भारत में 24 जुलाई 2025 को सोने और चांदी की कीमतें- स्थिरता के बीच मामूली वृद्धि।
Today Gold Prices: भारत में सोने और चांदी की कीमतों में मामूली वृद्धि देखी गई, जो वैश्विक बाजार में कीमती धातुओं की मांग और आपूर्ति के संतुलन को दर्शाती....
भारत में सोने और चांदी की कीमतों में मामूली वृद्धि देखी गई, जो वैश्विक बाजार में कीमती धातुओं की मांग और आपूर्ति के संतुलन को दर्शाती है। सरकारी और निजी ज्वैलर्स, जैसे तनिष्क, मालाबार गोल्ड, और इंडियन बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA), ने सुबह 9 बजे अपने दैनिक अपडेट में कीमतों को मामूली रूप से बढ़ा हुआ दिखाया। यह वृद्धि वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में स्थिरता, रुपये-डॉलर विनिमय दर में संतुलन, और औद्योगिक मांग में वृद्धि के कारण रही। दिल्ली, लखनऊ, कानपुर, आगरा, बरेली, मुम्बई, कोलकाता, पुणे, चेन्नई, असम, और मध्य प्रदेश जैसे क्षेत्रों में कीमतों में स्थानीय करों और परिवहन लागत के कारण मामूली अंतर देखा गया।
- प्रमुख शहरों में सोने और चांदी की कीमतें (24 जुलाई 2025)
निम्नलिखित शहरों में सोने (24 कैरेट, 10 ग्राम) और चांदी (1 किलोग्राम) की कीमतें रुपये में हैं, जो 24 जुलाई 2025 को सुबह 9 बजे अपडेट की गईं:
दिल्ली: सोना ₹1,00,510, चांदी ₹1,28,000
लखनऊ (उत्तर प्रदेश): सोना ₹1,00,520, चांदी ₹1,28,100
कानपुर (उत्तर प्रदेश): सोना ₹1,00,515, चांदी ₹1,28,050
आगरा (उत्तर प्रदेश): सोना ₹1,00,525, चांदी ₹1,28,080
बरेली (उत्तर प्रदेश): सोना ₹1,00,518, चांदी ₹1,28,070
मुम्बई (महाराष्ट्र): सोना ₹1,00,680, चांदी ₹1,28,500
कोलकाता (पश्चिम बंगाल): सोना ₹1,00,610, चांदी ₹1,28,300
पुणे (महाराष्ट्र): सोना ₹1,00,650, चांदी ₹1,28,400
चेन्नई (तमिलनाडु): सोना ₹1,00,970, चांदी ₹1,28,600
गुवाहाटी (असम): सोना ₹1,00,550, चांदी ₹1,28,200
भोपाल (मध्य प्रदेश): सोना ₹1,00,600, चांदी ₹1,28,250
ये कीमतें Goodreturns, Moneycontrol, और The Financial Express जैसे विश्वसनीय स्रोतों से प्राप्त की गई हैं।
24 जुलाई 2025 को सोने की कीमतों में मामूली वृद्धि (लगभग ₹40-50 प्रति 10 ग्राम) और चांदी की कीमतों में ₹500-1000 प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी देखी गई। यह वृद्धि वैश्विक बाजार में सोने की कीमतों के 26% और चांदी की कीमतों के 25% उछाल के कारण रही, जो 2025 की पहली छमाही में दर्ज की गई थी। वैश्विक स्तर पर ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमतें 75-76 डॉलर प्रति बैरल के आसपास स्थिर रहीं, जिसने रुपये-डॉलर विनिमय दर को 83-84 रुपये प्रति डॉलर के बीच बनाए रखा। इससे आयात लागत पर कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ा।
- सोने की कीमतों को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारकों में शामिल हैं:
वैश्विक मांग: सोने को सुरक्षित निवेश माना जाता है, और भू-राजनीतिक तनाव (जैसे मध्य पूर्व में अस्थिरता) के कारण निवेशकों की मांग बढ़ी।
औद्योगिक उपयोग: चांदी की कीमतों में वृद्धि का कारण इलेक्ट्रिक वाहनों और सौर पैनलों में इसकी बढ़ती मांग है, क्योंकि भारत में चांदी का उत्पादन मांग के मुकाबले कम है।
स्थानीय कारक: राज्यों द्वारा लगाए गए वैट और परिवहन लागत के कारण कीमतों में अंतर देखा गया। उदाहरण के लिए, चेन्नई में सोना (₹1,00,970) और मुम्बई में (₹1,00,680) दिल्ली (₹1,00,510) से अधिक महंगा रहा।
भारत में सोने और चांदी की कीमतें शहरों के बीच स्थानीय करों, परिवहन लागत, और मांग-आपूर्ति की स्थिति के कारण भिन्न होती हैं। मुम्बई और चेन्नई जैसे बंदरगाह शहरों में सोने की कीमतें अपेक्षाकृत कम होती हैं, क्योंकि आयात लागत कम होती है। दूसरी ओर, दिल्ली और भोपाल जैसे आंतरिक शहरों में परिवहन लागत के कारण कीमतें थोड़ी अधिक रहती हैं। उत्तर प्रदेश के शहरों (लखनऊ, कानपुर, आगरा, बरेली) में कीमतें लगभग समान हैं, क्योंकि ये एक ही राज्य के अंतर्गत हैं और वैट दरें एकसमान हैं।
उदाहरण के लिए, मुम्बई में 24 कैरेट सोने की कीमत ₹1,00,680 प्रति 10 ग्राम थी, जो दिल्ली से ₹170 अधिक थी। चांदी की कीमतों में भी मुम्बई (₹1,28,500) और चेन्नई (₹1,28,600) में मामूली वृद्धि देखी गई, जबकि गुवाहाटी (₹1,28,200) और भोपाल (₹1,28,250) में कीमतें मध्यम रहीं।
सोने और चांदी की कीमतों में वृद्धि का असर उपभोक्ताओं, विशेष रूप से शादी-विवाह और त्योहारों के मौसम में, देखा जाता है। भारत में सोना और चांदी न केवल निवेश का साधन हैं, बल्कि सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व भी रखते हैं। सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने कीमतों में वृद्धि पर चिंता जताई। एक एक्स पोस्ट में लिखा गया, “सोना ₹1 लाख पार, चांदी ₹1.28 लाख! शादी का सीजन कैसे मैनेज होगा?”
चांदी की कीमतों में वृद्धि का असर औद्योगिक क्षेत्रों पर भी पड़ रहा है, क्योंकि इसका उपयोग इलेक्ट्रॉनिक्स, सौर पैनल, और चिकित्सा उपकरणों में होता है। भारत में चांदी की मांग को पूरा करने के लिए आयात पर निर्भरता (मुख्य रूप से चीन, यूके, और दुबई से) ने कीमतों को और बढ़ाया है।
- कीमतें जांचने के तरीके
उपभोक्ता सोने और चांदी की ताजा कीमतें निम्नलिखित तरीकों से जांच सकते हैं:
ऑनलाइन पोर्टल: Goodreturns, Moneycontrol, और The Hindu BusinessLine जैसी वेबसाइट्स दैनिक अपडेट प्रदान करती हैं।
ज्वैलर्स: तनिष्क, मालाबार गोल्ड, और स्थानीय ज्वैलर्स की वेबसाइट्स या स्टोर्स पर कीमतें उपलब्ध होती हैं।
एसएमएस और ऐप्स: कुछ ज्वैलर्स और बुलियन डीलर कीमतों की जानकारी एसएमएस या ऐप्स के जरिए प्रदान करते हैं।
उपभोक्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे BIS (ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स) प्रमाणित ज्वैलर्स से खरीदारी करें और सोने की शुद्धता की जांच के लिए अधिकृत केंद्रों का उपयोग करें।
विशेषज्ञों का मानना है कि 2025 के अंत तक सोने और चांदी की कीमतें और बढ़ सकती हैं, क्योंकि वैश्विक मांग और औद्योगिक उपयोग बढ़ रहा है। SEBI द्वारा स्थानीय बुलियन दरों को ETF मूल्यांकन के लिए उपयोग करने का प्रस्ताव भी कीमतों को प्रभावित कर सकता है। इसके अलावा, अगर सरकार सोने और चांदी को जीएसटी के दायरे में लाती है, तो कीमतें पूरे देश में एकसमान हो सकती हैं, क्योंकि जीएसटी का अधिकतम स्लैब 28% है, जो मौजूदा वैट और अन्य करों से कम है।
24 जुलाई 2025 को भारत में सोने और चांदी की कीमतों में मामूली वृद्धि देखी गई, जो वैश्विक और स्थानीय कारकों का परिणाम थी। दिल्ली में सोना ₹1,00,510 और चांदी ₹1,28,000 प्रति किलोग्राम रही, जबकि मुम्बई और चेन्नई में कीमतें थोड़ी अधिक थीं। उत्तर प्रदेश के शहरों में कीमतें लगभग एकसमान रहीं, लेकिन वैट और परिवहन लागत ने अंतर पैदा किया। यह वृद्धि उपभोक्ताओं के लिए चिंता का विषय है, खासकर शादी-विवाह के मौसम में। भविष्य में जीएसटी लागू होने से कीमतों में एकरूपता की उम्मीद है, जो उपभोक्ताओं और निवेशकों के लिए राहत हो सकती है। उपभोक्ताओं को सलाह है कि वे कीमतें नियमित रूप से जांचें और प्रमाणित ज्वैलर्स से खरीदारी करें।
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