नशे में धुत युवक ने रेलवे पुल पर मचाया हंगामा, वारासिवनी जा रही ट्रेन 15 मिनट रुकी, बालाघाट में वायरल वीडियो ने मचाई सनसनी। 

मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में एक शराबी युवक के नशे में धुत हंगामे ने रेल यात्रियों को परेशान कर दिया। वैनगंगा नदी पर बने रेलवे पुल पर शुक्रवार दोपहर वारासिवनी की ओर

Oct 4, 2025 - 16:45
 0  50
नशे में धुत युवक ने रेलवे पुल पर मचाया हंगामा, वारासिवनी जा रही ट्रेन 15 मिनट रुकी, बालाघाट में वायरल वीडियो ने मचाई सनसनी। 
नशे में धुत युवक ने रेलवे पुल पर मचाया हंगामा, वारासिवनी जा रही ट्रेन 15 मिनट रुकी, बालाघाट में वायरल वीडियो ने मचाई सनसनी। 

मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में एक शराबी युवक के नशे में धुत हंगामे ने रेल यात्रियों को परेशान कर दिया। वैनगंगा नदी पर बने रेलवे पुल पर शुक्रवार दोपहर वारासिवनी की ओर जा रही पैसेंजर ट्रेन के सामने खड़ा हो गया युवक। उसकी जिद के कारण ट्रेन को करीब 15 मिनट तक रोकना पड़ा। पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसने स्थानीय लोगों में रेलवे सुरक्षा और नशे के खिलाफ गुस्सा भड़का दिया। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि युवक को ग्रामीणों ने किसी तरह समझा-बुझाकर हटाया, लेकिन इस दौरान सैकड़ों यात्री परेशान हुए। यह घटना न केवल रेल यात्रा की सुरक्षा पर सवाल उठाती है, बल्कि नशामुक्ति अभियान की जरूरत को भी रेखांकित करती है।

घटना बालाघाट जिले के नगर क्षेत्र के पास वैनगंगा नदी पर स्थित रेलवे पुल की है। 27 सितंबर 2025 को दोपहर करीब 3 बजे वारासिवनी से बालाघाट आ रही पैसेंजर ट्रेन नंबर 58812 नर्मदा एक्सप्रेस के इंजन ड्राइवर को दूर से ही पुल पर एक व्यक्ति दिखा। ट्रेन की रफ्तार कम करने पर पता चला कि एक शराब के नशे में धुत युवक पटरी पर खड़ा हो गया है। वह न तो हटने को तैयार था और न ही कुछ बोल पा रहा था। ड्राइवर ने तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाई, जिससे ट्रेन पुल के बीचोंबीच रुक गई। ट्रेन में सवार सैकड़ों यात्री घबरा गए। कुछ ने खिड़कियों से झांककर देखा तो कुछ ने चेन खींचने की सोची, लेकिन आरपीएफ के जवान पहले से ही अलर्ट हो चुके थे।

युवक की पहचान संतोष पांचे के रूप में हुई है, जो बालाघाट के हटा क्षेत्र का रहने वाला है। वह हटा के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में कक्षा 11वीं का छात्र है। पुलिस के अनुसार, संतोष नशे की हालत में पुल पर चढ़ गया था। वीडियो में दिख रहा है कि वह पटरी पर लेटने की कोशिश कर रहा था और ट्रेन आने की आवाज सुनकर भी हिल नहीं रहा था। आसपास के मछुआरे और नदी किनारे घूमने वाले ग्रामीणों ने शोर मचाया। कुछ लोगों ने कहा कि युवक नशे में अजीबोगरीब हरकतें कर रहा था, जैसे कि ट्रेन को रोककर ही रहेगा। रेलवे पुल पर नदी का पानी तेज बह रहा था, जिससे बचाव का काम और मुश्किल हो गया। ग्रामीणों ने करीब 10-15 मिनट तक उसे समझाने की कोशिश की। आखिरकार, दो-तीन लोगों ने उसे पकड़कर पटरी से हटा दिया। ट्रेन आगे बढ़ी तो यात्रियों ने राहत की सांस ली।

रेलवे के डिविजनल रेलवे मैनेजर ने बताया कि यह घटना रेलवे ट्रैक पर अनधिकृत घुसपैठ का मामला है। ट्रेन ड्राइवर की तत्परता से बड़ा हादसा टल गया। अगर ब्रेक न लगाया होता तो ट्रेन पटरी से उतर सकती थी। बालाघाट रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ ने तुरंत कार्रवाई की और संतोष को हिरासत में लिया। मेडिकल जांच में उसकी शराब की मात्रा पाई गई। पुलिस ने उसके खिलाफ रेलवे एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। संतोष के परिवार ने कहा कि वह पढ़ाई में औसत है और कभी-कभी दोस्तों के साथ नशा करता है। उसके माता-पिता मजदूरी करते हैं और घर की आर्थिक स्थिति कमजोर है। इस घटना के बाद परिवार वाले शर्मिंदा हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि वैनगंगा नदी के पुल पर युवा अक्सर नशा करके घूमते हैं, जो खतरा पैदा करता है।

वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई। एक यूजर ने लिखा कि नशे के कारण युवा अपना और दूसरों का जीवन दांव पर लगा रहे हैं। एक अन्य ने रेलवे से मांग की कि पुलों पर सीसीटीवी और गार्ड तैनात किए जाएं। बालाघाट जिला प्रशासन ने इस घटना का संज्ञान लिया है। कलेक्टर ने नशामुक्ति अभियान को तेज करने के निर्देश दिए। जिले में पहले भी नशे से जुड़ी ऐसी घटनाएं हुई हैं। पिछले महीने ही एक युवक नशे में ट्रेन के नीचे आ गया था। रेलवे ने यात्रियों को जागरूक करने के लिए पोस्टर लगाए हैं, जिसमें ट्रैक पर न घुसने की चेतावनी दी गई है। वैनगंगा नदी पर यह पुल पुराना है और रखरखाव की जरूरत है। बारिश के मौसम में पानी का स्तर बढ़ जाता है, जिससे दुर्घटना का खतरा और ज्यादा हो जाता है।

यह घटना मध्य प्रदेश के अन्य जिलों में भी चर्चा का विषय बनी। जबलपुर डिवीजन में रेलवे अधिकारियों ने मीटिंग बुलाई और ट्रैक सुरक्षा पर फोकस किया। विशेषज्ञों का कहना है कि नशे की लत युवाओं को बर्बाद कर रही है। बालाघाट जैसे ग्रामीण इलाकों में शराब की दुकानें ज्यादा हैं, जिससे समस्या बढ़ रही है। सरकार ने नशामुक्त भारत अभियान चलाया है, लेकिन जमीनी स्तर पर प्रभाव कम है। संतोष के स्कूल में अब काउंसलिंग सेशन शुरू होंगे। उसके दोस्तों से पूछताछ में पता चला कि वे अक्सर नदी किनारे नशा करते हैं। पुलिस ने चेतावनी दी है कि ऐसी हरकत पर सख्त कार्रवाई होगी।

रेल यात्रा मध्य प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण है। बालाघाट स्टेशन से रोजाना 20 से ज्यादा ट्रेनें चलती हैं, जो नागपुर, गोंदिया और लामता जाती हैं। इस घटना से यात्रियों में डर फैल गया। एक यात्री ने बताया कि ट्रेन रुकने पर सब घबरा गए थे। बच्चे रोने लगे और बूढ़े परेशान हो गए। रेलवे ने ड्राइवर को सम्मानित करने का ऐलान किया। वीडियो में ट्रेन का हॉर्न बजता सुनाई दे रहा है, जो डरावना लगता है। स्थानीय पत्रकारों ने रिपोर्टिंग की और नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाई। ग्रामीणों ने कहा कि पुल पर रेलिंग मजबूत होनी चाहिए ताकि कोई नशे में न गिरे।

Also Read- Jhansi: बबीना में आवारा सांड ने महिला को हवा में उछालकर पटका, सीसीटीवी वीडियो वायरल।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow