मैं अभी खुद परेशान हूं. अगर मुझे समय मिलेगा तो हम ज्योति सिंह की मदद करूंगा, खेसारी ने ज्योति को 'भाभी' कहकर जनता से वोट मांगने की अपील की। 

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का दौर चल रहा है। राज्य की सियासत में इस बार भोजपुरी सिनेमा का रंग चढ़ा हुआ है। भोजपुरी के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के

Oct 27, 2025 - 12:49
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मैं अभी खुद परेशान हूं. अगर मुझे समय मिलेगा तो हम ज्योति सिंह की मदद करूंगा, खेसारी ने ज्योति को 'भाभी' कहकर जनता से वोट मांगने की अपील की। 
मैं अभी खुद परेशान हूं. अगर मुझे समय मिलेगा तो हम ज्योति सिंह की मदद करूंगा, खेसारी ने ज्योति को 'भाभी' कहकर जनता से वोट मांगने की अपील की। 

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का दौर चल रहा है। राज्य की सियासत में इस बार भोजपुरी सिनेमा का रंग चढ़ा हुआ है। भोजपुरी के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के टिकट पर छपरा विधानसभा सीट से उम्मीदवार हैं। वहीं, भोजपुरी के पावरस्टार पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में रोहतास जिले की काराकाट विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रही हैं। इसी बीच, भोजपुरी अभिनेत्री अक्षरा सिंह ने ज्योति सिंह का खुलकर समर्थन किया है। लेकिन इस समर्थन के बीच खेसारी लाल यादव का नाम भी जुड़ गया। खेसारी ने अक्षरा सिंह को शुभकामनाएं दीं और कहा कि वह ज्योति सिंह की मदद करेंगे। यह बयान तब आया जब अक्षरा ने हाल ही में एक इंटरव्यू में खेसारी पर खुले अपमान का आरोप लगाया था। खेसारी ने ज्योति को भाभी कहकर इंसानियत का हवाला देते हुए बिहार की जनता से वोट मांगने की अपील की। यह घटना भोजपुरी इंडस्ट्री की पुरानी रंजिशों को फिर से सुर्खियों में ला रही है।

बिहार चुनाव का बिगुल बज चुका है। 243 सीटों पर वोटिंग दो चरणों में होनी है। नीतीश कुमार की जेडीयू और बीजेपी का गठबंधन एनडीए एक तरफ है, तो दूसरी तरफ तेजस्वी यादव की अगुवाई वाली महागठबंधन। लेकिन इस चुनाव में भोजपुरी सितारे भी मैदान में उतर आए हैं। खेसारी लाल यादव, जो भोजपुरी सिनेमा के सबसे लोकप्रिय कलाकारों में से एक हैं, ने राजद का दामन थाम लिया है। वे छपरा से लालू प्रसाद यादव के प्रभाव वाले इलाके से लड़ रहे हैं। खेसारी की प्रचार रैलियों में भोजपुरी गाने और डायलॉग की धूम मच रही है। लाखों फैंस उनके पीछे हैं। इसी तरह, पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह ने काराकाट से निर्दलीय उम्मीदवारी दाखिल की है। पवन सिंह बीजेपी के प्रचार में व्यस्त हैं, लेकिन ज्योति अकेले चुनाव लड़ रही हैं। उन्होंने घर-घर जाकर वोट मांगे हैं। ज्योति का कहना है कि वे महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए चुनाव लड़ रही हैं।

इसी बीच, अक्षरा सिंह ने एक इंटरव्यू में खेसारी लाल पर निशाना साधा। अक्षरा भोजपुरी सिनेमा की प्रमुख अभिनेत्री हैं। वे पवन सिंह और खेसारी के साथ कई फिल्मों में काम कर चुकी हैं। लेकिन खेसारी के साथ उनकी पुरानी अनबन जगजाहिर है। 2024 में अक्षरा ने भोजपुरी इंडस्ट्री को पुरुषप्रधान बताते हुए कहा था कि बड़े सितारे उन्हें ब्लैकलिस्ट कर देते हैं। खेसारी ने उस समय पॉडकास्ट में जवाब दिया था कि अगर पुरुषों ने बर्बाद किया तो आबाद किसने किया। अब बिहार चुनाव के दौरान यह रंजिश फिर भड़क गई। 25 अक्टूबर को अक्षरा ने एक वीडियो इंटरव्यू में कहा कि खेसारी तो खुलेआम मेरा अपमान करते हैं। जो सरेआम अपमान करे, उसे क्यों सपोर्ट करें। अक्षरा ने यह बात तब कही जब पत्रकार ने खेसारी के ज्योति सिंह समर्थन पर सवाल किया। अक्षरा ने साफ कहा कि उन्हें खेसारी के चुनाव लड़ने की जानकारी नहीं थी। लेकिन अपमान करने वाले को समर्थन क्यों दें।

अक्षरा ने ज्योति सिंह का खुला समर्थन किया। उन्होंने कहा कि ज्योति सिंह को जिताना चाहती हूं। यह अच्छी बात है कि महिलाएं राजनीति में आ रही हैं। अक्षरा ने पवन सिंह का नाम लिए बिना कहा कि ज्योति अकेली हैं, उन्हें वोट मिलना चाहिए। अक्षरा का यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। फैंस ने इसे भोजपुरी इंडस्ट्री की महिलाओं की ताकत बताया। अक्षरा ने आगे कहा कि भोजपुरी सिनेमा में महिलाओं को सम्मान मिलना चाहिए। वे गाने और रील्स बनाकर अपना करियर संभाल रही हैं। अक्षरा की यह बातें भोजपुरी इंडस्ट्री की आंतरिक कलह को उजागर करती हैं।

खेसारी लाल यादव ने 26 अक्टूबर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि मेरी शुभकामना अक्षरा सिंह के साथ है। मैं अभी खुद परेशान हूं, चुनाव की तैयारी में व्यस्त हूं। लेकिन अगर समय मिला तो ज्योति सिंह की मदद जरूर करूंगा। खेसारी ने ज्योति को भाभी कहकर भावुक अपील की। उन्होंने कहा कि मेरे परिवार में कोई बहन नहीं है, लेकिन मैं बेटी का पिता हूं। अगर मेरी बेटी के साथ ऐसा होता तो क्या हाल होता। ज्योति अकेली हैं, बिहार की जनता उन्हें वोट दे। यह इंसानियत का सवाल है। खेसारी का यह बयान पवन सिंह पर अप्रत्यक्ष हमला था। पवन और ज्योति के बीच तलाक की अफवाहें हैं। ज्योति ने हलफनामे में खुद को परित्यक्ता नारी बताया है। उनके पास ज्यादा संपत्ति नहीं है। खेसारी ने कहा कि भाभी का अपराध इतना बड़ा नहीं था कि उन्हें अकेला छोड़ दें।

ज्योति सिंह ने भी खेसारी के समर्थन का स्वागत किया। 24 अक्टूबर को उन्होंने कहा कि खेसारी भइया से फोन पर बात हुई। उन्होंने कहा कि भाभी को जहां मदद चाहिए, वहां पहुंचेंगे। ज्योति ने कहा कि पति पवन सिंह प्रचार में व्यस्त हैं, लेकिन मुझे उनकी कमी खल रही है। एक दिन के लिए भी खेसारी का साथ मिल जाए तो राहत हो। ज्योति काराकाट में घर-घर घूम रही हैं। वे कहती हैं कि स्थानीय मुद्दों जैसे बाढ़, बेरोजगारी और महिला सुरक्षा पर ध्यान दूंगी। ज्योति का निर्दलीय लड़ना साहसिक कदम है। काराकाट सीट पर बीजेपी का दबदबा है, लेकिन ज्योति पूर्वांचल कार्ड खेल रही हैं।

भोजपुरी सिनेमा बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में बहुत लोकप्रिय है। यहां के सितारे करोड़ों फैंस के बीच वोट बैंक बनाते हैं। खेसारी लाल की छपरा में रैलियां देखने लायक हैं। वे गाते हैं, नाचते हैं और राजद के एजेंडे को भोजपुरी में समझाते हैं। तेजस्वी यादव ने खेसारी को पार्टी में शामिल किया। खेसारी कहते हैं कि वे छोटे किसानों और मजदूरों के लिए लड़ेंगे। वहीं, पवन सिंह बीजेपी के स्टार प्रचारक हैं। वे मनोज तिवारी और रवि किशन के साथ बिहार घूम रहे हैं। लेकिन घरेलू विवाद ने उनकी छवि को नुकसान पहुंचाया है। ज्योति का चुनाव लड़ना इस विवाद को नई ऊंचाई दे रहा है।

यह विवाद भोजपुरी इंडस्ट्री की पुरानी समस्याओं को सामने ला रहा है। अक्षरा सिंह ने कई बार कहा है कि इंडस्ट्री में महिलाओं का शोषण होता है। बड़े सितारे छोटे कलाकारों को दबाते हैं। खेसारी पर ब्लैकलिस्टिंग का आरोप लगा। खेसारी ने जवाब दिया कि सफलता सबको मिलती है, लेकिन मेहनत जरूरी है। अब चुनाव के मैदान में यह रंजिश राजनीति से जुड़ गई। विपक्षी दल इसे भुनाने की कोशिश कर रहे हैं। राजद कहता है कि खेसारी जनता के सितारे हैं। बीजेपी का कहना है कि पवन जैसे कलाकार विकास के प्रतीक हैं। लेकिन ज्योति का निर्दलीय होना सबको चौंका रहा है।

सोशल मीडिया पर यह मामला ट्रेंड कर रहा है। ट्विटर पर #KhesariVsAkshara और #SupportJyotiSingh हैशटैग वायरल हैं। फैंस दो गुटों में बंट गए हैं। कुछ अक्षरा के समर्थन में हैं, तो कुछ खेसारी को सही ठहरा रहे हैं। एक फैन ने लिखा कि भोजपुरी स्टार्स को राजनीति में आना चाहिए, लेकिन रंजिशें न लाएं। दूसरा बोला कि ज्योति जैसी महिलाओं को बढ़ावा मिले। यह विवाद चुनाव को रोचक बना रहा है। विशेषज्ञ कहते हैं कि भोजपुरी सितारे युवा वोटरों को प्रभावित करेंगे। बिहार में 2.5 करोड़ युवा मतदाता हैं।

खेसारी लाल का सफर प्रेरणादायक है। वे बिहार के सारण जिले के रहने वाले हैं। गरीबी से निकलकर सिनेमा में सुपरस्टार बने। उनकी फिल्में करोड़ों कमाती हैं। अब राजनीति में कदम रखा है। अक्षरा भी पटना की हैं। वे शत्रुघ्न सिन्हा की बेटी हैं। राजनीतिक खानदान से हैं, लेकिन सिनेमा चुना। ज्योति सिंह भोजपुरी गायिका हैं। पवन से शादी के बाद फिल्मों से दूर रहीं। अब राजनीति में डेब्यू। यह तीनों महिलाओं और पुरुषों के बीच संतुलन का सवाल उठा रही हैं।

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