दशहरा पर रावण की तारीफ से भड़का विवाद- सिमी गारेवाल की पोस्ट पर भारी ट्रोलिंग, मजबूरन डिलीट करना पड़ा

दशहरा के मौके पर सिमी ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक पोस्ट शेयर किया। इसमें उन्होंने रावण को सीधे संबोधित करते हुए लिखा, "प्रिय रावण... हर साल इस दिन हम अच्छाई की बुराई पर जीत

Oct 3, 2025 - 13:38
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दशहरा पर रावण की तारीफ से भड़का विवाद- सिमी गारेवाल की पोस्ट पर भारी ट्रोलिंग, मजबूरन डिलीट करना पड़ा
दशहरा पर रावण की तारीफ से भड़का विवाद- सिमी गारेवाल की पोस्ट पर भारी ट्रोलिंग, मजबूरन डिलीट करना पड़ा

दशहरा या विजयादशमी का त्योहार हर साल भारत में धूमधाम से मनाया जाता है। यह राम की रावण पर जीत का प्रतीक है, जो अच्छाई की बुराई पर विजय का संदेश देता है। लेकिन 2 अक्टूबर 2025 को इस पवित्र अवसर पर अभिनेत्री और टॉक शो होस्ट सिमी गारेवाल का एक सोशल मीडिया पोस्ट विवादों का केंद्र बन गया। सिमी ने रावण को बुरा कहने के बजाय हल्का-फुल्का अपराधी करार दिया, जिससे सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं आईं। ट्रोलिंग की चपेट में आने के बाद उन्होंने पोस्ट डिलीट कर दिया। यह घटना न केवल हिंदू परंपराओं पर सवाल खड़ी करती है, बल्कि आधुनिक संदर्भों में महिलाओं की गरिमा और सांस्कृतिक संवेदनशीलता पर भी बहस छेड़ देती है।

सिमी गारेवाल का जन्म 8 अक्टूबर 1947 को लुधियाना, पंजाब में हुआ था। वे एक गुजराती पारसी परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनके पिता इकबाल सिंह गुजराल एक भारतीय वायुसेना अधिकारी थे, जबकि मां शोभना समर्थ प्रसिद्ध अभिनेत्री नूतन की बहन थीं। सिमी ने 1960 के दशक में अभिनय की शुरुआत की। उनकी पहली फिल्म 'तार-झटक चंदा' थी, लेकिन असली पहचान 'मेरा नाम जोकर' (1970) और 'कर्ज' (1980) जैसी फिल्मों से मिली। वे सफेद साड़ी और एलिगेंट लुक के लिए जानी जाती हैं। 1990 के दशक में उन्होंने 'रैंडेवू विद सिमी गारेवाल' नामक टॉक शो होस्ट किया, जो सेलिब्रिटीज के इंटरव्यू के लिए मशहूर हुआ। आज 77 वर्ष की उम्र में वे सोशल मीडिया पर सक्रिय रहती हैं, जहां उनकी राय अक्सर चर्चा का विषय बन जाती है।

2 अक्टूबर 2025 को दशहरा के मौके पर सिमी ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक पोस्ट शेयर किया। इसमें उन्होंने रावण को सीधे संबोधित करते हुए लिखा, "प्रिय रावण... हर साल इस दिन हम अच्छाई की बुराई पर जीत का जश्न मनाते हैं। लेकिन तकनीकी रूप से, तुम्हारे व्यवहार को 'बुराई' के बजाय 'हल्के-फुल्के शरारती' में वर्गीकृत किया जाना चाहिए। आखिर तुमने ऐसा क्या किया था? मैं मानती हूं कि तुमने जल्दबाजी में एक महिला का अपहरण किया... लेकिन उसके बाद... तुमने उन्हें अच्छा खाना दिया, आश्रय दिया, और यहां तक कि महिला सुरक्षा गार्ड भी दिए (हालांकि वे ज्यादा आकर्षक नहीं थीं)। तुम्हारा विवाह का प्रस्ताव विनम्रता से भरा था, और जब अस्वीकार किया गया तो एसिड नहीं फेंका। भगवान राम ने तुम्हें मार डाला, तब भी तुमने उनके पैरों में गिरकर क्षमा मांगी। और मुझे विश्वास है कि तुम हमारे संसद के आधे सदस्यों से ज्यादा पढ़े-लिखे थे। विश्वास करो दोस्त, तुम्हें जलाने का कोई कटु भाव नहीं। बस यह एक फैशन है। हैप्पी दशहरा।" पोस्ट के साथ एक मीम इमेज भी लगी थी, जिसमें रावण का मजाक उड़ाया गया लग रहा था।

यह पोस्ट तुरंत वायरल हो गई। कई यूजर्स ने इसे हास्यपूर्ण बताया, लेकिन अधिकांश ने कड़ी निंदा की। एक यूजर ने लिखा, "अपहरण को शरारत कहना? अगर रावण आपको अपहरण कर ले और कहे कि बस थोड़ी शरारत है, तो क्या आप सहमत होंगी?" दूसरे ने कहा, "रावण ने सिर्फ सीता का ही नहीं, वेदावती, रंभा और मदनमनजरी जैसे कई महिलाओं का अपहरण किया था। यह बुराई को कमतर आंकना है।" ट्रोलर्स ने सिमी की उम्र और पुरानी फिल्मों का भी मजाक उड़ाया। एक कमेंट था, "आपकी सोच संसद से ज्यादा पुरानी लग रही है।" महिलाओं के अधिकारों पर फोकस करने वाली सिमी को ही महिलाओं की सुरक्षा गार्डों के लुक्स पर टिप्पणी करने के लिए फेमिनिज्म का ढोंग कहा गया। रामायण के विद्वानों ने भी कहा कि रावण की विद्वता के बावजूद उसकी अहंकार और वासना ने उसे बुराई का प्रतीक बनाया।

ट्रोलिंग की बाढ़ आ गई। कुछ घंटों में हजारों नेगेटिव कमेंट्स आ गए। सिमी के फॉलोअर्स में से कई ने अनफॉलो कर दिया। विपक्षी आवाजें उठीं कि यह हिंदू त्योहार का अपमान है। ओपइंडिया जैसे पोर्टल ने इसे "हिंदू परंपराओं का मजाक" बताया। एनडीटीवी और हिंदुस्तान टाइम्स ने रिपोर्ट किया कि सिमी ने पोस्ट डिलीट कर दिया। डिलीट करने के बाद भी स्क्रीनशॉट्स वायरल हो रहे थे। सिमी ने कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया, लेकिन उनके कुछ समर्थकों ने कहा कि यह व्यंग्य था, जो गलत समझा गया। एक यूजर ने लिखा, "सिमी जी ने आधुनिक समाज की महिलाओं के प्रति हिंसा पर तंज कसा था, लेकिन संदर्भ खो गया।"

दशहरा का महत्व गहरा है। रामायण के अनुसार, रावण लंका का राजा था, जो विद्वान, संगीतकार और शिव भक्त था। लेकिन उसकी दस सिरों का प्रतीक दस इंद्रियों पर नियंत्रण न रखना था। सीता अपहरण ने राम को युद्ध पर मजबूर किया, जो अधर्म के खिलाफ धर्म की जीत का प्रतीक है। भारत में दशहरा पर रावण के पुतले जलाए जाते हैं, रामलीला का मंचन होता है। यह त्योहार नवरात्रि के बाद आता है, जो दुर्गा की महिषासुर पर विजय भी मनाता है। सिमी का पोस्ट इस सांस्कृतिक संदेश को चुनौती देता प्रतीत हुआ, खासकर जब महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे संवेदनशील हैं।

सोशल मीडिया पर ऐसी घटनाएं आम हैं। सिमी पहले भी विवादों में रहीं। 2021 में एक ट्रोल ने उनकी गलत फोटो शेयर की, तो उन्होंने कहा, "आंखें जांच लो, यह मैं नहीं हूं।" लेकिन इस बार मामला धार्मिक भावनाओं से जुड़ा था। विश्लेषकों का कहना है कि सेलिब्रिटीज को त्योहारों पर संवेदनशील रहना चाहिए। सिमी की पोस्ट ने बहस छेड़ी कि क्या पौराणिक कथाओं को आधुनिक लेंस से देखना ठीक है? कुछ ने कहा, हां, क्योंकि रामायण बहुआयामी है। लेकिन अधिकांश ने इसे अपमान बताया।

यह विवाद बॉलिवुड को भी छू गया। कई सितारों ने दशहरा पर पारंपरिक पोस्ट शेयर किए। प्रियंका चोपड़ा ने राम-सीता की तस्वीर लगाई, जबकि अक्षय कुमार ने अच्छाई की जीत का संदेश दिया। सिमी की पोस्ट ने विपरीत धारा बहा दी। ट्रोलिंग ने सवाल उठाया कि क्या सोशल मीडिया अभिव्यक्ति की आजादी है या जिम्मेदारी की? सिमी ने डिलीट करके चुप्पी साध ली, लेकिन बहस जारी है।

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