युवराज सिंह की बहन अमरजोत कौर एशिया पैसिफिक पैडल कप 2025 में करेंगी भारत का प्रतिनिधित्व।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर और विश्व कप नायक युवराज सिंह की सौतेली बहन अमरजोत कौर, जिन्हें एमी बुंदेल के नाम से भी...
16 अगस्त 2025 को यह खबर सामने आई कि पूर्व भारतीय क्रिकेटर और विश्व कप नायक युवराज सिंह की सौतेली बहन अमरजोत कौर, जिन्हें एमी बुंदेल के नाम से भी जाना जाता है, मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में आयोजित होने वाले एशिया पैसिफिक पैडल कप (एपीपीसी 2025) में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। यह खबर खेल प्रेमियों और युवराज सिंह के प्रशंसकों के बीच उत्साह का विषय बन गई है। अमरजोत कौर एक उभरती हुई पैडल खिलाड़ी हैं, और यह टूर्नामेंट उनके करियर का सबसे बड़ा मंच होगा। अमरजोत कौर, जिन्हें उनके प्रशंसक और परिवार प्यार से एमी कहते हैं, युवराज सिंह की सौतेली बहन हैं।
वे पूर्व क्रिकेटर योगराज सिंह और उनकी दूसरी पत्नी, मशहूर पंजाबी अभिनेत्री नीना बुंदेल की बेटी हैं। योगराज सिंह ने अपनी पहली पत्नी शबनम से तलाक के बाद नीना बुंदेल से शादी की थी। योगराज और नीना के दो बच्चे हैं अमरजोत कौर और उनका भाई विक्टर सिंह। अमरजोत का एक अन्य सौतेला भाई जोरावर सिंह भी है, जो युवराज सिंह का छोटा भाई है। अमरजोत वर्तमान में चंडीगढ़ में रहती हैं और खेल के क्षेत्र में अपनी पहचान बना रही हैं। अमरजोत ने टेनिस और पिकलबॉल में पहले से ही अपनी प्रतिभा दिखाई है, लेकिन अब वे पैडल में अपने कौशल को प्रदर्शित करने के लिए तैयार हैं। एशिया पैसिफिक पैडल कप 2025, जो अगस्त में कुआलालंपुर में आयोजित होगा, इस क्षेत्र की सबसे प्रतिष्ठित पैडल प्रतियोगिताओं में से एक है। इस टूर्नामेंट में एशिया-प्रशांत क्षेत्र के शीर्ष देशों के खिलाड़ी हिस्सा लेंगे, और भारत की पैडल टीम अनुभवी और नए खिलाड़ियों के मिश्रण के साथ उतरेगी। अमरजोत का चयन भारतीय टीम में होना उनके लिए एक बड़ा अवसर है, क्योंकि यह उनके करियर का सबसे महत्वपूर्ण टूर्नामेंट होगा।
पैडल एक रैकेट खेल है, जो टेनिस और स्क्वैश का मिश्रण माना जाता है। यह मुख्य रूप से युगल (डबल्स) स्वरूप में खेला जाता है। इसका कोर्ट टेनिस कोर्ट से छोटा होता है, जो लगभग 20 मीटर लंबा और 10 मीटर चौड़ा होता है। कोर्ट के चारों ओर कांच और जाली की दीवारें होती हैं, जो स्क्वैश की तरह गेंद को दीवार से टकराने के बाद भी खेल में बनाए रखती हैं। पैडल में इस्तेमाल होने वाला रैकेट टेनिस रैकेट से छोटा और बिना तारों वाला होता है, जिसमें छेद होते हैं। गेंद टेनिस की गेंद की तरह होती है, लेकिन उसमें हवा का दबाव थोड़ा कम होता है, जिससे खेल तेज होने के साथ-साथ नियंत्रित रहता है। इस खेल की शुरुआत 1969 में मेक्सिको में हुई थी, और आज यह स्पेन, अर्जेंटीना, संयुक्त अरब अमीरात और यूरोप के कई देशों में बेहद लोकप्रिय है।
भारत में भी पिछले कुछ वर्षों में पैडल की लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है, खासकर मुंबई, दिल्ली और पंजाब जैसे शहरों में, जहां पैडल कोर्ट बन रहे हैं। अमरजोत ने इस टूर्नामेंट को अपने खेल करियर का एक अविश्वसनीय क्षण बताया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर इस उपलब्धि को साझा करते हुए कहा कि भारत का प्रतिनिधित्व करना उनके लिए गर्व की बात है। उनके इंस्टाग्राम पर 32,500 से अधिक फॉलोअर्स हैं, और उनकी पोस्ट में टेनिस कोर्ट और पैडल कोर्ट की तस्वीरें देखी जा सकती हैं। उनकी ग्लैमरस शैली और खेल के प्रति समर्पण ने उन्हें युवा प्रशंसकों के बीच लोकप्रिय बना दिया है। उनकी मां नीना बुंदेल की तरह, अमरजोत भी अपनी खूबसूरती और आत्मविश्वास के लिए जानी जाती हैं।
भारतीय पैडल टीम में अमरजोत के साथ अन्य अनुभवी और नए खिलाड़ी भी शामिल हैं, जो अपनी तेज सर्विस, रणनीतिक खेल और शक्तिशाली स्मैश के लिए जाने जाते हैं। आयोजकों के अनुसार, एशिया पैसिफिक पैडल कप 2025 में क्षेत्र के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी हिस्सा लेंगे, और यह टूर्नामेंट भारत के लिए अपनी पैडल प्रतिभा को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करने का एक शानदार अवसर होगा। अमरजोत और उनकी टीम कुआलालंपुर के कोर्ट पर अपनी ताकत और रणनीति दिखाने के लिए तैयार हैं। युवराज सिंह के प्रशंसक भी इस खबर से उत्साहित हैं। युवराज, जिन्होंने 2007 टी20 विश्व कप और 2011 एकदिवसीय विश्व कप में भारत की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, अपने परिवार के प्रति हमेशा से समर्पित रहे हैं। अमरजोत के साथ उनका रिश्ता बहुत अच्छा है, और वह उनकी उपलब्धियों का समर्थन करते हैं। युवराज की पत्नी हेजल कीच और उनके परिवार का भी अमरजोत और उनके भाई विक्टर के साथ अच्छा रिश्ता है। युवराज हाल ही में दूसरी बार पिता बने हैं, और उनकी निजी जिंदगी भी सुर्खियों में रहती है। फिर भी, अमरजोत की इस उपलब्धि ने उनके परिवार की खेल विरासत को और मजबूत किया है।
अमरजोत की खेल यात्रा प्रेरणादायक है। वह एक ऐसे परिवार से आती हैं, जहां खेल और मनोरंजन का गहरा इतिहास है। उनके पिता योगराज सिंह ने भारत के लिए एक टेस्ट और एक एकदिवसीय मैच खेला था, और वह पंजाबी सिनेमा में भी सक्रिय रहे हैं। उनकी मां नीना बुंदेल, जिन्हें अब सतबीर कौर के नाम से जाना जाता है, एक मशहूर पंजाबी अभिनेत्री हैं। उनके भाई विक्टर सिंह पंजाबी और हॉलीवुड सिनेमा में अभिनय कर रहे हैं। इस परिवार में अमरजोत एक उभरती हुई खिलाड़ी के रूप में अपनी अलग पहचान बना रही हैं। सोशल मीडिया पर इस खबर को लेकर उत्साह देखा जा रहा है। एक एक्स पोस्ट में एक यूजर ने लिखा कि अमरजोत का चयन भारत के लिए गर्व की बात है, और वह युवराज सिंह की तरह देश का नाम रोशन करेंगी।
एक अन्य यूजर ने कहा कि पैडल जैसे नए खेलों में भारतीय खिलाड़ियों का उभरना देश में खेलों की विविधता को दर्शाता है। हालांकि, कुछ लोगों ने गलती से अमरजोत को टेनिस खिलाड़ी के रूप में संबोधित किया, क्योंकि वह पहले टेनिस और पिकलबॉल में सक्रिय थीं। लेकिन यह स्पष्ट है कि अब वह पैडल में अपनी प्रतिभा दिखा रही हैं। पैडल भारत में अभी भी एक नया खेल है, लेकिन इसकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है। यह खेल सभी उम्र के लोगों के लिए उपयुक्त है, और इसके कोर्ट की छोटी साइज और सरल नियम इसे आकर्षक बनाते हैं। भारत में पैडल को बढ़ावा देने के लिए कई संगठन और क्लब सक्रिय हैं, और अमरजोत जैसे खिलाड़ियों की सफलता से इस खेल को और प्रोत्साहन मिलेगा।
एशिया पैसिफिक पैडल कप 2025 न केवल अमरजोत के लिए, बल्कि पूरे भारतीय पैडल समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। यह टूर्नामेंट भारत को वैश्विक मंच पर अपनी खेल प्रतिभा दिखाने का मौका देगा। अमरजोत और उनकी टीम की तैयारी जोरों पर है, और वे कुआलालंपुर में अपने प्रदर्शन से देश का गौरव बढ़ाने के लिए तैयार हैं। इस टूर्नामेंट के साथ, अमरजोत कौर न केवल अपने परिवार की खेल विरासत को आगे बढ़ा रही हैं, बल्कि वह एक नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा भी बन रही हैं। उनके प्रशंसक और युवराज सिंह के चाहने वाले इस टूर्नामेंट में उनकी सफलता की कामना कर रहे हैं। यह देखना रोमांचक होगा कि अमरजोत इस अवसर का कैसे उपयोग करती हैं और भारत के लिए क्या उपलब्धि हासिल करती हैं।
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