Viral: दिल्ली के नेहरू विहार में 9 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या- शव सूटकेस में मिला, पुलिस की तलाश जारी।
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के नेहरू विहार इलाके में शनिवार की रात एक ऐसी घटना सामने आई, जिसने मानवता को शर्मसार कर दिया। एक 9 वर्षीय बच्ची...

हाइलाइट्स:
- उत्तर-पूर्वी दिल्ली के नेहरू विहार में 9 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या की दिल दहलाने वाली घटना।
- बच्ची का शव पड़ोस के एक बंद मकान में सूटकेस के अंदर अर्धनग्न अवस्था में बरामद।
- पुलिस ने पोक्सो एक्ट और भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
- मुख्य संदिग्ध, जो बच्ची का परिचित था और उसे "मामा" कहती थी, फरार; पुलिस ने सात विशेष टीमें गठित कीं।
- शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया, अपराध स्थल से फॉरेंसिक साक्ष्य एकत्र किए जा रहे हैं।
नई दिल्ली: उत्तर-पूर्वी दिल्ली के नेहरू विहार इलाके में शनिवार की रात एक ऐसी घटना सामने आई, जिसने मानवता को शर्मसार कर दिया। एक 9 वर्षीय बच्ची के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई और उसका शव एक सूटकेस में बंद कर पड़ोस के एक बंद मकान में छिपा दिया गया। इस जघन्य अपराध ने स्थानीय समुदाय को झकझोर कर रख दिया है। दिल्ली पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, और मुख्य संदिग्ध की तलाश के लिए सात विशेष टीमें गठित की गई हैं, जो दिल्ली, गाजियाबाद, मेरठ और अलीगढ़ में छापेमारी कर रही हैं। शनिवार की शाम करीब 7 बजे, नेहरू विहार की रहने वाली 9 वर्षीय बच्ची अपनी दादी के घर बर्फ देने गई थी। परिवार के अनुसार, वह दादी के घर पहुंची, जहां उसने पांच मिनट रुककर बर्फ दी और फिर वापस घर की ओर निकल गई। लेकिन, दो घंटे बीत जाने के बाद भी जब वह घर नहीं लौटी, तो परिवार ने उसकी तलाश शुरू की। परिजनों ने पड़ोसियों और रिश्तेदारों से संपर्क किया, लेकिन किसी को भी बच्ची के बारे में कोई जानकारी नहीं थी।
इसी बीच, एक अन्य बच्चे ने परिवार को बताया कि उसने बच्ची को पास के एक मकान की ओर जाते देखा था, जो लगभग 200 मीटर दूर था। यह मकान लंबे समय से बंद पड़ा था। बच्ची के पिता तुरंत उस मकान पर पहुंचे, जहां उन्हें दूसरी मंजिल का फ्लैट बाहर से ताला लगा हुआ मिला। संदेह होने पर उन्होंने स्थानीय लोगों की मदद से ताला तोड़ा और अंदर प्रवेश किया। वहां का दृश्य देखकर उनके होश उड़ गए। उनकी बेटी का शव एक सूटकेस में अर्धनग्न अवस्था में मिला, जिसके चेहरे और शरीर पर गंभीर चोटों के निशान थे। सूटकेस से खून रिस रहा था, जो अपराध की भयावहता को दर्शा रहा था।
पिता ने तुरंत बच्ची को पास के जग प्रवेश चंद्र (जेपीसी) अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। प्रारंभिक मेडिकल जांच में डॉक्टरों ने बच्ची के चेहरे पर चोटों के निशान देखे और दुष्कर्म की आशंका जताई। पुलिस को रात 8:41 बजे इस घटना की सूचना मिली, जिसके बाद दयालपुर पुलिस स्टेशन की एक टीम तुरंत गली नंबर 2, नेहरू विहार पहुंची।
दिल्ली पुलिस ने इस मामले को अत्यंत गंभीरता से लिया और तत्काल जांच शुरू कर दी। दयालपुर पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 103(1) (हत्या), 66 (दुष्कर्म), 13(2) (अपराधी साक्ष्य नष्ट करना) और पोक्सो एक्ट की धारा 6 (गंभीर यौन उत्पीड़न के लिए सजा) के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने अपराध स्थल पर क्राइम और फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) टीमों को बुलाया, जिन्होंने साक्ष्य एकत्र किए। आसपास के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है ताकि संदिग्ध की पहचान और गतिविधियों का पता लगाया जा सके।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, मुख्य संदिग्ध एक ऐसा व्यक्ति है, जिसे बच्ची "मामा" कहकर बुलाती थी और जो समुदाय में परिचित था। वह कथित तौर पर नशे की हालत में था और बच्ची को अपने साथ उस बंद मकान में ले गया। संदिग्ध के बारे में जानकारी मिली है कि वह स्थानीय स्तर पर बिरयानी बेचने का काम करता था, जिसके कारण वह इलाके में जाना-पहचाना चेहरा था। इस परिचय का फायदा उठाकर उसने बच्ची को बहला-फुसलाकर मकान में ले जाया। घटना के बाद संदिग्ध फरार हो गया, और उसकी तलाश में दिल्ली पुलिस ने सात विशेष टीमें गठित की हैं। ये टीमें दिल्ली के साथ-साथ गाजियाबाद, मेरठ और अलीगढ़ में छापेमारी कर रही हैं।
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के डीसीपी अशोक मिश्रा ने बताया कि जांच को प्राथमिकता दी जा रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, और ऑटोप्सी रिपोर्ट से मृत्यु के सटीक कारण और दुष्कर्म की पुष्टि होने की उम्मीद है। पुलिस ने स्थानीय निवासियों और गवाहों से पूछताछ शुरू कर दी है, और संदिग्ध की गिरफ्तारी के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
- अपराध स्थल और फॉरेंसिक जांच
अपराध स्थल की जांच में पुलिस को कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। बंद मकान की दूसरी मंजिल पर स्थित फ्लैट में सूटकेस के आसपास खून के धब्बे पाए गए, जो अपराध की क्रूरता को दर्शाते हैं। बच्ची का शव अर्धनग्न अवस्था में था, और उसके निचले हिस्से में कोई कपड़ा नहीं था, जिससे दुष्कर्म की आशंका को बल मिलता है। एफएसएल टीमों ने अपराध स्थल से नमूने एकत्र किए, जिनमें खून के धब्बे, उंगलियों के निशान, और अन्य संभावित साक्ष्य शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज की जांच से संदिग्ध की गतिविधियों का पता लगाने में मदद मिल सकती है। आसपास के घरों और गलियों में लगे कैमरों की फुटेज को स्कैन किया जा रहा है, और कुछ फुटेज में संदिग्ध के मकान की ओर जाने की संभावना देखी गई है। पुलिस ने स्थानीय लोगों से भी अपील की है कि यदि उनके पास कोई जानकारी या फुटेज है, तो उसे साझा करें।
बच्ची के पिता ने बताया कि उनकी बेटी बेहद चंचल और मासूम थी, और वह केवल बर्फ देने के लिए दादी के घर गई थी। उन्होंने कहा, "हमने हर जगह तलाश की, लेकिन किसी को कुछ नहीं पता था। आखिर में जब हमें उस मकान के बारे में बताया गया, तो हमने ताला तोड़ा। वहां मेरी बेटी सूटकेस में थी। यह दृश्य मेरी जिंदगी भर नहीं भूल सकता।" बच्ची की मां सदमे में हैं और बार-बार अपनी बेटी को वापस लाने की गुहार लगा रही थीं। पुलिस ने परिवार को आश्वासन दिया है कि इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने अपराध स्थल का दौरा किया और परिवार से मुलाकात कर उन्हें भरोसा दिलाया कि संदिग्ध को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। दयालपुर पुलिस स्टेशन में दर्ज मामले की जांच को प्राथमिकता दी गई है, और अतिरिक्त पुलिस बल को इलाके में तैनात किया गया है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
जेपीसी अस्पताल के डॉक्टरों ने प्रारंभिक जांच में बच्ची के चेहरे पर चोटों के निशान और संभावित यौन उत्पीड़न के संकेत देखे। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, और इसकी रिपोर्ट से यह स्पष्ट हो सकेगा कि बच्ची की मृत्यु के सटीक कारण क्या थे और क्या दुष्कर्म की पुष्टि होती है। पोस्टमार्टम की प्रक्रिया रविवार की दोपहर तक पूरी कर ली गई, और शव को परिवार को सौंप दिया गया। पुलिस ने इस मामले में गोपनीयता बरतने का फैसला किया है, क्योंकि यह एक नाबालिग से संबंधित संवेदनशील मामला है। डीसीपी अशोक मिश्रा ने कहा, "हम इस मामले को पूरी गंभीरता से ले रहे हैं। संदिग्ध की गिरफ्तारी के लिए सभी संसाधनों का उपयोग किया जा रहा है। हम परिवार को जल्द से जल्द न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।" संदिग्ध के बारे में प्रारंभिक जानकारी से पता चला है कि वह बच्ची का परिचित था और स्थानीय समुदाय में बिरयानी बेचने का काम करता था। उसकी उम्र 25-30 वर्ष के बीच बताई जा रही है, और वह नेहरू विहार में ही रहता था। पुलिस सूत्रों के अनुसार, संदिग्ध नशे की लत का शिकार था, और उसने बच्ची के साथ विश्वास का फायदा उठाकर इस अपराध को अंजाम दिया। उसका आपराधिक रिकॉर्ड अभी तक सामने नहीं आया है, लेकिन पुलिस उसके पिछले व्यवहार और गतिविधियों की जांच कर रही है।
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