जालंधर में मासूम बच्ची की हत्या- नाना-नानी ने रोने से तंग आकर किया कत्ल।

पंजाब के जालंधर जिले के गांव डल्ला में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है, जहां छह महीने की मासूम बच्ची अलीजा की उसके नाना-नानी ने हत्या कर दी।

Aug 21, 2025 - 12:49
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जालंधर में मासूम बच्ची की हत्या- नाना-नानी ने रोने से तंग आकर किया कत्ल।
जालंधर में मासूम बच्ची की हत्या- नाना-नानी ने रोने से तंग आकर किया कत्ल।

पंजाब के जालंधर जिले के गांव डल्ला में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है, जहां छह महीने की मासूम बच्ची अलीजा की उसके नाना-नानी ने हत्या कर दी। बच्ची की मां मनिंदर कौर अपनी बेटी को मायके में छोड़कर अपने प्रेमी के साथ भाग गई थी। बच्ची के लगातार रोने से परेशान होकर नाना-नानी ने इस क्रूर कृत्य को अंजाम दिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। यह दुखद घटना जालंधर के थाना भोगपुर क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव डल्ला में हुई। छह महीने की बच्ची अलीजा की मां मनिंदर कौर ने रक्षाबंधन के दिन, 9 अगस्त 2025 को अपनी बेटी को अपने माता-पिता, तरसेम सिंह और दिलजीत कौर, के पास छोड़ दिया था।

इसके बाद वह अपने प्रेमी के साथ फरार हो गई। बच्ची अपनी मां के बिना दिन-रात रोती थी, जिसे नाना-नानी संभाल नहीं पा रहे थे। बच्ची का रोना उनके लिए इतना असहनीय हो गया कि उन्होंने उसकी हत्या करने का फैसला किया। पुलिस के अनुसार, नाना तरसेम सिंह और नानी दिलजीत कौर ने मिलकर बच्ची का गला घोंटकर उसकी हत्या की। इसके बाद उन्होंने बच्ची के शव को पॉलीथिन में लपेटकर होशियारपुर के टांडा इलाके में एक हाईवे की पुलिया के नीचे फेंक दिया।

  • मां की तीन शादियां लेकिन कोई रिश्ता नहीं टिका

बच्ची की मां मनिंदर कौर की जिंदगी भी इस मामले में चर्चा का विषय बनी है। मनिंदर की अब तक तीन शादियां हो चुकी हैं, लेकिन कोई भी रिश्ता स्थायी नहीं रहा। उसकी पहली दो शादियां असफल रही थीं, और तीसरी शादी सुलिंदर कुमार से हुई थी, जिससे अलीजा का जन्म हुआ। सुलिंदर और मनिंदर की शादी ढाई साल पहले हुई थी। शादी के कुछ समय बाद ही मनिंदर का किसी अन्य व्यक्ति के साथ प्रेम संबंध शुरू हो गया। रक्षाबंधन के दिन वह अपनी छह महीने की बेटी को अपने माता-पिता के पास छोड़कर अपने प्रेमी के साथ भाग गई। पुलिस को दी गई शिकायत में सुलिंदर ने बताया कि मनिंदर ने बच्ची के बारे में कोई जानकारी नहीं दी, जिसके बाद उसने बच्ची के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई।

बच्ची के पिता सुलिंदर कुमार ने 13 अगस्त 2025 को थाना भोगपुर में अपनी पत्नी मनिंदर कौर और सास दिलजीत कौर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। सुलिंदर का आरोप था कि उसकी पत्नी और उसके मायके वाले बच्ची को कहीं छिपा रहे हैं। पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की और पहले मनिंदर कौर को हिरासत में लिया। मनिंदर ने बच्ची के बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं दी। इसके बाद पुलिस ने नानी दिलजीत कौर से सख्ती से पूछताछ की, जिसके बाद उन्होंने हत्या का जुर्म कबूल कर लिया। दिलजीत ने बताया कि बच्ची का लगातार रोना उनके लिए परेशानी का कारण बन गया था, और वे उसे संभाल नहीं पा रहे थे। इसके बाद नाना तरसेम सिंह को भी हिरासत में लिया गया। दोनों ने मिलकर बच्ची की हत्या की बात स्वीकारी।

आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने टांडा के पास एक हाईवे की पुलिया के नीचे से बच्ची का क्षत-विक्षत शव बरामद किया। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया, और फोरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल की जांच की। पुलिस ने नाना तरसेम सिंह और नानी दिलजीत कौर को गिरफ्तार कर लिया है, और उनके खिलाफ हत्या, साक्ष्य छिपाने और आपराधिक साजिश के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। मनिंदर कौर से भी पूछताछ जारी है, क्योंकि पुलिस को शक है कि इस मामले में और भी खुलासे हो सकते हैं।

यह घटना समाज में कई गंभीर सवाल उठाती है। नाना-नानी, जो बच्ची के सबसे करीबी रिश्तेदार थे, उन्होंने इतना क्रूर कदम क्यों उठाया? बच्ची की मां मनिंदर कौर ने अपनी नवजात बेटी को छोड़कर प्रेमी के साथ भागने का फैसला क्यों किया? यह मामला न केवल पारिवारिक जिम्मेदारियों की कमी को दर्शाता है, बल्कि समाज में बढ़ती असंवेदनशीलता को भी सामने लाता है। कुछ लोग मानते हैं कि मनिंदर की अस्थिर वैवाहिक जिंदगी और सामाजिक दबाव ने इस त्रासदी को जन्म दिया। वहीं, कुछ का कहना है कि नाना-नानी की मानसिक स्थिति और बच्ची को पालने की जिम्मेदारी से भागने की उनकी इच्छा ने इस अपराध को प्रेरित किया।

जालंधर पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। डीसीपी जालंधर ने बताया कि दोनों आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बच्ची के शव का पोस्टमॉर्टम हो चुका है, और फोरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर आगे की जांच की जाएगी। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या मनिंदर कौर का इस हत्या में कोई प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रोल था। इसके अलावा, पुलिस ने स्थानीय लोगों से भी जानकारी मांगी है ताकि इस मामले की पूरी सच्चाई सामने आ सके।

यह घटना जालंधर और आसपास के इलाकों में चर्चा का विषय बन गई है। स्थानीय लोग इस क्रूर हत्या से स्तब्ध हैं और इसे मानवता पर कलंक मान रहे हैं। कई सामाजिक संगठनों ने इस मामले की निंदा की है और मांग की है कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। साथ ही, इस घटना ने समाज में बच्चों की सुरक्षा और पारिवारिक जिम्मेदारियों के प्रति जागरूकता बढ़ाने की जरूरत पर जोर दिया है। कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि सरकार को ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कानून और जागरूकता अभियान चलाने चाहिए। जालंधर के गांव डल्ला में हुई इस घटना ने न केवल एक परिवार की त्रासदी को सामने लाया है, बल्कि समाज में मानवता और पारिवारिक मूल्यों की कमी को भी उजागर किया है। छह महीने की मासूम अलीजा, जो अपनी मां की गैर-जिम्मेदारी और नाना-नानी की क्रूरता का शिकार बनी, उसकी कहानी हर किसी को झकझोर देती है। पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है, और उम्मीद है कि दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिलेगी।

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