भारत में सोने-चांदी के दाम स्थिर, दिल्ली-लखनऊ में सबसे कम, चेन्नई-हैदराबाद में सबसे अधिक।
भारत में सोने और चांदी की कीमतें 27 जून 2025 को देश के प्रमुख शहरों में स्थिर बनी हुई हैं, जो निवेशकों और उपभोक्ताओं के लिए राहत...
भारत में सोने और चांदी की कीमतें 27 जून 2025 को देश के प्रमुख शहरों में स्थिर बनी हुई हैं, जो निवेशकों और उपभोक्ताओं के लिए राहत की बात है। दिल्ली, लखनऊ, नोएडा, गाजियाबाद, और वाराणसी जैसे शहरों में 24 कैरेट सोना 9910 रुपये प्रति ग्राम और 22 कैरेट सोना 9085 रुपये प्रति ग्राम पर स्थिर रहा। चांदी की कीमतें भी दिल्ली, लखनऊ, और नोएडा में 107900 रुपये प्रति किलोग्राम दर्ज की गईं, जबकि चेन्नई और हैदराबाद में यह 117900 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई। यह अंतर स्थानीय मांग, वैट, और परिवहन लागत के कारण है। सोने की कीमतों में बीते 24 घंटों में कोई बड़ा बदलाव नहीं देखा गया, जबकि चांदी में 100 रुपये प्रति किलोग्राम की मामूली गिरावट दर्ज की गई। यह जानकारी स्थानीय ज्वैलर्स और बाजार के रुझानों पर आधारित है। त्योहारी सीजन से पहले यह स्थिरता उपभोक्ताओं और निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण है।
- शहरवार सोने और चांदी की कीमतें (27 जून 2025)
नीचे दी गई तालिका में 27 जून 2025 को भारत के प्रमुख शहरों में 24 कैरेट, 22 कैरेट, 18 कैरेट सोने (रुपये प्रति ग्राम) और चांदी (रुपये प्रति किलोग्राम) की कीमतें दर्शाई गई हैं। ये कीमतें स्थानीय ज्वैलर्स के डेटा पर आधारित हैं और इनमें GST, TCS, या मेकिंग चार्ज शामिल नहीं हैं।
शहर 24 कैरेट सोना (₹/ग्राम) 22 कैरेट सोना (₹/ग्राम) 18 कैरेट सोना (₹/ग्राम) चांदी (₹/किग्रा)
दिल्ली 9910 9085 7434 107900
नोएडा 9910 9085 7434 107900
गाजियाबाद 9910 9085 7434 107900
लखनऊ 9910 9085 7434 107900
वाराणसी 9910 9085 7434 107900
चेन्नई 9895 9070 7475 117900
हैदराबाद 9895 9070 7475 117900
विरुधुनगर 9895 9070 7475 107900
कीमतों में स्थिरता के कारण
सोने और चांदी की कीमतों में स्थिरता के पीछे कई कारक हैं। वैश्विक बाजार में सोने की कीमतें 27 जून 2025 को स्थिर रहीं, क्योंकि भू-राजनीतिक तनाव, जैसे इजरायल-ईरान और रूस-यूक्रेन युद्ध, में कोई नया तनाव नहीं देखा गया। वैश्विक स्तर पर सोना 2300 डॉलर प्रति औंस के आसपास कारोबार कर रहा था, जो पिछले सप्ताह की तुलना में स्थिर था। रुपये-डॉलर विनिमय दर भी स्थिर रही, जिसने आयातित सोने की लागत को नियंत्रित रखा।
भारत में मानसून के आगमन और त्योहारी सीजन से पहले मांग में कमी ने भी कीमतों को स्थिर रखा। शादी-विवाह और धनतेरस जैसे अवसरों के लिए सोने की मांग अक्टूबर-नवंबर में बढ़ने की उम्मीद है, लेकिन जून में मांग अपेक्षाकृत कम रही। चांदी की कीमतों में 100 रुपये प्रति किलोग्राम की गिरावट औद्योगिक मांग में कमी और आपूर्ति की उपलब्धता के कारण देखी गई।
शहरों के बीच कीमतों में अंतर
दिल्ली, लखनऊ, नोएडा, गाजियाबाद, और वाराणसी में सोने की कीमतें समान रहीं, जो उत्तर भारत में ज्वैलरी हब और कम वैट दरों को दर्शाता है। उदाहरण के लिए, दिल्ली में 24 कैरेट सोना 9910 रुपये प्रति ग्राम है, जो चेन्नई और हैदराबाद (9895 रुपये प्रति ग्राम) से 15 रुपये अधिक है। हालांकि, चांदी की कीमतें चेन्नई और हैदराबाद में 117900 रुपये प्रति किलोग्राम रहीं, जो दिल्ली और लखनऊ से 10000 रुपये अधिक है। यह अंतर दक्षिण भारत में चांदी की उच्च मांग और परिवहन लागत के कारण है।
विरुधुनगर जैसे छोटे शहरों में 24 कैरेट सोना 9895 रुपये प्रति ग्राम रहा, जो चेन्नई और हैदराबाद के समान है, लेकिन चांदी की कीमत 107900 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जो दिल्ली और लखनऊ के बराबर है। यह दर्शाता है कि चांदी की कीमतों में क्षेत्रीय मांग और स्थानीय करों का बड़ा प्रभाव है।
सोना और चांदी भारत में न केवल निवेश के साधन हैं, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक महत्व भी रखते हैं। लखनऊ और वाराणसी जैसे शहरों में, जहां शादी-विवाह और धार्मिक आयोजनों में सोने-चांदी की खरीदारी आम है, कीमतों की स्थिरता उपभोक्ताओं के लिए राहत भरी खबर है। हालांकि, चेन्नई और हैदराबाद में चांदी की ऊंची कीमतों ने स्थानीय खरीदारों को प्रभावित किया है, क्योंकि चांदी का उपयोग धार्मिक और औद्योगिक दोनों उद्देश्यों के लिए होता है।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने का जून अनुबंध 99018 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी 107646 रुपये प्रति किलोग्राम पर कारोबार कर रही थी। यह स्थिरता निवेशकों के लिए सकारात्मक है, लेकिन विश्लेषकों ने चेतावनी दी है कि वैश्विक बाजार में अस्थिरता, जैसे अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में बदलाव, कीमतों को प्रभावित कर सकती है।
विशेषज्ञों की राय और निवेशकों के लिए सलाह
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि सोने और चांदी की कीमतों में स्थिरता निवेश के लिए अच्छा अवसर प्रदान करती है। विशेषज्ञों ने सुझाव दिया कि 24 कैरेट और 22 कैरेट सोने में दीर्घकालिक निवेश सुरक्षित है, क्योंकि त्योहारी सीजन में मांग बढ़ने की संभावना है। चांदी में निवेश के लिए सतर्क दृष्टिकोण अपनाने की सलाह दी गई है, क्योंकि इसकी कीमतें औद्योगिक मांग पर निर्भर करती हैं।
लखनऊ के एक ज्वैलर, राजेश गुप्ता, ने कहा, "यह समय सोने में निवेश के लिए उपयुक्त है, क्योंकि कीमतें स्थिर हैं। लेकिन चांदी की खरीदारी से पहले स्थानीय मांग और आपूर्ति की स्थिति देख लेनी चाहिए।"
सोशल मीडिया पर कीमतों की स्थिरता को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखी गईं। एक यूजर ने लिखा, "लखनऊ में सोना 9910 रुपये प्रति ग्राम है, जो निवेश के लिए अच्छा मौका है।" एक अन्य यूजर ने चेन्नई में चांदी की ऊंची कीमतों पर नाराजगी जताते हुए कहा, "117900 रुपये प्रति किलो चांदी सामान्य खरीदारों की पहुंच से बाहर है।" कुछ यूजर्स ने डिजिटल गोल्ड और गोल्ड ETF की ओर रुख करने की सलाह दी।
भारत सरकार ने सोने के आयात पर शुल्क को नियंत्रित करने और डिजिटल गोल्ड को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं। स्थानीय ज्वैलर्स और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स उपभोक्ताओं को रोजाना कीमतें प्रदान करते हैं। उपभोक्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे खरीदारी से पहले GST और मेकिंग चार्जेज की पुष्टि करें।
27 जून 2025 को भारत में सोने और चांदी की कीमतें स्थिर रहीं, जिसमें दिल्ली, लखनऊ, नोएडा, गाजियाबाद, और वाराणसी में 24 कैरेट सोना 9910 रुपये प्रति ग्राम और चांदी 107900 रुपये प्रति किलोग्राम रही। चेन्नई और हैदराबाद में चांदी की कीमतें 117900 रुपये प्रति किलोग्राम रहीं, जो स्थानीय मांग को दर्शाता है।
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