आरोपी के पैर में गोली लगने के बाद उसे पकड़ा गया था। इसी तरह, जून 2025 में फतेहगंज पश्चिमी थाना क्षेत्र में 7 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया था, जिसमें आरोपी सफीक अहमद ने भी पुलिस के सामने माफी मांगी थी। इन घटनाओं से साफ है कि बरेली पुलिस महिलाओं के खिलाफ अपराधों को लेकर सख्त रवैया अपनाए हुए है।
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता दी है। योगी फोर्स, जैसा कि इसे अक्सर कहा जाता है, ने अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की नीति अपनाई है। इस मामले में भी पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने लोगों का ध्यान खींचा। सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर कई प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। कुछ लोगों ने पुलिस की सख्ती की तारीफ की, तो कुछ ने इस तरह के वीडियो को सार्वजनिक करने पर सवाल उठाए। एक एक्स पोस्ट में लिखा गया, "बरेली में छेड़खानी करने वाले मनचलों का योगी फोर्स ने ऐसा इलाज किया कि गिड़गिड़ाकर माफी मांगने लगे।" हालांकि, कुछ यूजर्स ने इसे पुलिस की अतिरिक्त सख्ती का परिणाम बताया और इस तरह की कार्रवाइयों पर सवाल उठाए।
बरेली में छेड़खानी और महिलाओं के खिलाफ अपराधों को रोकने के लिए पुलिस ने कई कदम उठाए हैं। शहर में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई गई है, और सार्वजनिक स्थानों पर गश्त तेज की गई है। इसके अलावा, महिलाओं की सुरक्षा के लिए विशेष हेल्पलाइन नंबर और पुलिस टीमें तैनात की गई हैं। बरेली पुलिस का कहना है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए वे लगातार काम कर रहे हैं और किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा।
इस घटना ने एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे को सामने ला दिया है। उत्तर प्रदेश में, खासकर ग्रामीण और छोटे शहरों में, छेड़खानी और अन्य अपराधों की घटनाएं समय-समय पर सामने आती रहती हैं। बरेली जैसे शहरों में, जहां सामाजिक और सांस्कृतिक विविधता है, ऐसे मामलों को लेकर लोगों में गुस्सा और चिंता देखी जाती है। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस से और सख्त कदम उठाने की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
आसिफ और शोहेब की गिरफ्तारी और उनके माफी मांगने का वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। यह वीडियो न केवल पुलिस की कार्रवाई को दिखाता है, बल्कि यह भी संदेश देता है कि अपराध करने वालों को कड़ी सजा मिलेगी। हालांकि, कुछ लोग इस तरह के वीडियो को सार्वजनिक करने के तरीके पर सवाल उठा रहे हैं, क्योंकि इससे आरोपियों की निजता पर असर पड़ सकता है। फिर भी, पुलिस का कहना है कि उनका मकसद अपराधियों में डर पैदा करना और समाज को यह संदेश देना है कि महिलाओं के खिलाफ अपराध बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।
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