झूठ की गठरी खोलकर बोले, जानबूझकर भ्रम फैला रही सरकार- जयराम ठाकुर का सीएम सुक्खू पर तीखा प्रहार
जयराम ठाकुर ने मंडी में अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव के दौरान सीएम के बयान पर सवाल उठाए। सीएम सुक्खू ने इस मौके पर शिवधाम प्रोजेक्ट के लिए 100 करोड़ रुपये देने की घोषणा की थी। लेकिन ठाकु
हिमाचल प्रदेश की राजनीति में इन दिनों तलवारें खिंची हुई हैं। पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने कांग्रेस सरकार पर सीधी चोट की है। उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उनकी टीम जानबूझकर झूठ फैला रही है। ठाकुर ने इसे झूठ की गठरी खोलने जैसा बताया है। यह बयान हाल ही में मंडी में दिए गए एक कार्यक्रम के दौरान आया। ठाकुर ने शिवधाम प्रोजेक्ट को लेकर सीएम के ऐलान को झूठा करार दिया। उन्होंने कहा कि सरकार विकास के नाम पर केवल भ्रम पैदा कर रही है। यह विवाद राज्य की राजनीति को और गर्म कर रहा है। विपक्ष का कहना है कि कांग्रेस सत्ता में आने के बाद वादों को भूल गई है। जबकि सत्ताधारी दल का तर्क है कि वे विकास के लिए कटिबद्ध हैं। इस हमले ने सोशल मीडिया पर भी हलचल मचा दी है।
जयराम ठाकुर ने मंडी में अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव के दौरान सीएम के बयान पर सवाल उठाए। सीएम सुक्खू ने इस मौके पर शिवधाम प्रोजेक्ट के लिए 100 करोड़ रुपये देने की घोषणा की थी। लेकिन ठाकुर ने इसे पूरी तरह खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि यह ऐलान झूठा है। जब वे खुद मुख्यमंत्री थे, तो एशियन डेवलपमेंट बैंक से 2200 करोड़ का प्रोजेक्ट मंजूर करवाया था। इसमें शिवधाम के लिए 250 करोड़ रुपये पहले से ही स्वीकृत थे। ठाकुर ने तंज कसते हुए कहा कि सीएम अब पुरानी स्वीकृत राशि से भी आधे पैसे का ऐलान करके जनता को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि देवी-देवताओं के नाम पर झूठ क्यों बोलना। यह प्रोजेक्ट भाजपा सरकार के समय शुरू हुआ था, लेकिन कांग्रेस आने के बाद रुका हुआ है। ठाकुर ने कहा कि सरकार जानबूझकर इसे लटका रही है ताकि श्रेय ले सकें।
यह हमला केवल शिवधाम तक सीमित नहीं है। जयराम ठाकुर ने स्वास्थ्य क्षेत्र, बिजली सब्सिडी और आर्थिक स्थिति पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सीएम रोज नए झूठ गढ़ते हैं। मिसाल के तौर पर, चुनावी वादे में 300 यूनिट मुफ्त बिजली का वादा किया गया था, लेकिन अब जनता से सब्सिडी छोड़ने की अपील हो रही है। ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता के लिए झूठ का सहारा लिया था। अब गारंटी का मॉडल फ्लॉप साबित हो गया है। उन्होंने राज्य की आर्थिक हालत पर चिंता जताई। हर महीने लोन लेना सरकार का रूटीन बन गया है। ठाकुर ने कहा कि 2027 तक आत्मनिर्भर हिमाचल का दावा खोखला है। विकास परियोजनाएं रुकी हुई हैं। मेडिकल डिवाइस पार्क का काम ठप है। ठेकेदारों के भुगतान नहीं हो रहे। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में केवल सीएम और मंत्रियों का झूठ चल रहा है।
विपक्ष के नेता ने आपदा प्रबंधन पर भी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि मानसून में भारी तबाही हुई। केंद्र सरकार ने फौरन मदद भेजी, लेकिन कांग्रेस वाले आपदा आते ही केंद्र को गाली देने लगते हैं। ठाकुर ने मणीमहेश यात्रा के प्रबंधन पर सवाल उठाए। उनका कहना था कि सरकार गैरजिम्मेदार रवैया अपना रही है। यात्रियों की सुरक्षा पर ध्यान नहीं दिया जा रहा। ठाकुर ने कहा कि प्रदेश की हालत भाजपा के समय अच्छी थी। अब सुक्खू सरकार की वजह से बिगड़ रही है। उन्होंने कांग्रेस की आपसी कलह का जिक्र किया। कहा कि पार्टी के अंदर लड़ाई के चलते विकास ठप हो गया है। ठाकुर ने जनता से अपील की कि वे सरकार के झूठ को पहचानें। उन्होंने कहा कि भाजपा हमेशा सच्चाई के साथ खड़ी है।
दूसरी ओर, सीएम सुक्खू ने भी जवाबी कार्रवाई की है। उन्होंने जयराम ठाकुर को झूठ का सौदागर बताया। सुक्खू ने कहा कि ठाकुर झूठ बोलने में पीएचडी हासिल कर चुके हैं। वे पीएम मोदी को गलत फीडबैक देते हैं। स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार हो रहा है, लेकिन विपक्ष भ्रम फैला रहा है। सीएम ने टॉयलेट टैक्स और खेल टैक्स के आरोपों को खारिज किया। कहा कि जनता पर कोई नया बोझ नहीं डाला गया। हमीरपुर में एक कार्यक्रम के दौरान सुक्खू ने कहा कि ठाकुर अपने समय में विकास नहीं कर पाए। अब केवल आलोचना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार पारदर्शी तरीके से काम कर रही है। बजट में कटौती के बावजूद योजनाएं चला रही हैं। सुक्खू ने कहा कि विपक्ष को सकारात्मक सुझाव देने चाहिए।
यह राजनीतिक जंग हिमाचल की विधानसभा चुनावों की याद दिला रही है। 2022 में कांग्रेस ने गारंटी कार्ड के वादों से सत्ता हासिल की थी। लेकिन अब विपक्ष इन्हीं वादों पर सवाल उठा रहा है। जयराम ठाकुर ने कहा कि सनातन धर्म और कुंभ मेले पर भी कांग्रेस का रवैया संदिग्ध है। उन्होंने बिलासपुर में एक सभा में कहा कि प्रदेश की छवि खराब हो रही है। हिमाचल भवन की नीलामी जैसे कदम शर्मनाक हैं। ठाकुर ने कहा कि सरकार जन सुविधाएं छीन रही है। सरकारी स्कूलों के मेधावियों को विदेश भेजने का श्रेय ले रही है, लेकिन बुनियादी सुविधाएं नहीं दे रही। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने कई उपलब्धियां हासिल कीं। अब कांग्रेस उन्हें भूल रही है।
सोशल मीडिया पर यह विवाद तेज हो गया है। हैशटैग हिमाचलप्रदेश ट्रेंड कर रहा है। फैंस और समर्थक दोनों तरफ से पोस्ट कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा कि जयराम ठाकुर ने सही कहा, सरकार झूठ की राजनीति कर रही है। दूसरे ने कहा कि विपक्ष केवल नकारात्मकता फैला रहा है। यह बहस राज्य के विकास पर केंद्रित हो गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी टिप्पणियां चुनावी माहौल बनाती हैं। हिमाचल में राजनीति हमेशा तीखी रही है। पहाड़ी राज्य में स्थानीय मुद्दे जैसे जल संकट, आपदा और पर्यटन महत्वपूर्ण हैं। ठाकुर ने कहा कि केंद्र की मदद से ही हिमाचल आगे बढ़ेगा। लेकिन राज्य सरकार सहयोग नहीं कर रही।
फिलहाल, यह हमला सुर्खियां बटोर रहा है। जयराम ठाकुर की लोकप्रियता मंडी क्षेत्र में मजबूत है। वे कई बार सीएम रह चुके हैं। सुक्खू भी कद्दावर नेता हैं। उन्होंने शिमला और हमीरपुर में कई विकास कार्यों का उद्घाटन किया। लेकिन विपक्ष का दबाव बढ़ रहा है। ठाकुर ने कहा कि जनता 2027 के चुनाव में हिसाब लेगी। उन्होंने कहा कि झूठ की गठरी खुल चुकी है। अब सच्चाई सामने आ रही है। यह बयान भाजपा के लिए राजनीतिक हथियार बन सकता है। कांग्रेस को जवाब देना होगा। राज्य में आर्थिक चुनौतियां हैं। लोन का बोझ बढ़ रहा है। विकास परियोजनाएं प्रभावित हो रही हैं। दोनों पक्षों के बयान राजनीति को गति दे रहे हैं। हिमाचल की जनता देख रही है कि कौन सच्चा है।
कुल मिलाकर, जयराम ठाकुर का यह हमला एक नया मोड़ लाया है। उन्होंने सीएम को सीधी चुनौती दी है। कहा कि मेरे क्षेत्र में आओ, लेकिन झूठ मत बोलना। यह टिप्पणी वायरल हो गई। विपक्ष का मकसद सरकार को घेरना है। सत्ता पक्ष का उद्देश्य विकास दिखाना। लेकिन मुद्दा झूठ और सच्चाई पर आकर ठहर गया। हिमाचल की राजनीति में यह सामान्य है। उम्मीद है कि बहस से मुद्दों पर काम होगा। जनता को लाभ मिलेगा।
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