प्यार की जीत: जबलपुर में मुस्लिम युवक ने हिंदू प्रेमिका के लिए छोड़ा इस्लाम, सनातनी बनकर रचाई शादी।
जबलपुर के रहने वाले 26 वर्षीय आन मोहम्मद सिलाई मशीन रिपेयरिंग का काम करते हैं। उनकी मुलाकात तीन साल पहले सृष्टि हालदार से हुई, जो टाइपिंग...
मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक ऐसी प्रेम कहानी ने सबका दिल जीत लिया, जो धर्म, सामाजिक बंधनों और विरोधों को पार कर एक मिसाल बन गई। एक मुस्लिम युवक, आन मोहम्मद, ने अपनी हिंदू प्रेमिका, सृष्टि हालदार, के लिए न केवल अपना धर्म त्याग दिया, बल्कि सनातन धर्म अपनाकर हिंदू रीति-रिवाजों से शादी रचाई। इस जोड़े की कहानी प्रेम की ताकत, बलिदान और दृढ़ संकल्प की अनूठी मिसाल है, जिसने न केवल स्थानीय समुदाय, बल्कि सोशल मीडिया पर भी खूब सुर्खियां बटोरीं।
- प्रेम की शुरुआत और चुनौतियां
जबलपुर के रहने वाले 26 वर्षीय आन मोहम्मद सिलाई मशीन रिपेयरिंग का काम करते हैं। उनकी मुलाकात तीन साल पहले सृष्टि हालदार से हुई, जो टाइपिंग सीखने के लिए एक संस्थान में आती थी। दोनों का परिचय धीरे-धीरे दोस्ती में बदला और फिर गहरे प्रेम में। दोनों एक-दूसरे से जी जान से प्यार करने लगे, लेकिन उनके रास्ते में धर्म और सामाजिक बंधन सबसे बड़ी बाधा बनकर सामने आए। सृष्टि के परिवार ने इस रिश्ते को स्वीकार करने से इनकार कर दिया, क्योंकि वे अपनी बेटी की शादी हिंदू धर्म के अनुसार ही करना चाहते थे। वहीं, आन मोहम्मद के परिवार को भी यह रिश्ता मंजूर नहीं था।
पिछले तीन सालों से यह प्रेमी युगल शादी करने की कोशिश में था, लेकिन परिवारों की आपत्ति और सामाजिक विरोध ने उनके सपनों पर बार-बार पानी फेरा। छह महीने पहले दोनों ने परिवार की मर्जी के खिलाफ चुपके से शादी तो कर ली, लेकिन सामाजिक दबाव और विरोध के कारण उन्हें अलग-अलग रहना पड़ रहा था। इस दौरान दोनों ने एक-दूसरे का साथ नहीं छोड़ा और अपने प्यार को हर मुश्किल में निभाया।
- पहलगाम हमले का गहरा प्रभाव
आन मोहम्मद के जीवन में एक बड़ा बदलाव अप्रैल 2025 में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद आया। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे, और भारत ने इसे पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद से जोड़ा था। इस घटना ने आन मोहम्मद को गहरे तक प्रभावित किया। उन्होंने सृष्टि को बताया कि इस हमले ने उनके मन को तोड़ दिया और उन्हें अपनी धार्मिक पहचान पर गंभीरता से सोचने पर मजबूर किया।
आन ने सृष्टि से अपने दिल की बात साझा की और कहा, "देश में हाल ही में जो घटनाएं हो रही हैं, उन्हें देखकर मेरा मन टूट गया है। मैं मुस्लिम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपनाना चाहता हूं।" इस फैसले के पीछे उनका प्रेम तो था ही, साथ ही वह एक ऐसी पहचान अपनाना चाहते थे, जो उनके अनुसार शांति और समावेशिता का प्रतीक हो। सृष्टि ने इस फैसले का स्वागत किया और अपने परिजनों को आन के इस निर्णय के बारे में बताया।
- हिंदू धर्म में "घर वापसी"
सृष्टि के परिजनों ने आन के इस फैसले को स्वीकार किया, और इसके बाद स्थानीय हिंदू धार्मिक संगठनों ने इस प्रक्रिया में उनकी मदद की। आन मोहम्मद को विधि-विधान के साथ सनातन धर्म में शामिल किया गया। इस प्रक्रिया में गंगा जल से शुद्धिकरण, वैदिक मंत्रों के साथ हवन और अन्य धार्मिक अनुष्ठान शामिल थे। इसके बाद, आन ने अपना नाम बदलकर संजू रख लिया, जो उनके नए जीवन और पहचान की शुरुआत थी।
इस "घर वापसी" समारोह में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और अन्य हिंदू संगठनों के सदस्य शामिल हुए, जिन्होंने इस जोड़े का स्वागत किया। संगठनों ने इसे सनातन धर्म की जीत और प्रेम की ताकत के रूप में प्रचारित किया। समारोह के बाद, आन और सृष्टि ने जबलपुर के एक प्रमुख मंदिर में हिंदू रीति-रिवाजों के साथ शादी रचाई। शादी में वैदिक मंत्र, फेरे और अन्य अनुष्ठान पूरे उत्साह के साथ संपन्न हुए।
यह शादी कई मायनों में खास थी, क्योंकि यह न केवल प्रेम की जीत थी, बल्कि सामाजिक और कानूनी चुनौतियों को पार करने की कहानी भी थी। मध्य प्रदेश में अंतर-धार्मिक विवाह अक्सर विवाद का विषय बनते हैं। 2020 में लागू हुए मध्य प्रदेश फ्रीडम ऑफ रिलीजन एक्ट के तहत, जबरन धर्म परिवर्तन और अंतर-धार्मिक विवाह से जुड़े मामलों में सख्त कार्रवाई का प्रावधान है। हालांकि, इस मामले में आन का धर्म परिवर्तन स्वैच्छिक था, और सृष्टि के परिवार की सहमति से शादी हुई, इसलिए कोई कानूनी अड़चन नहीं आई।
हालांकि, जबलपुर में हाल के वर्षों में अंतर-धार्मिक जोड़ों को लेकर कई विवाद सामने आए हैं। उदाहरण के लिए, जनवरी 2025 में एक अंतर-धार्मिक जोड़े की शादी की अर्जी को मैरिज रजिस्ट्रार ने तकनीकी कारणों से खारिज कर दिया था। इसके अलावा, फरवरी 2025 में भोपाल कोर्ट में एक मुस्लिम युवक को हिंदू युवती से शादी के लिए कागजी कार्रवाई करने पर दक्षिणपंथी संगठनों ने उसकी पिटाई कर दी थी। ऐसे में, आन और सृष्टि की शादी का बिना किसी बड़े विवाद के संपन्न होना अपने आप में एक उपलब्धि है।
- सोशल मीडिया पर चर्चा
इस शादी की खबर सोशल मीडिया पर आग की तरह फैली। कई यूजर्स ने इस जोड़े की तारीफ की और इसे प्रेम की जीत के रूप में देखा। एक यूजर ने लिखा, "प्यार ने धर्म की दीवारें तोड़ दीं। संजू और सृष्टि की कहानी हर उस इंसान के लिए प्रेरणा है, जो प्यार में विश्वास रखता है।" वहीं, कुछ लोगों ने इसे "लव जिहाद" के खिलाफ एक कदम के रूप में प्रचारित किया, जिससे इस कहानी को धार्मिक रंग देने की कोशिश की गई।
कुछ यूजर्स ने इस घटना को पहलगाम आतंकी हमले से जोड़ा और इसे हिंदू धर्म की ओर "घर वापसी" का प्रतीक बताया। एक पोस्ट में लिखा गया, "पहलगाम में मुस्लिम आतंकियों द्वारा किए गए नरसंहार से आहत होकर आन मोहम्मद ने की घर वापसी।" हालांकि, कुछ अन्य यूजर्स ने इसे व्यक्तिगत पसंद का मामला बताया और इसे धार्मिक विवाद से जोड़ने की आलोचना की।
- "लव जिहाद" और सामाजिक संवेदनशीलता
यह कहानी "लव जिहाद" जैसे संवेदनशील मुद्दे को भी सामने लाती है, जिसे कुछ हिंदू संगठन मुस्लिम पुरुषों द्वारा हिंदू महिलाओं को प्रेम के जाल में फंसाने की साजिश के रूप में प्रचारित करते हैं। मध्य प्रदेश में इस तरह के कई मामले सामने आए हैं, जहां अंतर-धार्मिक जोड़ों को सामाजिक और कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। उदाहरण के लिए, मई 2025 में भोपाल में एक मुस्लिम युवक को नाबालिग हिंदू लड़की से शादी और धर्म परिवर्तन के लिए दबाव डालने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
आन और सृष्टि की कहानी इस मायने में अलग है, क्योंकि इसमें युवक ने स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन किया और युवती के परिवार की सहमति से शादी हुई। फिर भी, इस घटना ने धार्मिक संगठनों और सोशल मीडिया पर "घर वापसी" और "लव जिहाद" जैसे शब्दों को फिर से चर्चा में ला दिया।
- आन और सृष्टि का भविष्य
शादी के बाद, आन (अब संजू) और सृष्टि ने जबलपुर में अपने नए जीवन की शुरुआत की है। संजू ने कहा, "मैंने यह फैसला अपने दिल से लिया। सृष्टि मेरे लिए सब कुछ है, और मैं उसके साथ एक नया जीवन शुरू करना चाहता था। सनातन धर्म ने मुझे एक नई दिशा दी है।" सृष्टि ने भी अपने पति के फैसले की सराहना की और कहा, "संजू ने मेरे और मेरे परिवार के लिए इतना बड़ा कदम उठाया। हम एक-दूसरे का साथ कभी नहीं छोड़ेंगे।"
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यह जोड़ा अब एक सामान्य जीवन जीने की कोशिश कर रहा है और भविष्य में सामाजिक कार्यों में हिस्सा लेने की योजना बना रहा है। उनकी कहानी न केवल प्रेम की ताकत को दर्शाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि सच्चा प्यार धर्म, समाज और विरोधों को पार कर सकता है।
आन मोहम्मद और सृष्टि हालदार की प्रेम कहानी जबलपुर में एक ऐसी मिसाल बन गई है, जो प्रेम, बलिदान और दृढ़ संकल्प की ताकत को दर्शाती है। पहलगाम आतंकी हमले से प्रभावित होकर आन का सनातन धर्म अपनाने का फैसला और सृष्टि के साथ मंदिर में शादी रचाना इस बात का प्रतीक है कि प्यार हर बाधा को पार कर सकता है। हालांकि, इस घटना ने "लव जिहाद" और "घर वापसी" जैसे मुद्दों को भी हवा दी, जिससे यह सवाल उठता है कि क्या ऐसी व्यक्तिगत कहानियों को धार्मिक और सामाजिक विवादों से अलग रखा जा सकता है। फिर भी, संजू और सृष्टि की कहानी उन सभी के लिए प्रेरणा है, जो प्यार में विश्वास रखते हैं और उसके लिए हर मुश्किल का सामना करने को तैयार हैं।
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