Lucknow News : प्रदेश के सभी 75 जनपदों में दुग्ध समितियों का संचालन सुनियोजित और सुव्यस्थित रूप से किया जाए -धर्मपाल सिंह
बैठक में दुग्ध विकास विभाग के प्रमुख सचिव अमित कुमार घोष ने कहा कि मंत्री द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा। पराग के उत्पादों की पैकेजिं...
सार-
- पराग के उत्पादों की गुणवत्ता मे कोई कमी न हो और आमजन को आसानी से उपलब्ध हो
- किसानों एवं पशुपालको को प्रशिक्षण कार्यक्रम के द्वारा दुग्ध क्षेत्र में हो रहे नवीन शोधों एवं तकनीको की जानकारी दी जाए
- पराग के उत्पादों की आकर्षक पैकेजिंग की जाए, दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए दुग्ध समितियों की संख्या बढ़ाई जाए
Lucknow.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा है कि पराग के उत्पादों की आकर्षक पैकेजिंग पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाए और उत्पादों की गुणवत्ता से कोई समझौता ना किया जााए। पराग के उत्पाद उपभोक्ताओ को आसानी से उपलब्ध हो सके। पराग की मार्केटिंग एवं ब्राण्डिंग को बेहतर किया जाए और इसके लिए मार्केटिग के विशेषज्ञों का सहयोग लिया जाए। किसानों एवं पशुपालको के लिए समय-समय पर विशेष रूप से प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये जाए ताकि उनको दुग्ध क्षेत्र में हो रहे नवीन शोधों एवं तकनीको की जानकारी हो सके और दुग्ध उत्पादन में वृद्धि हो। प्रदेश के सभी 75 जनपदों में दुग्ध समितियों का संचालन सुनियोजित और सुव्यस्थित रूप से किया जाए। पुरानी समितियां बंद न होने पाए, अक्रियाशील समितियों को क्रियाशील किया जाए। सिंह ने कहा कि अधिकारियों द्वारा दुग्ध समितियों का भ्रमण एवं अनुश्रवण निरंतर किया जाए और निरीक्षण के दौरान व्यवस्थाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए। जहां कहीं कोई कमी या समस्या हो उसका निराकरण किया जाए और शासन को अवगत कराया जाए। दुग्ध मूल्य का भुगतान समय पर कराया जाए। किसानों एवं पशुपालको का हित राज्य सरकार की प्राथमिकता है। बैठक में बताया गया कि जून, 2025 में औसत दुग्ध उपार्जन प्रतिदिन 3.57 एलकेजीपीडी, गतवर्ष से 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। औसत तरल दुग्ध वि क्रय प्रतिदिन 1.86 एलएलपीडी रहा है। प्रत्येक दुग्ध संघ द्वारा दुग्ध समितियों का भ्रमण एवं अनुश्रवण किया गया, जिसमें 27 अगस्त 2024 से 30 जून, 2025 तक 4426 कार्यरत एवं 1869 अकार्यरत, कुल 6295 दुग्ध समितियों में भ्रमण कार्य किया गया। धर्मपाल सिंह ने आज यहां विधानसभा स्थित अपने कार्यालय कक्ष में दुग्ध समितियों के गठन की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
बैठक में दुग्ध विकास विभाग के प्रमुख सचिव अमित कुमार घोष ने कहा कि मंत्री द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा। पराग के उत्पादों की पैकेजिंग और मार्केटिंग पर विशेष कार्य योजना बनाकर कार्य किया जाएगा। किसानों एवं पशुपालको को दुग्ध मूल्य का भुगतान ससमय किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को पराग की मार्केटिंग के संबंध में पूरी गंभीरता एवं तत्परता से कार्य करने के निर्देश दिए। बैठक में पीसीडीएफ के प्रबंध निदेशक वैभव श्रीवास्तव, विशेष सचिव, दुग्ध विकास, रामसहाय यादव, दुग्ध आयुक्त राकेश कुमार मिश्र, पीसीडीएफ के अधिकारी तथा शासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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