कैप्टन अमरिंदर सिंह की राजनीतिक वापसी: स्वास्थ्य लाभ के बाद बोले, अब फतेह करके ही छोड़ेंगे।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह ने लंबे समय बाद राजनीतिक मैदान में सक्रिय होने का ऐलान किया है। 31 अक्टूबर 2025 को
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह ने लंबे समय बाद राजनीतिक मैदान में सक्रिय होने का ऐलान किया है। 31 अक्टूबर 2025 को चंडीगढ़ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा, अब मैं ठीक होकर मैदान में आ गया हूं, अब फतेह करके ही छोड़ेंगे। यह बयान पंजाब में आगामी लोकसभा चुनावों के संदर्भ में आया, जहां अमरिंदर सिंह भाजपा की रणनीति को मजबूत करने के लिए तैयार हैं। स्वास्थ्य समस्याओं से जूझने के बाद उनकी यह वापसी पार्टी के लिए राहत की खबर है। अमरिंदर सिंह ने कहा कि वे पंजाब की जनता के बीच जाकर विकास और एकता का संदेश फैलाएंगे। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी ने पंजाब को धोखा दिया है, जबकि भाजपा ही राज्य को समृद्धि की राह पर ले जा सकती है। यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और भाजपा समर्थकों में उत्साह भर आया।
कैप्टन अमरिंदर सिंह का राजनीतिक सफर लंबा और उतार-चढ़ाव भरा रहा है। उनका जन्म 11 मार्च 1942 को पंजाब के पटियाला के लंबी गांव में एक राजपूत परिवार में हुआ। वे पटियाला के महाराजा के पोते हैं। भारतीय सेना में कैप्टन रैंक पर रह चुके अमरिंदर सिंह ने 1969 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस जॉइन की। वे 1980 से 1983 तक पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष रहे। 1985 में वे लुधियाना ईस्ट से विधायक बने। 2002 में वे पंजाब के मुख्यमंत्री बने, जो 2007 तक रहे। 2017 में फिर से मुख्यमंत्री बने, लेकिन 2021 में आंतरिक कलह के कारण इस्तीफा दे दिया। इस्तीफे के बाद उन्होंने पंजाब लोक कांग्रेस बनाई, जो बाद में भाजपा में विलय हो गई। अप्रैल 2022 में वे भाजपा में शामिल हुए। तब से वे पार्टी के प्रमुख चेहरे हैं।
स्वास्थ्य की समस्या ने उन्हें लंबे समय तक राजनीति से दूर रखा। 2023 में उन्हें किडनी की समस्या हुई, जिसके लिए डायलिसिस की जरूरत पड़ी। फिर हृदय संबंधी दिक्कतें आईं। जुलाई 2024 में मोहाली के मैक्स हॉस्पिटल में एंजियोप्लास्टी हुई। डॉक्टरों ने आराम की सलाह दी। अमरिंदर सिंह ने कहा कि वे 80 वर्ष के हो चुके हैं, लेकिन जज्बा कमजोर नहीं पड़ा। उन्होंने परिवार का धन्यवाद किया। पत्नी प्रमोद जोशी अमरिंदर सिंह ने कहा कि कैप्टन साहब हमेशा मजबूत रहेंगे। बेटी जय इंदर कौर ने कहा कि पिता की सेना की ट्रेनिंग ने उन्हें लड़ना सिखाया। स्वास्थ्य लाभ के बाद अमरिंदर सिंह चंडीगढ़ के अपने फार्म हाउस से सक्रिय हुए। वे योग और वॉकिंग से फिट रहने की सलाह देते हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में अमरिंदर सिंह ने पंजाब की समस्याओं पर बोला। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी, ड्रग्स और किसानों की कर्जमाफी जैसे मुद्दे भाजपा हल करेगी। केंद्र सरकार के सहयोग से पंजाब को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। उन्होंने अकाली दल पर तंज कसा कि वे सत्ता के भूखे हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा-अकाली गठबंधन हार गया था। अमरिंदर सिंह ने कहा कि भाजपा अकेले लड़कर मजबूत होगी। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे ड्रग्स से दूर रहें। पंजाब में ड्रग्स की समस्या गंभीर है। एनसीबी की रिपोर्ट के अनुसार, 75 प्रतिशत युवा प्रभावित हैं। अमरिंदर सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार बनेगी तो सख्त कार्रवाई होगी।
भाजपा ने अमरिंदर सिंह की वापसी का स्वागत किया। पंजाब प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा कि कैप्टन साहब का अनुभव पार्टी को मजबूत करेगा। उन्होंने कहा कि अमरिंदर सिंह पंजाब के लिए संपत्ति हैं। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एक्स पर लिखा कि कैप्टन की फतेह का इंतजार। अमरिंदर सिंह के बेटे राघव चड्ढा ने कहा कि पिता की सेना की तरह भाजपा लड़ेगी। राघव भी भाजपा से जुड़े हैं। विपक्ष ने प्रतिक्रिया दी। कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि अमरिंदर सिंह का स्वागत है, लेकिन भाजपा पंजाब को बर्बाद करेगी। आप पार्टी के प्रवक्ता ने कहा कि कैप्टन अब भाजपा के पिट्ठू हैं। लेकिन अमरिंदर सिंह ने कहा कि वे जनता के लिए लड़ेंगे।
पंजाब की राजनीति में अमरिंदर सिंह का प्रभाव है। वे जाट सिख समुदाय से हैं, जो पंजाब की 25 प्रतिशत आबादी है। उनकी छवि किसान नेता की है। 2020 के किसान आंदोलन में वे मध्यस्थ बने। लेकिन भाजपा जॉइन करने के बाद आलोचना हुई। अमरिंदर सिंह ने कहा कि आंदोलन राजनीतिक हो गया था। उन्होंने केंद्रीय कृषि कानूनों का समर्थन किया। अब वे पंजाब में भाजपा को मजबूत करने पर फोकस कर रहे हैं। चरणजीत सिंह चन्नी सरकार पर उन्होंने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। कहा कि पंजाब कर्ज में डूबा है। भाजपा की डबल इंजन सरकार से राहत मिलेगी।
यह बयान 2026 के पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले आया। भाजपा पंजाब में मजबूत आधार बना रही है। अमरिंदर सिंह अमृतसर या फरीदकोट से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि सीट का फैसला हाईकमान लेगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस में सैकड़ों समर्थक पहुंचे। अमरिंदर सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य के कारण वे सभाओं में कम गए, लेकिन अब पूरे जोर से। उन्होंने युवाओं को सलाह दी कि शिक्षा और कौशल पर ध्यान दें। पंजाब यूनिवर्सिटी में उन्होंने स्पीच दी। कहा कि पंजाब का भविष्य युवाओं के हाथ है।
सोशल मीडिया पर बयान वायरल हुआ। एक्स पर, CaptainAmarinderReturns ट्रेंड किया। एक यूजर ने लिखा, कैप्टन साहब की फतेह जरूरी। दूसरे ने कहा, पंजाब को कैप्टन की जरूरत। अमरिंदर सिंह का एक्स अकाउंट सक्रिय है। उन्होंने वीडियो शेयर किया, जिसमें वे फिट दिखे। परिवार ने कहा कि वे अब पूरी तरह स्वस्थ हैं। डॉक्टरों ने ग्रीन सिग्नल दिया। अमरिंदर सिंह ने कहा कि उम्र बाधा नहीं। नेहरू 80 में प्रधानमंत्री बने।
पंजाब में भाजपा की रणनीति में अमरिंदर सिंह महत्वपूर्ण हैं। वे हिंदू और सिख वोटरों को जोड़ते हैं। 2024 लोकसभा चुनाव में भाजपा ने पंजाब में 13 सीटें लड़ीं, लेकिन जीती नहीं। अब 2026 के लिए तैयारी। अमरिंदर सिंह ने कहा कि केंद्र की योजनाएं पंजाब तक पहुंचेंगी। पीएम मोदी से उनकी अच्छी बॉन्डिंग है। 2022 में मोदी ने उन्हें बधाई दी।
What's Your Reaction?