सिक्किम हनीमून हादसा: उत्तर प्रदेश का नवविवाहित जोड़ा कौशलेंद्र और अंकिता लापता, खाई में गिरा ट्रैवलर वाहन, 11 दिन बाद भी कोई सुराग नहीं।
प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश के कौशलेंद्र प्रताप सिंह और अंकिता सिंह, हनीमून के लिए सिक्किम गए, 29 मई 2025 से लापता...

हाइलाइट्स:
- टूरिस्टों से भरा ट्रैवलर वाहन 1000 फीट गहरी खाई में गिरा, 8 लोग लापता, जिनमें कौशलेंद्र और अंकिता शामिल।
- सिक्किम पुलिस, सेना, और रेस्क्यू टीमें तलाश में जुटीं; परिवारों में कोहराम, मध्य प्रदेश के राजा-सोनम मामले से तुलना।
- शादी के 15 दिन बाद हनीमून पर गए थे दोनों, अंकिता लखनऊ के मेदांता अस्पताल में मेडिसिन स्टोर पर काम करती थीं।
- सोशल मीडिया पर चिंता और सवाल, यूजर्स ने मेघालय और सिक्किम में लापता जोड़ों के मामलों को जोड़ा।
- स्थानीय प्रशासन ने 6 लापता लोगों को ओडिशा और 2 को प्रतापगढ़ का बताया; रेस्क्यू ऑपरेशन में चुनौतियां।
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के लालगंज तहसील के राहाटीकर गांव निवासी नवविवाहित जोड़ा कौशलेंद्र प्रताप सिंह (29) और अंकिता सिंह (26) अपनी शादी के 15 दिन बाद हनीमून के लिए सिक्किम गए थे। 5 मई 2025 को उनकी शादी हुई थी, और 24 मई को वे सिक्किम के लिए रवाना हुए। लेकिन 29 मई को टूरिस्टों से भरा एक ट्रैवलर वाहन, जिसमें वे सवार थे, 1000 फीट गहरी खाई में गिर गया। इस हादसे में 8 लोग लापता हैं, जिनमें कौशलेंद्र और अंकिता भी शामिल हैं। 11 दिन बाद भी उनका कोई सुराग नहीं मिला है। यह घटना मेघालय में इंदौर के राजा और सोनम रघुवंशी के हत्याकांड के बाद सामने आई, जिसने नवविवाहित जोड़ों की सुरक्षा पर सवाल खड़े किए हैं।
29 मई 2025 को सिक्किम के गंगटोक के पास एक टूरिस्ट ट्रैवलर वाहन अनियंत्रित होकर 1000 फीट गहरी खाई में गिर गया। इस वाहन में कौशलेंद्र और अंकिता सहित कई पर्यटक सवार थे। हादसे की सूचना मिलते ही सिक्किम पुलिस, सेना, और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। दो घायलों को गंभीर हालत में गंगटोक के STNM अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन 8 लोग अब भी लापता हैं। स्थानीय प्रशासन के अनुसार, लापता लोगों में 6 ओडिशा और 2 प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश के हैं।
हादसे की जगह सिक्किम की दुर्गम पहाड़ी सड़कों पर थी, जहां भारी बारिश और भूस्खलन ने रेस्क्यू ऑपरेशन को चुनौतीपूर्ण बना दिया। सिक्किम के DGP अखिलेश कुमार ने बताया कि ड्रोन, हेलीकॉप्टर, और कुत्तों की मदद से खोजबीन जारी है, लेकिन खराब मौसम और घनी वनस्पति ने काम को मुश्किल कर दिया है।
- कौशलेंद्र और अंकिता: एक नवविवाहित जोड़े की कहानी
कौशलेंद्र प्रताप सिंह, अपने माता-पिता की इकलौती संतान, और अंकिता सिंह की शादी 5 मई 2025 को लालगंज में धूमधाम से हुई थी। अंकिता लखनऊ के मेदांता अस्पताल में मेडिसिन स्टोर पर काम करती थीं, जबकि कौशलेंद्र अपने परिवार के खेती-किसानी के व्यवसाय में मदद करते थे। 24 मई को दोनों हनीमून के लिए सिक्किम रवाना हुए। परिवार के अनुसार, उन्होंने 28 मई को आखिरी बार बात की, जब वे गंगटोक में त्सोंगो झील घूमने की बात कर रहे थे।
29 मई को हादसे की खबर मिलने के बाद दोनों परिवारों में कोहराम मच गया। कौशलेंद्र की मां उर्मिला सिंह ने कहा, “मेरा बेटा और बहू बहुत खुश थे। हमें नहीं पता था कि हनीमून उनकी आखिरी यात्रा होगी।” अंकिता के पिता राम नरेश ने बताया कि उन्होंने सिक्किम पुलिस से संपर्क किया, लेकिन कोई ठोस जानकारी नहीं मिली।
- रेस्क्यू ऑपरेशन की चुनौतियां
हादसे के बाद सिक्किम पुलिस और सेना ने तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। NDRF की एक विशेष टीम और स्थानीय स्वयंसेवकों ने खाई में उतरकर खोजबीन शुरू की। ड्रोन और हेलीकॉप्टर से इलाके की निगरानी की जा रही है, लेकिन खराब मौसम और गहरी खाई ने काम को जटिल बना दिया है। सिक्किम के पर्यटन विभाग ने बताया कि हादसे वाली सड़क गंगटोक से नाथुला पास की ओर जाती है, जो पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है, लेकिन बारिश के कारण जोखिम भरी हो जाती है।
स्थानीय प्रशासन ने बताया कि वाहन में कुल 14 लोग सवार थे, जिनमें से 4 को बचा लिया गया, 2 गंभीर रूप से घायल हैं, और 8 लापता हैं। लापता लोगों में कौशलेंद्र और अंकिता के अलावा 6 ओडिशा के पर्यटक शामिल हैं। रेस्क्यू टीमों ने वाहन का मलबा खाई में बरामद किया, लेकिन यात्रियों का कोई सुराग नहीं मिला।
- मेघालय हत्याकांड से तुलना
यह हादसा मेघालय में इंदौर के राजा और सोनम रघुवंशी के मामले के बाद सामने आया, जहां राजा की हत्या हुई और सोनम पर सुपारी देकर हत्या का आरोप लगा। मेघालय पुलिस ने सोनम और चार अन्य को गिरफ्तार किया, लेकिन इस मामले ने नवविवाहित जोड़ों की उत्तर-पूर्वी राज्यों में यात्रा की सुरक्षा पर सवाल उठाए। सिक्किम का यह हादसा भी सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना, जहां यूजर्स ने दोनों मामलों को जोड़ा। एक X यूजर ने लिखा, “पहले मेघालय, अब सिक्किम। नवविवाहित जोड़ों के लिए उत्तर-पूर्व सुरक्षित नहीं है?”
- परिवारों का दुख और मांग
कौशलेंद्र और अंकिता के परिवारों ने सिक्किम और उत्तर प्रदेश सरकार से तलाश तेज करने की अपील की है। कौशलेंद्र के पिता रामजीत सिंह ने कहा, “हमारा बेटा और बहू हमारी जिंदगी थे। सरकार हमें जवाब दे कि वे कहां हैं।” अंकिता की मां शीला देवी ने रोते हुए कहा, “मेरी बेटी मेदांता में काम करती थी, बहुत मेहनती थी। हमें बस उसका पता चाहिए।”
परिवारों ने CBI जांच की भी मांग की, यह कहते हुए कि सिक्किम पुलिस की प्रगति धीमी है। उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ ने सिक्किम के CM प्रेम सिंह तमांग से बात की और रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी लाने का आग्रह किया।
X पर इस हादसे ने व्यापक चर्चा छेड़ दी। यूजर्स ने मेघालय और सिक्किम की घटनाओं को जोड़ते हुए लिखा, “नवविवाहित जोड़ों के साथ क्या हो रहा है? सरकार को सुरक्षा बढ़ानी चाहिए।” कई यूजर्स ने सिक्किम की सड़कों की खराब स्थिति और भूस्खलन के खतरों पर सवाल उठाए। मेघालय के राजा-सोनम मामले से तुलना करते हुए कुछ ने लिखा, “क्या सिक्किम में भी कोई साजिश है?” हालांकि, सिक्किम पुलिस ने इसे हादसा बताया और किसी साजिश से इनकार किया।
- सिक्किम में पर्यटन और सुरक्षा
सिक्किम अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है, और गंगटोक, त्सोंगो झील, और नाथुला पास जैसे स्थल पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। लेकिन पहाड़ी सड़कों पर बारिश और भूस्खलन के कारण हादसों का खतरा रहता है। इस हादसे ने सिक्किम में सड़क सुरक्षा और पर्यटक वाहनों की निगरानी पर सवाल उठाए हैं। पर्यटन विशेषज्ञों ने मांग की है कि सिक्किम सरकार टूरिस्ट वाहनों के लिए सख्त नियम लागू करे और मौसम की चेतावनियों को गंभीरता से ले।
सवाल
कौशलेंद्र और अंकिता समेत 8 लापता लोग कहां हैं?
क्या हादसा ड्राइवर की लापरवाही या सड़क की खराब स्थिति का परिणाम था?
रेस्क्यू ऑपरेशन कब तक सफल होगा?
सिक्किम में कौशलेंद्र और अंकिता का लापता होना एक दुखद हादसा है, जो मेघालय के राजा-सोनम हत्याकांड के बाद उत्तर-पूर्वी राज्यों में नवविवाहित जोड़ों की सुरक्षा पर सवाल उठाता है। 11 दिन बाद भी कोई सुराग न मिलना परिवारों के लिए त्रासदी है। सिक्किम पुलिस और सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है, लेकिन खराब मौसम ने चुनौतियां बढ़ा दी हैं।
What's Your Reaction?






