UP: बुलंदशहर में पुलिस की दबंगई- धमकाने के बाद दुकानदार को बाल पकडकर घसीटा, पिटाई का सीसीटीवी में कैद हुआ मामला।
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के स्याना कस्बे में एक चौंका देने वाली घटना ने पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं...

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के स्याना कस्बे में एक चौंका देने वाली घटना ने पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। गुरुवार, 5 जून 2025 की रात को स्याना कोतवाली क्षेत्र के छत्ता मोहल्ले में तैनात कस्बा इंचार्ज और उप-निरीक्षक (दरोगा) देवेंद्र शुक्ला ने एक कन्फेक्शनरी दुकान चलाने वाले दुकानदार गौरव कुमार के साथ अमानवीय व्यवहार किया। इस घटना में दरोगा ने न केवल दुकानदार को सरेआम थप्पड़ मारे, बल्कि गालियां दीं और उनके सिर के बाल पकड़कर घसीटा। यह पूरी घटना दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई, जो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। इस घटना ने न केवल स्थानीय लोगों में आक्रोश पैदा किया, बल्कि पुलिस प्रशासन की जवाबदेही और कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाए। घटना 5 जून 2025 की रात लगभग 10 बजे की है। गौरव कुमार, जो स्याना के छत्ता मोहल्ले में एक कन्फेक्शनरी दुकान चलाते हैं, अपनी दुकान बंद करके घर जाने की तैयारी कर रहे थे। गौरव के अनुसार, उनकी दुकान हाईवे के किनारे स्थित है और वह रोजाना रात 10 बजे तक दुकान बंद कर देते हैं। उस रात, जब गौरव दुकान बंद कर रहे थे, एक पुलिस कांस्टेबल ने उन्हें चेतावनी दी कि रात 10 बजे के बाद दुकान खोलना मना है। गौरव ने बताया कि उन्होंने कांस्टेबल को सूचित किया कि वह दुकान बंद कर रहे हैं, लेकिन तभी कस्बा इंचार्ज देवेंद्र शुक्ला अपनी पुलिस टीम के साथ वहां पहुंचे।
दरोगा देवेंद्र शुक्ला बिना वर्दी के थे और उन्होंने गौरव से कथित तौर पर नाना पाटेकर स्टाइल में बात शुरू की। बातचीत के दौरान, दरोगा ने गौरव पर दुकान में शराब पिलाने का आरोप लगाया और बिना किसी ठोस सबूत के उनसे बहस शुरू कर दी। गौरव ने इस आरोप का खंडन किया और कहा कि वह केवल कोल्ड ड्रिंक और पानी बेचते हैं। लेकिन दरोगा ने उनकी एक न सुनी और गौरव को थप्पड़ मारना शुरू कर दिया। इसके बाद, उन्होंने गौरव के बाल पकड़कर उन्हें घसीटा और अपमानजनक गालियां दीं। इस दौरान पांच अन्य पुलिसकर्मी मौके पर मौजूद थे, लेकिन कोई भी गौरव की मदद के लिए आगे नहीं आया। पूरी घटना दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई, जिसके बाद यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। सीसीटीवी फुटेज में साफ तौर पर दिखाई देता है कि दरोगा देवेंद्र शुक्ला बिना वर्दी के गौरव को थप्पड़ मार रहे हैं, उनके बाल पकड़कर खींच रहे हैं, और गालियां दे रहे हैं। यह फुटेज स्थानीय लोगों और व्यापारियों के बीच तेजी से फैला, जिसके बाद कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स, विशेष रूप से एक्स (X) पर, इस घटना की कड़ी निंदा की गई। कई यूजर्स ने इस घटना को "पुलिसिया गुंडागर्दी" करार दिया और पुलिस प्रशासन से कठोर कार्रवाई की मांग की।
एक्स पर एक यूजर @Manoj_Yadav_ ने लिखा, "बुलंदशहर जिले के कस्बा स्याना में सब इंस्पेक्टर देवेंद्र शुक्ला ने कन्फेशनरी शॉप विक्रेता गौरव को थप्पड़ मारे, गालियां दी, सिर के बाल पकड़कर घुमाया। इस दरोगा से इलाके के सभी दुकानदार परेशान हैं। पुलिस का ये बरताव आम जनता के लिए ठीक नहीं है।" इसी तरह, @news24tvchannel ने पोस्ट किया, "यूपी के बुलंदशहर वाले दरोगा जी की दबंगई देखी? कन्फेशनरी शॉप चलाने वाले दुकानदार को सरेआम थप्पड़ मारे, गालियां दीं, दुकानदार को सिर के बाल पकड़कर घुमाया।" सीसीटीवी फुटेज के वायरल होने के बाद, बुलंदशहर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) दिनेश कुमार सिंह ने तत्काल कार्रवाई की। 7 जून 2025 को, उन्होंने दरोगा देवेंद्र शुक्ला को लाइन हाजिर कर दिया और मामले की विभागीय जांच के लिए स्याना के क्षेत्राधिकारी (सीओ) को नियुक्त किया। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दरोगा को निलंबित भी किया गया है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी बाकी है। एसएसपी ने एक बयान में कहा कि पुलिसकर्मियों से इस तरह के व्यवहार की कोई उम्मीद नहीं की जाती और मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि यदि दरोगा दोषी पाए गए, तो उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
दरोगा का बचाव और दुकानदार का पक्ष
दरोगा देवेंद्र शुक्ला ने अपने बचाव में दावा किया कि गौरव की दुकान को "कैंटीन" के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था और वहां शराब पिलाई जा रही थी। उन्होंने यह भी कहा कि दुकानदार के पास वैध लाइसेंस नहीं था और उसे पहले भी चेतावनी दी गई थी। हालांकि, गौरव ने इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज किया और कहा कि उनकी दुकान पर केवल कोल्ड ड्रिंक और पानी बिकता है। उन्होंने यह भी बताया कि वह नियमित रूप से रात 10 बजे दुकान बंद करते हैं और उस रात भी वह नियमों का पालन कर रहे थे। स्थानीय व्यापारियों ने भी गौरव का समर्थन किया और दरोगा देवेंद्र शुक्ला पर पहले भी उत्पीड़न के आरोप लगाए। एक सब्जी विक्रेता सुभाष ने बताया कि दरोगा ने पहले भी उसे बिना कारण थप्पड़ मारे थे और उसका चश्मा उतारकर मारपीट की थी। सुभाष ने कहा, "हमारा ठेला सड़क से दूर होता है, फिर भी हमें डराया-धमकाया जाता है।" यह घटना उत्तर प्रदेश पुलिस की छवि पर एक और धब्बा है। हाल के वर्षों में, यूपी पुलिस पर कई बार दबंगई और आम लोगों के साथ दुर्व्यवहार के आरोप लगे हैं। बुलंदशहर में पहले भी ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जैसे 2020 में एक बच्ची का अपने पिता को पुलिस हिरासत से छुड़ाने के लिए गाड़ी पर सिर पटकने का मामला, जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कठोर कार्रवाई के आदेश दिए थे।
इस तरह की घटनाएं न केवल पुलिस की विश्वसनीयता को कम करती हैं, बल्कि आम जनता में डर और अविश्वास का माहौल भी पैदा करती हैं। विशेष रूप से छोटे व्यापारियों और दुकानदारों, जो अपनी आजीविका के लिए मेहनत करते हैं, के लिए ऐसी घटनाएं मानसिक और आर्थिक नुकसान का कारण बनती हैं। यह घटना कानून व्यवस्था और पुलिस सुधारों की आवश्यकता को रेखांकित करती है। पुलिसकर्मियों को यह समझना होगा कि उनकी भूमिका कानून का पालन करवाना है, न कि अपनी शक्ति का दुरुपयोग करना। यदि गौरव के खिलाफ कोई शिकायत थी, तो नियमानुसार जांच और कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए थी, न कि सार्वजनिक रूप से उनकी पिटाई।इसके अलावा, सोशल मीडिया की भूमिका ने इस मामले को राष्ट्रीय स्तर पर उजागर किया है। सीसीटीवी फुटेज और एक्स पोस्ट्स ने न केवल पुलिस प्रशासन को त्वरित कार्रवाई के लिए मजबूर किया, बल्कि जनता को भी इस तरह की घटनाओं के खिलाफ आवाज उठाने का मंच प्रदान किया। यह एक सकारात्मक बदलाव है, क्योंकि यह पुलिस को जवाबदेह बनाता है। बुलंदशहर की यह घटना पुलिस सुधारों और जवाबदेही की आवश्यकता को दर्शाती है। दरोगा देवेंद्र शुक्ला द्वारा दुकानदार गौरव के साथ किया गया अमानवीय व्यवहार न केवल कानून के खिलाफ है, बल्कि यह पुलिस और जनता के बीच विश्वास की खाई को और गहरा करता है। सीसीटीवी फुटेज और सोशल मीडिया ने इस मामले को उजागर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसके परिणामस्वरूप प्रशासन को त्वरित कार्रवाई करनी पड़ी।
बुलंदशहर में दरोगा की दबंगई
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में सब इंस्पेक्टर देवेंद्र शुक्ला की दबंगई का मामला सामने आया है. आरोप है कि उन्होंने एक कन्फेशनरी शॉप चलाने वाले दुकानदार गौरव को सरेआम थप्पड़ मारे, गालियां दीं और सिर के बाल पकड़कर घुमाया. स्थानीय दुकानदारों का कहना है… pic.twitter.com/NVhpHsKj00 — NDTV India (@ndtvindia) June 7, 2025
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