दिल्ली रेड फोर्ट कार ब्लास्ट: यूएपीए के तहत मामला दर्ज, दिल्ली पुलिस ने चार संदिग्धों को हिरासत में लिया, जांच में आतंकी साजिश का एंगल।
राष्ट्रीय राजधानी के ऐतिहासिक रेड फोर्ट के पास सोमवार शाम को हुई कार विस्फोट की घटना ने पूरे देश को सदमे में डाल दिया है। इस धमाके में अब तक 13 लोगों
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी के ऐतिहासिक रेड फोर्ट के पास सोमवार शाम को हुई कार विस्फोट की घटना ने पूरे देश को सदमे में डाल दिया है। इस धमाके में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 20 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। दिल्ली पुलिस ने इसे आतंकी कृत्य मानते हुए अवैध गतिविधि निवारण अधिनियम (यूएपीए) की धारा 16 और 18 के तहत मामला दर्ज किया है। इसके अलावा विस्फोटक अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की विभिन्न धाराओं को भी जोड़ा गया है। रात भर चली छापेमारी में पुलिस ने चार संदिग्धों को हिरासत में लिया है, जो फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल से जुड़े हो सकते हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) की टीमें जांच में जुड़ गई हैं। गृह मंत्री अमित शाह ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त किया। देशभर में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
घटना सोमवार शाम करीब 6 बजकर 52 मिनट पर घटी। रेड फोर्ट मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर एक के पास नेताजी सुभाष मार्ग पर ट्रैफिक सिग्नल पर एक धीमी गति से चल रही सफेद हयundai i20 कार रुक गई। तभी उसके पिछवाड़े में जबरदस्त विस्फोट हो गया। धमाके की तीव्रता इतनी थी कि आसपास की छह कारें, दो ई-रिक्शा और एक ऑटो रिक्शा आग की चपेट में आ गए। विस्फोट की गूंज सैकड़ों मीटर दूर तक सुनाई दी, और नजदीकी दुकानों व इमारतों के शीशे टूट गए। दिल्ली फायर सर्विस को 6 बजकर 55 मिनट पर कॉल मिली, और सात दमकल वाहन तुरंत पहुंचे। आग बुझाने में करीब 35 मिनट लग गए, लेकिन मलबे से शव निकालने का काम देर रात तक चला। शुरुआती आंकड़ों में आठ मौतें बताई गईं, लेकिन मंगलवार सुबह तक यह संख्या 13 हो गई। इसमें महिलाएं, बच्चे और राहगीर शामिल हैं।
चश्मदीदों ने भयानक दृश्यों का जिक्र किया। एक स्थानीय व्यापारी ने कहा, "कार रुकते ही धुआं का घना गुबार उठा। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि सड़क काली पड़ गई। लोग चीखते हुए भागे, हमने घायलों को कंधों पर उठाकर अस्पताल पहुंचाया।" घायलों को लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल (एलएनजेजेपी) और राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने बताया कि कई की हालत गंभीर है, और शरैपनेल से चोटें लगी हैं। दिल्ली पुलिस आयुक्त सतीश गोलचा ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा, "यह एक संदिग्ध घटना है। कार में तीन लोग सवार थे। विस्फोट रियर पार्ट से हुआ, जो आईईडी का संकेत देता है।" फॉरेंसिक जांच से अमोनियम नाइट्रेट, फ्यूल ऑयल और डेटोनेटर के अवशेष मिले, जो सुधारित विस्फोटक उपकरण (आईईडी) की पुष्टि करते हैं।
जांच में आतंकी साजिश का कोण प्रमुख हो गया है। कार हरियाणा के फरीदाबाद से जुड़ी बताई जा रही है, जहां सोमवार को ही डॉक्टर मुजम्मिल शकील समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इनके पास से 2,900 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री, एके-47 राइफलें और टाइमर बरामद हुए थे। दिल्ली पुलिस ने रात भर पाहड़गंज और दरियागंज के होटलों में छापे मारे, जहां चार संदिग्धों को हिरासत में लिया गया। इनमें से दो कार के पुराने मालिकों से जुड़े हैं। कार मूल रूप से गुड़गांव के मोहम्मद सलमान की थी, जिसे मार्च 2025 में ओखला के देवेंद्र को बेचा गया। देवेंद्र ने इसे फरीदाबाद के रॉयल कार जोन डीलर को सौंपा, जो आमिर के पास पहुंची। आमिर ने इसे पुलवामा के तारिक अहमद दर को बेचा। तारिक को सोमवार रात हिरासत में लिया गया। कार का नंबर प्लेट एचआर26सीई7674 था, जो हरियाणा का था। सितंबर 2025 में फरीदाबाद में गलत पार्किंग के लिए चालान कटा था।
सीसीटीवी फुटेज से महत्वपूर्ण सुराग मिले। कार सुबह 8 बजकर 4 मिनट पर बदरपुर बॉर्डर से दिल्ली में घुसी। दोपहर 3 बजकर 19 मिनट पर यह सुनेहरी मस्जिद पार्किंग में खड़ी हुई और शाम 6 बजकर 48 मिनट तक रही। फुटेज में चालक को मास्क लगाए देखा गया, जो जयश-ए-मोहम्मद (जेईएम) से जुड़े डॉक्टर उमर मुहम्मद माना जा रहा है। दिल्ली पुलिस ने कहा, "डीएनए टेस्ट से पुष्टि हो रही है कि उमर ही कार चला रहा था। यह फिदायीन हमला लगता है।" उमर का हाथ का हिस्सा मलबे से बरामद हुआ है। उमर पुलवामा का निवासी था, जिसने श्रीनगर के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज से एमडी की डिग्री ली। वह फरीदाबाद के अल फलाह मेडिकल कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर था। फरीदाबाद मॉड्यूल में डॉक्टरों को रेडिकलाइज करने का काम चल रहा था। उमर के सहयोगी डॉक्टर अदील अहमद राथर पहले गिरफ्तार हो चुका था। पुलवामा में उमर के परिवार को हिरासत में लिया गया।
यह घटना 2019 के पुलवामा हमले से मिलती-जुलती है, जहां अमोनियम नाइट्रेट से आईईडी का इस्तेमाल हुआ था। विशेषज्ञों का कहना है कि फरीदाबाद मॉड्यूल बड़े हमले की योजना बना रहा था। एनआईए को मामला सौंपने की तैयारी है। गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार रात घटनास्थल का दौरा किया और घायलों से मुलाकात की। उन्होंने कहा, "यह कायरतापूर्ण हमला है। सभी कोणों से जांच हो रही। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।" मंगलवार सुबह 11 बजे उन्होंने गृह सचिव गोविंद मोहन, आईबी डायरेक्टर तपन डेका, दिल्ली पुलिस आयुक्त सतीश गोलचा और एनआईए डीजी सदानंद वसंत दाते के साथ बैठक की। जम्मू कश्मीर डीजीपी नलिन प्रभात वर्चुअल जुड़े। बैठक में जांच तेज करने, सीसीटीवी विस्तार और संदिग्धों की तलाश पर जोर दिया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर शोक व्यक्त किया, "दिल्ली धमाके में जान गंवाने वालों के परिवारों को मेरी गहरी संवेदना। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना।" राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संवेदना जताई। विपक्ष नेता राहुल गांधी ने पारदर्शी जांच की मांग की। दिल्ली मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता अस्पताल पहुंचीं। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई ने श्रद्धांजलि दी। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अमेरिका, ब्रिटेन और मालदीव ने सहयोग की पेशकश की। मालदीव के राष्ट्रपति ने एकजुटता जताई।
सुरक्षा व्यवस्था सख्त हो गई है। रेड फोर्ट तीन दिनों के लिए बंद कर दिया गया। लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट बंद हैं। चांदनी चौक बाजार मंगलवार को बंद रहा। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशनों और धरोहर स्थलों पर गश्त बढ़ा दी। अमेरिकी दूतावास ने अपने नागरिकों को इलाके से दूर रहने की सलाह दी। ब्रिटेन ने यात्रा सलाह जारी की।
देश के अन्य राज्यों में भी सतर्कता बरती जा रही है। उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, बिहार, राजस्थान, उत्तराखंड, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में सुरक्षा बढ़ा दी गई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी, मथुरा और अयोध्या जैसे संवेदनशील इलाकों में चेकिंग के आदेश दिए। मुंबई, कोलकाता, जयपुर, हैदराबाद और बैंगलोर में वाहनों की जांच हो रही है। दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर सघन तलाशी अभियान चल रहा है। रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) और अन्य यूनिट्स अलर्ट पर हैं। जम्मू कश्मीर में श्रीनगर और अन्य शहरों में सुरक्षा मजबूत की गई।
रेड फोर्ट मुगल सम्राट शाहजहां द्वारा बनाया गया यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है, जो पर्यटकों का प्रमुख केंद्र है। यह संसद भवन से कुछ किलोमीटर दूर है। घटना के बाद सोशल मीडिया पर फेक न्यूज का प्रसार हुआ। पीआईबी ने लेबनान के पुराने विस्फोट की तस्वीर को दिल्ली से जोड़ने वाली अफवाह को खारिज किया। एक्स पर #DelhiBlast ट्रेंड कर रहा है, जहां लोग शोक और न्याय की मांग कर रहे। हरियाणा के डीजीपी ओपी सिंह ने अपील की, "शांत रहें। संदिग्ध दिखे तो 112 पर सूचित करें।"
What's Your Reaction?