तीन साल के मासूम ने मात्र पांच सेकंड में बचाई मां की जान, किशनगंज में हाईटेंशन तार गिरने से टला बड़ा हादसा।
बिहार के किशनगंज जिले में एक ऐसी घटना घटी जो न केवल चमत्कारिक लगती है बल्कि मानवता की गहराई को भी उजागर करती है। यहां सौदागर पट्टी इलाके में स्थित...
बिहार के किशनगंज जिले में एक ऐसी घटना घटी जो न केवल चमत्कारिक लगती है बल्कि मानवता की गहराई को भी उजागर करती है। यहां सौदागर पट्टी इलाके में स्थित पुष्पांजलि कपड़ों की दुकान के बाहर गुरुवार दोपहर एक मां अपने तीन साल के बेटे के साथ खड़ी थी। तभी अचानक ऊपर से 11 हजार वोल्ट का हाईटेंशन तार टूटकर गिर पड़ा। लेकिन उस मासूम बच्चे की फुर्ती और सूझबूझ ने न केवल अपनी बल्कि अपनी मां की जान भी बचा ली। पूरी घटना दुकान के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिसने देखने वालों को हैरत में डाल दिया। अगर बच्चा न होता तो शायद एक बड़ा हादसा हो जाता, जिसमें मां-बेटे दोनों की जान जा सकती थी।
यह घटना 2 अक्टूबर 2025 को दोपहर करीब 2:30 बजे की है। किशनगंज शहर के व्यस्त सौदागर पट्टी बाजार में पुष्पांजलि नाम की यह कपड़ों की दुकान स्थानीय लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है। दुकान मालिक मोहम्मद नईम के अनुसार, उस समय दुकान के बाहर उनकी भाभी रुखसाना खातून अपने तीन साल के बेटे मोहम्मद आरिफ के साथ खड़ी हुई थीं। रुखसाना दुकान पर कुछ सामान लेने आई थीं और आरिफ उनके साथ खेलते-कूदते घूम रहा था। बाजार में हमेशा की तरह चहल-पहल थी, लोग खरीदारी में व्यस्त थे। अचानक आरिफ ने ऊपर आसमान की ओर देखा। शायद उसे कुछ असामान्य लगा। ऊपर से गुजर रही 11 केवी की हाईटेंशन बिजली लाइन का एक तार पुराना और जर्जर हो चुका था। हवा के तेज झोंके या तकनीकी खराबी से वह तार टूट गया और सीधे नीचे गिरने लगा।
आरिफ ने बिना एक पल गंवाए अपनी मां का हाथ कसकर पकड़ा। महज पांच सेकंड के अंदर उसने रुखसाना को दुकान के अंदर की ओर खींच लिया। जैसे ही वे दोनों अंदर पहुंचे, वही तार ठीक उसी जगह पर जोरदार चिंगारी उड़ाते हुए गिर पड़ा जहां वे खड़े थे। तार गिरते ही आसपास के लोग चीखने लगे और अफरा-तफरी मच गई। दुकान के अंदर सुरक्षित होने के कारण रुखसाना और आरिफ को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। अगर आरिफ ने इतनी तेजी से प्रतिक्रिया न दी होती तो करंट लगने से मां-बेटे दोनों गंभीर रूप से झुलस सकते थे या जान गंवा सकते थे। हाईटेंशन तारों से होने वाले हादसे अक्सर घातक साबित होते हैं, क्योंकि 11 हजार वोल्ट का करंट शरीर को तुरंत जला देता है।
सीसीटीवी फुटेज में पूरी घटना साफ नजर आ रही है। वीडियो में दिखता है कि बच्चा अचानक ऊपर देखता है, फिर बिना सोचे-समझे मां का हाथ पकड़कर उन्हें अंदर खींच ले जाता है। तार गिरने के ठीक बाद चिंगारियां उड़ती हैं और धुआं उठता है। दुकान मालिक नईम ने बताया कि उन्होंने तुरंत बिजली विभाग को सूचना दी। लेकिन विभाग के अधिकारी करीब आधे घंटे बाद पहुंचे। तब तक तार को छुआ तक कोई नहीं जा सका। स्थानीय लोगों ने लाठियों और लंबे डंडों से तार को एक तरफ सरकाया। नईम ने कहा कि यह इलाका शहर का मुख्य बाजार है, यहां रोज सैकड़ों लोग आते-जाते हैं। ऊपर से गुजर रही बिजली लाइन पुरानी है और कई बार शिकायत की गई है, लेकिन सुधार नहीं हुआ। अगर यह हादसा बाजार के बीचोंबीच होता तो कई और लोग प्रभावित हो सकते थे।
रुखसाना खातून ने घटना के बाद अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा कि उन्हें ऊपर से गिरते तार की आवाज तो सुनाई दी, लेकिन समझ नहीं आया कि क्या हो रहा है। आरिफ ने इतनी तेजी से उन्हें खींचा कि वे संभल ही न सकीं। अब सोचकर भी रोंगटे खड़े हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि आरिफ अभी इतना छोटा है कि उसे खतरे की पूरी समझ नहीं है, लेकिन उसकी सहज बुद्धि ने सब कुछ बदल दिया। रुखसाना के पति मोहम्मद सलीम, जो पास ही की एक दुकान पर काम करते हैं, जब घटना की खबर मिली तो वे दौड़ते हुए आए। उन्होंने बेटे की हिम्मत की तारीफ की और कहा कि भगवान ने बच्चे के रूप में एक फरिश्ता भेजा है। परिवार में चार बच्चे हैं और वे सौदागर पट्टी में ही रहते हैं। इस घटना के बाद पूरे परिवार ने राहत की सांस ली, लेकिन बिजली विभाग की लापरवाही पर सवाल उठाए।
किशनगंज के जिलाधिकारी दिलीप कुमार ने इस घटना का संज्ञान लिया है। उन्होंने बिजली विभाग को निर्देश दिए हैं कि सौदागर पट्टी और आसपास के इलाकों में हाईटेंशन लाइनों का निरीक्षण कराया जाए। जेडीए के अधिकारियों को पुरानी लाइनों को मजबूत करने या भूमिगत करने के लिए योजना बनाने को कहा गया है। स्थानीय विधायक मुहम्मद जावेद ने भी ट्वीट कर इस घटना का जिक्र किया और कहा कि बच्चे की बहादुरी सराहनीय है, लेकिन विभाग की उदासीनता चिंताजनक है। उन्होंने मांग की है कि प्रभावित क्षेत्रों में तुरंत सुधार हो। किशनगंज में हाईटेंशन लाइनों से जुड़े हादसे पहले भी हो चुके हैं। पिछले साल बाजार क्षेत्र में एक तार गिरने से दो लोग झुलस गए थे। बिहार में बिजली विभाग की पुरानी इंफ्रास्ट्रक्चर एक बड़ी समस्या बनी हुई है। राज्य सरकार ने हाल ही में बिजली लाइनों के आधुनिकीकरण के लिए 500 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है, लेकिन जमीनी स्तर पर कार्यान्वयन धीमा है।
यह घटना न केवल एक परिवार की खुशी लौटा रही है बल्कि समाज को भी एक संदेश दे रही है। इतने छोटे बच्चे में इतनी सजगता और फुर्ती देखकर हर कोई दंग है। सोशल मीडिया पर सीसीटीवी वीडियो वायरल हो गया है। हजारों लोग इसे शेयर कर रहे हैं और आरिफ को 'छोटा हीरो' कह रहे हैं। एक यूजर ने लिखा कि यह साबित करता है कि खतरे की घड़ी में बच्चों की सहज बुद्धि कभी-कभी बड़ों से भी बेहतर काम करती है। स्कूलों में बच्चों को बिजली संबंधी सुरक्षा के बारे में जागरूकता कार्यक्रम चलाने की मांग भी उठ रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि हाईटेंशन लाइनों के नीचे खड़े न होने, गिरते तार को न छूने और तुरंत बिजली कटौती की सूचना देने जैसे बुनियादी नियमों से कई जिंदगियां बचाई जा सकती हैं।
रुखसाना ने कहा कि वे अब अपने बच्चों को हमेशा सतर्क रहने की सीख देंगी। आरिफ को इस घटना के बाद परिवार वाले प्यार से लाड़ कर रहे हैं। दुकान मालिक नईम ने बच्चे को तोहफे दिए और कहा कि यह दुकान का भाग्य है कि ऐसा चमत्कार यहां हुआ। किशनगंज पुलिस ने भी घटना की जांच की और पाया कि कोई बड़ी साजिश नहीं थी, सिर्फ तकनीकी खराबी। लेकिन विभाग को नोटिस जारी किया गया है। यह घटना बिहार के अन्य जिलों में भी चर्चा का विषय बनी हुई है। पूर्णिया, अररिया और कटिहार जैसे पड़ोसी जिलों में भी समान समस्याएं हैं, जहां जर्जर बिजली लाइनें खतरा बनी हुई हैं।
बच्चों की सुरक्षा के लिहाज से यह घटना एक मिसाल है। आरिफ जैसी सहज प्रतिक्रिया हर बच्चे में होनी चाहिए। माता-पिता को भी बच्चों को छोटी उम्र से ही खतरे के प्रति सजग बनाना चाहिए। बिजली विभाग को भी अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी।
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